गैंगस्टर्स को फर्जी पासपोर्ट से विदेश भेजने वाले शातिर बदमाश को एजीटीएफ ने मुख्य सरगना राहुल सरकार निवासी संगम विहार दिल्ली को उत्तराखण्ड-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। एजीटीएफ की टीम ने उत्तराखण्ड-नेपाल बॉर्डर पर दबिश देकर उसे पकड़ा है। विदेश भगाने के लिए एक फर्जी पासपोर्ट बनाने के एवज में 2 लाख रुपए लेता था। पूछताछ में सामने आया है कि फर्जी पासपोर्ट बनवाकर वह 6 से ज्यादा बदमाशों को विदेश भेज चुका है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध व एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन के निर्देशन में एजीटीएफ पुलिस मुख्यालय एवं जिला बीकानेर ने संयुक्त कार्रवाई कर रोहित गोदारा / लॉरेंस गिरोह के सदस्यों लिए फर्जी पासपोर्ट तैयार कर विदेश भेजने वाले मुख्य सरगना राहुल सरकार को उत्तराखण्ड से पकड़ने में सफलता हासिल की है।
उप महानिरीक्षक पुलिस अपराध शाखा व एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स श्री योगेश यादव के सुपरविजन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्याप्रकाश के पर्यवेक्षण में पुलिस निरीक्षक रविन्द्र प्रताप सिंह एवं सुनिल कुमार की सूचना पर टीम को रवाना किया गया।
प्राप्त आसूचना से ज्ञात हुआ कि गैंगस्टर्स अपनी पहचान छुपाकर विदेश जाने के लिए जिस फर्जी पासपोर्ट का उपयोग करते है वह फर्जी पासपोर्ट मुख्य रूप से राहुल सरकार नामक व्यक्ति द्वारा उपलब्ध करवाये जाते है। उक्त शातिर अपराधी पर एजीटीएफ द्वारा पूर्व से ही निगरानी रखी जा रही थी। जिसके संबंध में दिल्ली एवं उत्तराखंड राज्यों में दबिश दी गई थी।
एजीटीएफ टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही कर अपराधी की लोकेशन का पता लगया कि राहुल सरकार उतराखण्ड में छुपा हुआ है। जिसे पीएचक्यू एजीटीएफ व बीकानेर पुलिस द्वारा उतराखण्ड नेपाल बॉर्डर से दस्तयाब किया गया। इससे संबंधित प्रकरण बीकानेर पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है जिसमें अनुसंधान जारी है।
पुलिस निरीक्षक रविन्द्र प्रताप सिंह एवं सुनिल कुमार राजस्थान पुलिस के साहसी, कर्मठ एवं होनहार अधिकारी है, जिनको गैंगस्टर्स के नेटवर्क की आपराधिक गतिविधियों की सूचना प्राप्त करने और उनके नेटवर्क की कमर तोडने में महारथ हासिल है। इन दोनो अधिकारियों के द्वारा राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्याकाण्ड के मुख्य अपराधियों को चण्डीगढ से गिरफ्तार करने में विशेष भूमिका निभाई थी।
रोहित गोदारा व लॉरेंस गैंग के जिन सदस्यों को विदेश भागने में मदद की गई है एवं फर्जी पासपोर्ट उपलब्ध करवाये गये है, उन सभी को भी एजीटीएफ द्वारा चिन्हित किया गया है। एजीटीएफ द्वारा इस रैकेट में शामिल अन्य अपराधियों की धर पकड़ हेतु कई राज्यों में दबिश दी जा रही है, जो अपराधी विदेश में है उनके विरुद्ध कानूनी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
एजीटीएफ टीम पीएचक्यू से पुलिस निरीक्षक रविन्द्र प्रताप सिंह एवं सुनिल कुमार की मुख्य भूमिका रही। कार्रवाई में एजीटीएफ व बीकानेर पुलिस शामिल थी।