जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज गई है। दिल्ली में चुनाव आयोग ने सोमवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीखों की ऐलान किया। प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग होगी। विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 23 नवम्बर को होगी। यानी राजस्थान में जिस दिन वोटिंग होगी, उस दिन देवउठनी एकादशी का अबूझ सावा रहेगा। लोकतंत्र के उत्सव के दिन प्रदेश के करीब 45 हजार से अधिक घरों में शादियों का उत्सवी माहौल रहेगा। ऐसे में क्या लोग घरों से वोट देने निकल पाएंगे, इसे लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
राजस्थान में 23 नवंबर को मतदान के बाद 3 दिसंबर को मतगणना होगी। चुनावों की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है। इसके साथ ही लोग चुनावी उत्सव में व्यस्त हो जाएंगे। 23 नवम्बर को एक ओर जहां मतदान होगा, दूसरी ओर देवउठनी एकादशी पर बड़े स्तर पर शादी—ब्याह होने से लोग दूसरे गांव में भात भरने जाएंगे। वहीं कुछ बारात भी एक गांव व कस्बे से दूसरे गांव कस्बे में जाएगी। हलवाई, बैंड बाजे वाले, कैटरिंग वाले और पुजारी के साथ शादी समारोह से जुड़े पुजारी भी बड़े सावे के चलते व्यस्त रहेंगे। ऐसे में मतदान प्रतिशत प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाती है।
90 हजार से अधिक घरों में शादियां
ऑल इंडिया टेंट टेकोरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि जिंदल का कहना है कि 5 माह के लंबे अंतराल के बाद देवउठनी एकादशी का पहला बड़ा सावा है। इस दिन प्रदेशभर में 45 हजार से अधिक शादियां होगी, यानी करीब 90 हजार से अधिक घरों में शादी का उत्सव होगा। जो मतदान को इफेक्ट करेगी। शादी—समारोह के आयोजन से जुड़ी लेबर और अन्य लोग एक से दूसरी जगह जाएंगे, ऐसे में वो मतदान कैसे कर पाएंगे। इसे लेकर चिंता सताने लगी है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव एक चरण में
इस साल के अंत में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावी राज्यों में राजस्थान, मध्य प्रदेश, मिजोरम, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। जिसे लेकर चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है। इलेक्शन कमीशन ने पांचों राज्यों में चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। आचार संहिता लागू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 एक चरण में होंगे। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 23 नवम्बर को होगा। 3 दिसंबर को राजस्थान चुनाव की मतगणना होगी। साथ 3 दिसम्बर को ही राजस्थान चुनाव का रिजल्ट आएगा। इसके साथ ही अन्य चार राज्यों के भी चुनाव रिजल्ट 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
क्या है आचार संहिता?
आचार संहिता राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों के लिए बनाई गई एक नियमावली है जिसका पालन चुनाव के समय करना जरूरी है। चुनाव आयोग चुनाव से पहले इसके लागू होने की घोषणा करता है और यह मतदान के परिणाम आने पर समाप्त हो जाता है। यह सरकार, राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों तथा जनता को दिये गये निर्देश हैं, जिसका पालन चुनाव के दौरान किया जाना जरूरी है।