अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सीनियर ऑब्जर्वर मधुसूदन मिस्त्री और चयन समिति के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर राजस्थान में विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले संभावित नेताओं के पैनल पर मंथन शुरू कर दिया है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कार्य समिति के सदस्य सचिन पायलट,प्रभारीसुखजिंदर सिंह रंधावा, विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी,प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा,तीनों सह प्रभारी अमृता धवन,वीरेंद्र सिंह और काजी निजामुद्दीन के अलावा एआईसीसी के दो और पर्यवेक्षक भी मौजूद हैं। ऐसा माना जा रहा है कि शनिवार की बैठक में कांग्रेस सर्वे और आपसी सहमति के आधार पर प्रत्याशियों की पहली सूची तैयार करने को लेकर मंथन कर रहे हैं। कांग्रेस की पहली सूची केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के साथ ही आ जाएगी।
विधानसभा के चुनाव में इस बार परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं देने पर गहनता से विचार किया जा रहा है।यह कहा जा रहा है की जीत को सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा वरिष्ठ और बुजुर्ग नेताओं को ही विधानसभा का चुनाव लड़ना पड़ेगा। इसके अलावा जातिगत आधारऔर विरोध हो रहे विधायकों पर भी विशेष मंथन किया जा रहा है।विधानसभा के चुनाव में बगावत करने वालेऔर अनुशासन समिति का नोटिस पाने वाले लोगों के बारे में भी विपरीत निर्णय होने की संभावनाएं अधिक नजर आ रही है। राजस्थान चुनाव के वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री ने उन नेताओं को मिलने का समय नहीं दिया। इससे स्थिति विपरीत होती नजर आ रही है।
राजस्थान के अधिकांश टिकट पाने वाले नेताओं ने दिल्ली में डेरा जमाया हुआ है।बैठक शुरू होने से पहले टिकट पाने वाले नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,सचिन पायलट,प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, तीनों शहर प्रभारी और गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकातकर अपना पक्ष रखने की कोशिश की है।सीएम गहलोत ने मिलने वालों से इतना ही कहा है कि पार्टी सर्वे के आधार पर टिकट दिए जाएंगे। उन्होंने मधुसूदन मिस्त्री और गौरव हो गई से मुलाकात की सलाह दी। विधानसभा प्रत्याशियों के पैनल पर मंथन हो रहा है और फैसला शीघ्र होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। आगामी दो या तीन दिन में कांग्रेस की पहली सूची जारी हो जाएगी।