3 दिसंबर को मतगणना है और विधानसभा 2023 में किसको बहुमत मिलेगा इसका निर्णय होगा। मतदान के बाद हुए विश्लेषण से यह स्पष्ट होता है कि इस बार प्रदेश में भाजपा ने 199 सीटों पर और कांग्रेस ने 198 सीटों पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस ने एक सीट भरतपुर राष्ट्रीय लोकदल को समझौते में दे दी। यह माना जा रहा है कि इस बार भाजपा के पक्ष में माहौल है और ऐसा आकलन किया जा रहा है कि लगभग 90 से 95 सीटों पर भाजपा की स्थिति मजबूत है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो 65 से 70 सीटों पर स्थित उनकी मजबूत है। 21 सीटों पर कांटे की टक्कर है, यहां कुछ सीटों पर त्रिकोणीय और चतुष्कोणीय मुकाबला होने की वजह से भी दोनों पार्टी के प्रत्याशियों को चुनौती दे रहे हैं।
Poll of Polls एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 104 सीटें और कांग्रेस को 86 सीटें मिल सकती हैं।
Candidate or Party Name | Political Party | No of Votes or Seats | Color |
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BJP | Bharatiya Janata Party (BJP) | 104 | |
INC | Indian National Congress (INC) | 86 | |
OTHERS | Others | 9 |
विश्लेषण किया जाए तो लगभग 10 सीट पर कांग्रेस और बढ़त ले सकती है, इससे कांग्रेस लगभग 80 सीटों पर अपना पक्ष मजबूत करती नजर आ रही है। वहीं भाजपा की बात की जाए तो उसकी 105 से 115 सीट जीतने की स्थिति बन रही है। यह बात भी सही है इस बार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को चार या पांच सीट मिल सकती है। बहुजन समाज पार्टी तीन सीट जीतने की स्थिति में है है, माकपा दो या तीन और भारत ट्राईबल पार्टी तीन सीट जीतने की स्थिति में है। आप पार्टी प्रदेश में किसी भी विधानसभा क्षेत्र में स्थिति ठीक नहीं है।
भाजपा – कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भी जीत के आएंगे। भाजपा के बागी के रूप में चित्तौड़गढ़ से चंद्रभान सिंह आक्या, शाहपुरा से कैलाश मेघवाल, हनुमानगढ़ से गणेश राज बंसल, शिव से रविंद्र भाटी या फिर कांग्रेस के फतेह खान चुनाव जीत सकते हैं।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल खींवसर से, आरएलपी के उम्मेदाराम बेनीवाल बायतु से और भोपालगढ़ से पुखराज गर्ग चुनाव जीत सकते हैं। भारत ट्राईबल पार्टी के डूंगरपुर से डॉ.कांतिराम रोत, पिंडवाड़ा से समाराम गरासिया और बाड़ी से मांगीलाल चुनाव जीतने की स्थिति में है। बहुजन समाज पार्टी से बारी से जसवंत गुर्जर, खेतड़ी से मनोज घुमरिया, धौलपुर से रितेश शर्मा जीत सकते हैं। किशनगढ़ से निर्दलीय उम्मीदवार सुरेश टॉक, डूंगरगढ़ से माकपा के गिरधारीलाल महिया, धोद से पेमा राम, भादरा से बलराम पूनिया हैं।
बानसूर से आजाद समाज पार्टी (चंद्रशेखर) से रोहिताश शर्मा, सादुलशहर से ओम बिश्नोई, शाहपुरा से कांग्रेस के बागी आलोक बेनीवाल, बयाना से कांग्रेस की बागी रितु बनावत, संगरिया से कांग्रेस के बागी गुलाब सिंगरवाल, सिवाना से कांग्रेस के बागी सुनील परिहार या भाजपा के बागी हमीर सिंह दोनों में से कोई चुनाव जीत सकता है। सांचौर से भाजपा के बागी जीवाराम चौधरी, विराटनगर से रामचंद्र सराधना चुनाव जीतेंगे या कांग्रेस का खेल बिगड़ेंगे। सरदारशहर से रामकरण चौधरी और लूणकरणसर से भाजपा के बागी प्रभु सारस्वत या कांग्रेस के बागी वीरेंद्र बेनीवाल चुनाव जीतने की स्थिति में है।
इस बार के चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर से, सचिन पायलट टोंक से, वसुंधरा राजे झालरापाटन से, वही विद्याधर नगर से दिया कुमारी स्पष्ट रूप से चुनाव जीत रहे हैं। इस बार के चुनाव में भाजपा के 7 सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के चार सांसद जिसमें अजमेर के भागीरथ चौधरी, जालौर के सांसद देवजी पटेल, झुंझुनू से सांसद नरेंद्र कुमार चुनाव हार रहे हैं।
तिजारा की बात करें तो कांग्रेस के इमरान खान ने अलवर के सांसद बालक नाथ को कड़ी चुनौती दे रखी है। सवाई माधोपुर में भाजपा की बागी आशा मीणा चुनाव जीत सकती है। राज्यसभा के सदस्य डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को भाजपा की बागी आशा मीणा ने और कांग्रेस के दानिश अबरार को उनके बागी डॉक्टर अजीज आजाद ने चुनाव हारने की तैयारी कर रखी है। नाथद्वारा में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को उदयपुर राजघराने के सदस्य विश्वराज सिंह चुनाव हरा सकते हैं।
महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश सिकराय से, राहत मंत्री गोविंदराम मेघवाल खाजूवाला से, डॉ. बीडी कल्ला बीकानेर पश्चिम से, शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान कामां से, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना निंबाहेड़ा से, सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली अलवर ग्रामीण से, चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा लालसोट से, गोपालन मंत्री प्रमोद भैया जैन अंता से, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह डीग-कुबेर से, राजस्व मंत्री रामलाल जाट मांडल से, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र यादव कोटपूतली से, श्रम राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई सांचौर से और ऊर्जा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी कोलायत से चुनाव हार सकते हैं।