अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की केंद्रीय समिति के सदस्य और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील की तीन दिन पहले को मुलाक़ात हुई । पायलट और राजाराम मील की मुलाकातको लेकर राजस्थान की राजनीति में जोरों पर चर्चा है कि आखिर दोनों नेताओं ने किन मुद्दों पर बातचीत की है और भविष्य में इसके किस प्रकार के परिणाम आएंगे।
कांग्रेस अब तीसरी और चौथी उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी उससे पहले जाट समाज 29 अक्टूबर को एक बड़ा सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। क्या उसे सम्मेलन के निमंत्रण को लेकर बातचीत हुई है या फिर उनसे कोई गुप्त राजनीतिक तौर पर समझौता होने की बात भी कहीं जा रही है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने जवाईऔर सूचना आयुक्तम एमएल लाटर कोआमेर विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने की मांग भी की होगी। इससे पहले राजाराम मील मुख्यमंत्री अशोक गहलोत औरउपराष्ट्रपति जगदीश धनकर से मुलाकात कर चुके हैं।
राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने बताया कि पायलट से मुलाक़ात में उन्होंने सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व को लेकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत के नेतृत्व से इस चुनाव में उतरने का खामियाज़ा कांग्रेस पार्टी को उठाना पड़ेगा। उन्होंने पायलट से कांग्रेस को संभालने का आग्रह किया।
जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने बाकायदा दिल्ली पहुंचकर एआईसीसी महासचिव वेणुगोपाल से मिलकर भी शिकायत की थी।
राजाराम मील पिछले कुछ दिनों से ज़्यादा सक्रीय दिख रहे हैं। फिलहाल वे राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलकर जाट समाज को टिकट वितरण से लेकर ‘संभावित’ सरकार में उचित प्रतिनिधित्व दिए जाने की मांग कर रहे हैं।