राज्यपाल कलराज मिश्र ने सशक्त लोकतंत्र के लिए मतदान जागरूकता के लिए समर्पित भाव से कार्य करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा की मतदान लोकतंत्र की आत्मा है। प्रयास करें कि राज्य का हर पात्र व्यक्ति लोकतंत्र के महायज्ञ में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे।
मिश्र गुरुवार को 14 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मतदाता जागरूकता के लिए चलाया जा रहा अभियान हर स्कूल, कॉलेज से लेकर गांव गांव तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर एक वोट महत्वपूर्ण होता है। अधिक से अधिक लोग मतदान में हिस्सा लेंगे तभी राज्य और राष्ट्र को हम कुशल नेतृत्व प्रदान करने की मुहिम में आगे बढ़ सकेंगें।
राज्यपाल ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस को लोकतंत्र का विशिष्ट पर्व बताते हुए नागरिकों को अपने मत का प्रयोग देश के प्रति दायित्वपूर्ण भावना रखते हुए करने का भी आह्वान किया।
मिश्र ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र विविधता में एकता आधारित है। भारत के लोग ही वह शक्ति हैं जो हमारे देश के संविधान को सक्षम, शक्तिपूर्ण और महत्वपूर्ण बनाते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि हर नागरिक सोच समझ कर अपने मतदान का प्रयोग करे। अच्छे जन प्रतिनिधियों का चुनाव यदि हम करते हैं तो देश और समाज तेजी से आगे बढ़ेगा और सर्वांगीण विकास की नई और उज्ज्वल राहें खुलेगी। उन्होंने आगामी लोक सभा चुनाव 2024 के लिए समर्पित भाव से कार्य करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि बीएलओ घर-घर पहुंचकर प्रयास करे कि त्रुटि रहित एवं साफ-सुथरी मतदाता सूचियां तैयार हो। उन्होंने कहा कि निवार्चन आयोग की विविध गतिविधियों की जानकारी सभी नागरिकों, मीडिया व राजनीतिक दलों आदि को मिल सके इसके लिए सार्थक रणनीति अपनाएं।
राज्यपाल मिश्र ने इस अवसर पर “वोट जैसा कुछ नहीं वोट जरूर डालेंगे हम” पोस्टर का लोकार्पण किया। उन्होंने दो नए युवा मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र भी प्रदान किया। उन्होंने निर्वाचन और मतदाता जागरूकता में महती भूमिका निभाने वाले अधिकारी, कर्मचारियों को इस मौके पर स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया।
इससे पहले उन्होंने निर्वाचन विभाग द्वारा राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित निर्वाचन और मतदान जागरूकता से जुड़े कलात्मक चित्रों संबंधित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। उन्होंने उपस्थित जनों को संविधान की उद्देशिका का वाचन करवाया और मूल कर्तव्य पढ़कर सुनाए।
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि यह समय लोकतंत्र की परिपक्वता का दौर है। उन्होंने भारत में निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और मतदाता जागरूकता के लिए विभिन्न स्तरों पर किए जा रहे प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि अभी भी हर चार में एक मतदाता मताधिकार का प्रयोग नहीं कर रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए मतदान के लिए लोगों को अधिकाधिक प्रेरित करने, नवाचार अपनाते हुए मतदान के लिए उत्साह और सक्रियता बढ़ाने का आह्वान किया।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता ने नगर निकायों और पंचायत राज संस्थाओं में कराए जाने वाले चुनावों के अंतर्गत मतदान जागरूकता के लिए किए जाने वाले प्रयासों के बारे में जानकारी दी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शिता से निर्वाचन के लिए राजस्थान में किए गए महत्वपूर्ण प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया की पूरे देश में ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम नव पंजीकृत मतदाताओं का सर्वाधिक आवेदन राजस्थान में हुआ है। समारोह में बारां जिले की सहरिया जनजाति के लोक कलाकारों द्वारा मतदाता जागरूकता की सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। संभागीय आयुक्त आरुषि मलिक भी इस अवसर पर उपस्थित रही। जिला निर्वाचन अधिकारी और कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने सभी का आभार जताया।