दिव्य गौड़। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा ने जयपुर शहर की 9 सीटों में से 2 सीटो पर एकदम नया नाम देकर सबको चौका दिया हैं।अब बीजेपी बची हुई 7 सीटो पर भी पार्टी मौजूदा विधायक या प्रत्याशी को हटाकर किसी नये चेहरे पर सब लगा सकती हैं। पिछली बार सूची में 7 सीटों पर मौजूदा विधायकों को टिकट दिया गया था, जबकि 2 सीटों पर नए चेहरों को उतारा गया था। अब भाजपा ने इन 7 सीटों में से 2 से 3 सीटों पर फिर से टिकट बदलने की योजना बनाई है।
नए चेहरों के आने की संभावना
भाजपा ने सियासी पकड़ मजबूत करने के लिए बड़ा परिवर्तन करने पर मंथन किया है। इसलिए संभव है कि इन 2 से 3 सीटों पर नए चेहरे भी देखने को मिल सकते हैं, जिन्होंने अब तक चुनाव नहीं लड़ा है। इन सीटों में सांगानेर, मालवीय नगर, हवामहल, किशनपोल, आदर्श नगर, बगरू और सिविल लाइन्स शामिल हैं।
जीती हुई सीटों पर भी टिकट बदलने की संभावना
भाजपा ने इन सीटों पर चेहरे बदलने की जरूरत उच्च स्तर तक पहुंचाई है। हालांकि अंतिम फैसला आलाकमान करेगा। दरअसल विद्याधर नगर और झोटवाड़ा सीट से दूसरे चेहरों को उतारने के बाद भाजपा विधायक व दावेदारों की धड़कनें बढ़ गई हैं। पार्टी जयपुर शहर में फिर से सभी सीट जीतकर धाक जमाना चाहती है।
दावेदारों का होमवर्क चैक कर रही है पार्टी
पार्टी हर प्रमुख दावेदार का होमवर्क चैक कर रही है। इसमें मुख्य रूप से यह देखा जा रहा है कि दावेदार कितना जनता के बीच रहा है। जनता के लिए कितनी बार सड़क पर उतरा, उसके लिए कहां कहां गया। इसके अलावा सोशल मीडिया पर कितना सक्रिय रहा। इससे जनता में उस दावेदार की पहुंच और छवि दोनों का आकलन होगा। इसके बाद दावेदार खुद को जननेता बताने से जुड़े काम का ब्यौरा तैयार कर पार्टी तक पहुंचा रहे हैं।
टिकट बदलने के पीछे कारण
भाजपा के टिकट बदलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसमें मौजूदा विधायकों की जनता में छवि, उनकी सक्रियता, और पार्टी के साथ उनका समर्पण शामिल हैं। इसके अलावा, भाजपा जयपुर शहर में नए चेहरों को उतारकर युवाओं को आकर्षित करना चाहती है।
टिकट बदलने का असर
भाजपा के टिकट बदलने से जयपुर शहर में चुनावी समीकरण बदल सकते हैं। मौजूदा विधायकों के टिकट कटने से उनके समर्थकों में नाराजगी हो सकती है। इससे कांग्रेस को फायदा हो सकता है। वहीं, नए चेहरों को उतारने से भाजपा को युवाओं का समर्थन मिल सकता है।
नए चेहरों पर जनता की प्रतिक्रिया
जयपुर शहर में नए चेहरों को उतारने की खबर से जनता में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि नए चेहरों को उतारना सही कदम है। इससे पार्टी को नए विचार मिलेंगे और जनता में जागरूकता आएगी। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि मौजूदा विधायकों को टिकट देना ही सही है। क्योंकि वे जनता के बीच हैं और उनके काम से खुश हैं।
अंतिम फैसला आलाकमान का
जयपुर शहर में भाजपा के टिकट बदलने का अंतिम फैसला आलाकमान करेगा। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति इस पर फैसला लेगी।