प्रदेश के कई अस्पतालों में की गई मॉकड्रिल
एसएमएस में 10 बेड आईसीयू के, 13 सामान्य बेड, वेंटीलेटर व ऑक्सीजन आपूर्ति सहित अन्य आवश्यक दवाइयां व ऑक्सीजन सिलेंडर रिजर्व कर दिए गए हैं। वजह है चीन में संक्रामक बीमारी फैली हुई और अब देश सहित राजस्थान में भी अलर्ट जारी किया गया है। इसी के मद्देनजर यह तैयारी की गई है। बुधवार को एसएमएस सहित जेके लोन व प्रदेश के अन्य अस्पतालों में मॉकड्रिल की गई।
इस दौरान अस्पताल अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा, एडिशनल प्रिंसिपल डॉ. राकेश जैन सहित टीम ने अस्पताल में इमरजेंसी, वार्ड, आईसीयू और अन्य सभी के हालात देखे और उन्हें तुरंत दुरूस्त करने के निर्देश दिए। चीन में फैले श्वसन रोग को देखते हुए चिकित्सा विभाग ने तैयारियां बढ़ा दी हैं।
आपात स्थिति से निपटने के लिए मौजूदा संसाधनों को जांचने के लिए की गई मॉकड्रिल में सबकुछ सही निकला। ऑक्सीजन की व्यवस्थाओं पर विशेष फोकस रखा गया। मालूम हो कि अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा माइकोप्लाज्मा निमोनिया को लेकर चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड़ पर है। जेके लोन अस्पताल में भी मॉकड्रिल की गई और यहां भी आईसीयू के 10 बेड सहित आईपीडी बेड निर्धारित किए गए। साथ ही डॉ. घनश्याम को नोडल आफिसर नियुक्त किया गया। इस दौरान डॉ. जगदीश मोदी, डॉ. मोहित सहित ऑक्सीजन प्लांट इंचार्ज बलदेव मौजूद थे।
यह हुआ तय:
- किसी भी केस के आने पर तुरंत उच्चाधिकारियों को सूचित किया जाएगा। बच्चों पर विशेष नजर रहेगी
- आईसीयू सहित मरीजों को भर्ती करने के लिए पर्याप्त बेड के इंतजाम रखने होंगे।
- इंचार्ज और नोडल आफिसर 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहेंगे और संदिग्ध मरीजों पर नजर रखेंगे और जांच कराएंगे।
हमारी तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है और मॉकड्रिल भी सफल रही है। बेड, उपकरण, ऑक्सीजन सभी की पर्याप्त व्यवस्था है। फिर भी सभी को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
-डॉ. अचल शर्मा, अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल।