16 वीं विधानसभा के पहले सत्र की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई। सत्र का पहला सवाल लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक हनुमान बेनीवाल ने पेपरलीक पर गठित एसआईटी की अब तक हुई कार्यवाही को लेकर पूछा। उन्होंने विधानसभा में इस मामले में सीबीआई से जांच करने की मांग रखी।उन्होंने कहा कि जब भाजपा ने चुनाव लड़ा था तो इसकी मांग सीबीआई को देने की बात कही थी।
चिकित्सा मंत्री खींवसर ने कहा की सीटके प्रमुख वीके सिंह सीबीआई में रहे हैं। फिलहाल जांच चल रही हैऔर अगर कोई जानकारी चाहिए तो वह प्रश्न करता हनुमान बेनीवाल को उनसे बातचीत कर देंगे। उन्होंने जवाब में कहा कि 33 प्रकरण दर्ज किए गए हैंऔर 615 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि 50 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है 11 टीचर को नौकरी से बाहर किया है।
कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने जब इसको लेकर प्रश्न करना चाहा तो भाजपा विधायकों ने हंगामा किया। उन्होंने कहा कि नाथी का बाड़ा सवाल नहीं कर सकता। सत्ता पक्षके विधायकों ने कुछ टिप्पणी भी की।
जिन पर पेपरलीक को लेकर आरोप हैं वो कैसे बोल सकते हैं। चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने गृह विभाग के प्रश्न का जवाब देते हुए डोटासरा के सवाल के जवाब में सीकर के कलाम कोचिंग का जिक्र किया तो विधानसभा में हंगामा हो गया। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि उसमें आपकी हिस्सेदारी है। हंगामा की स्थिति को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इस प्रश्न पर चर्चा करने से रोक दिया। प्रतिपक्ष के सदस्यों ने वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी।
बेनीवाल के सवाल को लेकर कुछ मिनटों तक पक्ष-विपक्ष के विधायकों के बीच बहस भी हुई। इससे पहले सुबह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जयश्री राम के नारे लगे।