दिव्य गौड़, जयपुर। प्रदेश में भले ही भाजपा सरकार प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाकर सत्ता पर काबिज़ हो गई हो लेकिन सरकारी सिस्टम के सामने सरकार ही बेबस सी नजर आ रही हैं। प्रदेश में गुरुवार रात को सरकार के पहले पायदान के अफसरों से लेकर नीचे स्तर के अधिकारीयों और कर्मचारियों की जंबो लिस्ट निकली।इस जंबो लिस्ट में कई डिपार्टमेंट के अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया। फिर आरएसएस की सिफारिशों के आधार पर पार्टी के पदाधिकारियों की सिफारिश सबकी सुनी गई।
बात करते हैं सरकार के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट यानी परिवहन विभाग की। सरकार के जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को लेकर सरकार ने सभी के ट्रांसफर किए।लेकिन कुछ अधिकारियों के ट्रांसफर हुए लेकिन दो दिन बाद रिव्यू ऑर्डर के बाद कुछ अधिकारियों ने अपने ट्रांसफर वापस अपनी मनचाही जगह पर करवा लिए। गुरुवार रात को परिवहन विभाग ने 49 अधिकारीयों के तबादले किए। जिसमें 22 RTO, ARTO, DTO or 27 निरीक्षकों के तबादले किए। इन 49 में से 26 ऐसे , जिनके ट्रांसफर 20 फरवरी को हो गया था।
अब इन अधिकारियों की विभाग में पकड़ इसी बात से समझ ले की ट्रांसफर होने बाद भी ज्यातर को अपनी मनपसंद पोस्टिंग मिली। अब जानकर ये बता रहे हैं की इन सब की पकड़ दोनों ही पार्टियों में बराबर की मानी जाती हैं। बताया जा रहा हैं इन सूचियों को संघ की सिफारिशों के आधार पर भी बनाया गया हैं। पहले इन सूची में कुछ RAS को दूसरी जगह लगा दिया था जिसकी सूचना पहुंचते ही ये लाबी के लोग एक्टिव हो गए और प्रेशर पॉलिटिक्स के चलते इस लिस्ट को रात 3 बजे तक होल्ड करना पडा और उसके बाद आम सहमति के बाद इन अधिकारीयों को मनपसंद जगह पोस्टिंग दी गईं। इनमे डिपार्टमेंट के कमाऊ पूत कहे जाने वाले ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के अधिकारी हैं जिन्हें ’ हुकुम सा ’ , राठौड़ और सिंह और लाल साहब और अधिकारी जी के नाम से जाने जाते हैं।