प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अब 10 दिन का समय शेष रह गया है इसके चलते अब सभी विधानसभा क्षेत्रो में प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार में तेजी आना शुरू हो गई है और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर प्रत्याशी मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं।
इस महीने की 25 तारीख को पूरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चित्तौड़गढ़ जिले की पांचो विधानसभा क्षेत्र में अब मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रत्याशी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जिसमें दो बार के चित्तौड़गढ़ से विधायक चंद्रभान सिंह इस बार भाजपा से टिकट नहीं मिलने के चलते निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हैं। इसीलिए अब यहां पर रोचक त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिलेगा। जनसंपर्क के दौरान चंद्रभान सिंह ने कहा कि उनके 10 वर्ष के कार्यकाल में चित्तौड़गढ़ में विकास के कई आयाम स्थापित किए हैं और सर्वे के दौरान भी उनका नाम पहले नंबर पर था फिर भी पार्टी ने उनका टिकट काटकर एक बार फिर बाहरी नरपत सिंह राजवी को यहां का प्रत्याशी बनाया है। आक्या के अनुसार चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता यह कभी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कांग्रेस से प्रत्याशी बनाए गए सुरेंद्र सिंह जाड़ावत पर भी हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 5 सालों में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने कई धार्मिक जमीनों पर अवैध तरीके से फर्जी पट्टे बनवा लिए है साथ ही कई अन्य धार्मिक जमीनों पर कब्जा करने का खेल खेला है।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष कैलाश जाट भी निर्दलीय प्रत्याशी चंद्रभान सिंह आक्या के समर्थन में उतर आए हैं। जाट ने धनेत कला खुर्द में ग्राम वासियों से विधायक और निर्दलीय प्रत्याशी चंद्रभान सिंह के समर्थन में मतदान करने की अपील भी की जिसके चलते अब निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थकों में नया उत्साह देखा जा रहा है। इसके अलावा जाट समाज के कई मतदाताओं के चंद्रभान सिंह के समर्थन में आने की संभावना है।