राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 के तहत प्रदेश के 199 विधानसभा क्षेत्रों में 25 नवम्बर को मतदान होगा। जिलों में मतदान के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। विधानसभा क्षेत्रों में कुल 51 हजार 507 मतदान केन्द्रों पर 5 करोड़ 26 लाख 90 हजार 146 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। 18-30 आयु वर्ग के 1 लाख 7 हजार 99 हजार 334 के युवा मतदाता मतदान करेंगे, जिनमें 18-19 आयु वर्ग के 22 लाख 61 हजार 8 नव मतदाता शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में कुल 36 हजार101 स्थानों पर मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। कुल 10,501 मतदान केन्द्र शहरी क्षेत्र में और 41 हजार 6 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं। कुल 26 हजार 393 मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग करवाई जाएगी। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी की जाएगी। प्रदेशभर में 65 हजार 277 बैलट यूनिट, 62 हजार 372 कंट्रोल यूनिट और 67 हजार 580 वीवीपैट मशीनें रिजर्व सहित मतदान कार्य में उपयोग ली जाएंगी।
6 हजार 287 माइक्रो आब्जर्वर की ड्यूटी
उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए 6 हजार 287 माइक्रो आब्जर्वर और 6 हजार 247 सेक्टर अधिकारी मय रिजर्व नियुक्त किए गए हैं जो मतदान दलों से सतत समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे। सभी सेक्टर अधिकारियों को एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन भी दी जाएगी। जो ईवीएम संबंधी खराबी की सूचना होने पर सुधार एवं रिप्लेसमेंट की कार्यवाही करेगे। ईवीएम संबंधी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए हर विधानसभा में दो-दो बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेगे जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केन्द्रों पर पहुंचेंगे। बेल इंजीनियर के पास भी एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन रहेगी।
गुप्ता ने बताया कि 2 लाख 74 हजार 846 मतदान कर्मी मतदान सम्पन्न कराएंगे। 7 हजार 960 महिला मतदानकर्मी महिला प्रबन्धित मतदान केन्द्रों पर एवं 796 दिव्यांग मतदान कार्मिक दिव्यांग प्रबन्धित मतदान केन्द्रों पर कमान संभालेंगे। सभी मतदान बूथों पर मतदान हेतु व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है, जिसका लाभ लेते हुए वहां आने वाले दिव्यांगजन एवं 80 वर्ष की आयु के वरिष्ठ मतदाता अपना मत बिना किसी असुविधा के डाल सकते हैं।
1 लाख 2 हजार 290 पुलिस, होम गार्ड, आरएसी एवं CAPF की 700 कंपनिंयों के सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए कुल 1 लाख 2 हजार 290 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। कुल 69 हजार 114 पुलिस कर्मी, 32 हजार 876 राजस्थान होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवानों का बल तैनात किया गया है एवं CAPF की 700 कंपनिंयां तैनात की गयी है। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 3 फ्लाइंग स्क्वॉड, 3 एसएसटी दल तैनात रहेंगे। व्यय संवेदनशील मतदान केन्द्रों में एक-एक अतिरिक्त एफएस और एसएसटी की तैनाती मतदान दिवस पर की जाएगी। प्रत्येक मतदान केन्द्र पर कम से कम तीन क्यूआरटी की उपलब्धता रहेगी। गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4 हजार 850 किलोमीटर लम्बी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी।
मतदान के दिन सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान के लिये जिला स्तर व विधानसभा स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है। इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केन्द्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉकपोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केन्द्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे।
मतदान के लिए 41 हजार224 वाहन अधिग्रहित
मतदान के लिए कुल 41 हजार 224 बड़े तथा छोटे वाहनों का अधिग्रहण किया गया है, जिससे मतदान दल, सुरक्षा कर्मी, ईवीएम मशीन तथा सेक्टर ऑफिसर के आने-जाने में सुगमता रहे। पुलिस बल तथा मतदान दलों के लिए 17,617 वाहन, सेक्टर ऑफिसर के लिए 20 हजार 844 छोटे यात्री वाहन, एवं ईवीएम मशीन के लाने ले जाने के लिए 2470 ट्रक/मिनी ट्रक अधिग्रहित किए गए हैं।