भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान में जिस प्रकार से दुष्कर्म की घटनाएं और अनैतिक काम हुए है उसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आशीर्वाद कैसे हो सकता है। सीएम गहलोत दो मामलों में अलग-अलग निर्णय कैसे ले सकते है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि सीएम गहलोत अपने पक्ष के विधायकों को बचाने और विरोधी परिवारों को निपटाने के लिए किस प्रकार पुलिस प्रशासन का दुरूपयोग कर अपनी दोहरी मानसिकता को जनता के सामने दर्शाया है। मारवाड के एक विधायक बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हनीट्रेप मामले में बचाव के लिए मुख्यमंत्री जी के पास जाते है और मुख्यमंत्री जी इस हाई प्रोफाईल मामले को दबाने के लिए इस प्रकार के आदेश देते है जिससे 7 दिनों तक वहां आई स्तर का अधिकारी बैठा रहता है और 400 पुलिसकर्मी बर्बरता पूर्वम कार्यवाही करते हुए लोगों को डराते धमकाते है और मारपीट कर सीडी जब्त कर लेते है। वहीं मुख्यमंत्री जी के पिछले कार्यकाल में भी एक सीडी आई थी जिसे अपने राजनीतिक विरोधी परिवारों को निपटाने के लिए वायरल कर दिया गया था।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि यदि कोई पत्रकार किसी मामले को उठाना चाहता है तो उसके हाथ-पैर तोड दिए जाते है या उसके उपर झूठे मुकदमें दर्ज किए जाते है। यही स्थिति रही तो सरहद के जिलों में आपके जन प्रतिनिधि इस प्रकार की लड़कियों के वश में आकर सामरिक महत्व की चीजें भी दुश्मन राष्ट्र तक पहुंचा सकते है, क्या ऐसे समय में भी मुख्यमंत्री उनका सहयोग करेंगे? जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री का ऐसा दोहरा चरित्र है, जो दुष्कर्म की 56 प्रतिशत घटनाओं को फर्जी बताते है उस प्रदेश में नारी की सुरक्षा किस प्रकार हो पाऐगी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने चुनाव आयोग से सिफरिश की है कि निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए इस प्रकार के अधिकारियों को तुरंत हटाया जाना चाहिए।