राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में आज महत्वपूर्ण मोड़ आ गया है। कांग्रेस और भाजपा की अलग-अलग दो महत्वपूर्ण बैठकों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
कांग्रेस की बैठक में आलाकमान पर छोड़ा जा सकता है फैसला
कांग्रेस की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में सर्वसम्मति से एक लाइन का प्रस्ताव पास करके उम्मीदवारों के चयन का फैसला आलाकमान पर छोड़ा जा सकता है। इस प्रस्ताव में कहा जा सकता है कि उम्मीदवारों के चयन के लिए पार्टी आलाकमान द्वारा गठित समिति का निर्णय अंतिम होगा। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा सहित समिति में शामिल कई वरिष्ठ नेता भी शामिल रहेंगे।
भाजपा की बैठक में दूसरी सूची पर होगा मंथन
भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में शेष रही सीटों और उसपर दावेदारों के नामों को लेकर किया मंथन होगा। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सहित कोर कमेटी के अन्य सदस्य भी मौजूद रहेंगे।
दोनों दलों की बैठकों के बाद चुनावी समीकरण में बदलाव की संभावना
कांग्रेस और भाजपा की इन बैठकों के बाद चुनावी समीकरण में बदलाव की संभावना है। कांग्रेस अगर आलाकमान पर फैसला छोड़ती है, तो पार्टी के अंदरूनी गुटबाजी से उम्मीदवारों के चयन पर असर पड़ सकता है। वहीं, भाजपा की दूसरी सूची में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है, जिससे चुनावी मुकाबला और भी रोचक हो सकता है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की वापसी की उम्मीद
कांग्रेस की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के चयन को लेकर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं। अगर कांग्रेस आलाकमान पर फैसला छोड़ती है, तो पार्टी के अंदरूनी गुटबाजी से उम्मीदवारों के चयन पर असर पड़ सकता है। हालांकि, कांग्रेस के पास राजस्थान में एक मजबूत संगठन है और पार्टी की वापसी की उम्मीद है।
भाजपा की दूसरी सूची से चुनावी समीकरण में बदलाव की संभावना
भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में शेष रही सीटों और उसपर दावेदारों के नामों को लेकर किया मंथन होगा। इस बैठक में भाजपा की दूसरी सूची जारी की जा सकती है। भाजपा की दूसरी सूची में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है, जिससे चुनावी मुकाबला और भी रोचक हो सकता है।