जयपुर। भाजपा के चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नारायण पंचारिया ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार के राज में लचर कानून व्यवस्था के चलते पुलिस का स्लोगन ही बदलता नजर आ रहा है। पुलिस का स्लोगन आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर की बजाए अब ऐसा लग रहा है कि अपराधियों में विश्वास हो गया और आमजन में डर बढ़ रहा है। कांग्रेस सरकार के राज में राज्य की जेलें संगठित अपराध गिरोह के छिपने का ठिकाना साबित हो रही है। वहीं पडौसी राज्यों के अपराधी भी राजस्थान की जेलों को अपनी शरणस्थली बना रहे है।
भाजपा के चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नारायण पंचारिया ने कहा कि राज्य सरकार की अनदेखी के कारण जेल विभाग के हालत बिगड रहे है और प्रदेश के कारागृह अपराधी पैदा करने का नया ठिकाना बन गए है। इसके कारण ही जेलों से आए दिन मोबाइल और आपत्तिजनक सामग्री मिलने की खबरें लोगों तक मीडिया के माध्यम से पहुंच रही है।
भाजपा के चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नारायण पंचारिया ने कहा कि प्रदेश के कारावासों में विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि बीते दो सालों में राज्य की 4 जेलों से कुल 27 बंदी कारागृह से फरार हुए। इनमें से भी 16 कैदी तो मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर की फलौदी जेल से फरार हुए है। 25 बंदियों को वापस गिरफ्तार किया गया लेकिन 2 बंदी अभी भी फरार चल रहे है। वहीं पिछले दो वर्षों में ही इन जेलों में आपसी मारपीट, जेल प्रहरियों की पिटाई और बीमारी के कारण 159 कैदी दम तोड़ चुके है। इसमें से 52 मामलों की न्यायिक जांच ही अब तक पूरी हुई है और अन्य 107 मौतों की जांच लंबित है। इसके अलावा प्रदेश के कारागृहों में मोबाईल हैण्ड सैट, सिम व अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिलने के प्रकरण लगातार सामने आ रहे है।
भाजपा के चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नारायण पंचारिया ने कहा कि प्रदेश की जेलों के हालात इतने खराब है कि यहां क्षमता से अधिक कैदी रखे जा रहे है। ऐसे ही हालात सभी जेलों के हैं जहां क्षमता से अधिक औसतन 25 फीसदी ज्यादा कैदियों को रखा जा रहा है। इन जेलों से बड़े गैंगों का संचालन किया जा रहा है और जेल में आए दिन मारपीट की घटनाओं में भी बढोतरी हो रही है।