सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में ईडी ने कोर्ट में तीन आरोपियों के खिलाफ जयपुर कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। ईडी मामलों की विशेष कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में कई खुलासे में सामने आया है कि सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर भी लीक हुए हैं।
राजस्थान लोक सेवा आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा ने प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक किए। सेकेंड ग्रेड टीचर के पेपर की सौदेबाजी भतीजे विजय डामोर के जरिए की। एक करोड़ रुपए में आरपीएससी का पेपर लीक कर गिरोह के सरगना शेर सिंह उर्फ अनिल मीणा को बेचा।
आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा ने जीके (सामान्य ज्ञान) का पेपर आरपीएससी कार्यालय से बाहर लाकर अजमेर स्थित अपने सरकारी आवास पर भतीजे विजय डामोर को दिया था। डामोर ने पेपर सरगनाओं से पेपर की सौदेबाजी की। सरगना अनिल मीणा ने गिरोह के साथी सरगना भूपेंद्र सारण को आरपीएससी का पेपर बेचा।
भूपेंद्र सारण से प्रतियोगी परीक्षा का पेपर सुरेश ढाका के पास गया। सुरेश ढाका ने अपने रिश्तेदार सुरेश साहू को पेपर को बेचा। सुरेश साहू ने जीके का पेपर अभ्यर्थियों को 8 से 10 लाख रुपए में बेचा।
ईडी की चार्जशीट में बताया गया कि अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर भी लीक हुए। इसकी जांच की बात ईडी ने कोर्ट के सामने रखी है। ईडी के जांच दायरे में आरपीएससी के कई अधिकारी हैं। ईडी की पूछताछ में सभी आरोपियों ने पेपर बचने के आरोप को स्वीकार किया है। ईडी ने शुक्रवार को स्पेशल कोर्ट में मामले में चार्जशीट पेश की है। ईडी की ओर से अधिवक्ता शैलेंद्र अग्रवाल ने कोर्ट में चार्जशीट पेश की है।
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार एसीबी में दर्ज हुई एफआईआर के आधार पर ईडी ने मामला दर्ज किया था। इस पर गिरफ्तार हुए कई आरोपियों से पूछताछ की थी। पूछताछ में और ईडी की जांच में आरोप प्रमाणित पाए जाने पर कोर्ट के सामने चार्जशीट पेश की गई है। अभी भी ईडी के पास इस पेपर लीक को लेकर दो एफआईआर हैं। इन पर जांच चल रही हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा उनके करीबी और रिश्तेदारों सहित एक निर्दलीय विधायक और महुआ से कांग्रेस प्रत्याशी ओम प्रकाश हुड़ला से भी पूछताछ की गई है। इनके आवास और अन्य ठिकानों से ईडी को कुछ दस्तावेज और नकद मिला है। इसकी जांच चल रही हैंं।