भारत ने विश्व के पहले पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन का परीक्षण किया है। इसका असर बिना किसी गंभीर दुष्प्रभाव के कई सालों तक रहेगा। भारत ने वैक्सिन की दुनिया में एक और एतिहासिक कामयाबी अपने नाम की है। भारत ने विश्व के पहले पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन का सफलतापूर्वक टेस्टिंग पूरी कर ली है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, यह इंजेक्शन बिना किसी गंभीर दुष्प्रभाव के सुरक्षित और अत्यधिक कारगर है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने 7 साल में कुल 303 स्वस्थ्य पुरुषों पर इस इंजेक्शन का परीक्षण किया था, जिसमें पता चला कि इसका कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं है और इसका प्रभाव 13 सालों तक रहेगा।
99 प्रतिशत तक प्रेग्नेंसी रोकने में सक्षम
ओपन टेस्ट के फेज 3 स्टडी के मुताबिक, अंतर्राष्ट्रीय ओपन एक्सेस जर्नल एंड्रोलॉजी में प्रकाशित, परिवार नियोजन अस्पतालों से 303 स्वस्थ्य वोलेंटियर जो 25-40 वर्ष की आयु के यौन रूप से सक्रिय और विवाहित पुरुष को 60 मिलीग्राम RISUG का इंजेक्शन लगाया गया था। जो कि सफल रहा। स्टडी 3 में कहा गया है, “एजुस्पर्मिया प्राप्त करने के संबंध में आरआईएसयूजी की समग्र प्रभावकारिता 97.3 प्रतिशत थी और गर्भावस्था की रोकथाम के आधार पर बिना किसी गंभीर दुष्प्रभाव के 99.02 प्रतिशत थी।”
महिलाओं पर भी किया गया परीक्षण
बता दें कि इस इंजेक्शन का परीक्षण पुरुषों के साथ – साथ महिलाओं पर भी किया गया, इसके लिए वोलैंटियर्स की पत्नियों को इंजेक्शन लगाया गया। परीक्षण में महिलाओं पर भी इस इंजेक्शन का कोई गंभीर दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिला। डाक्टरों के मुताबिक, इस इंजेक्शन को स्पर्म डक्ट में इंजेक्ट किया जाएगा।