Home राजनीति बांसवाड़ा लोकसभा और बागीदौरा विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवारों ने नहीं लिया नाम वापस, 6 साल के लिए किया निष्कासित

बांसवाड़ा लोकसभा और बागीदौरा विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवारों ने नहीं लिया नाम वापस, 6 साल के लिए किया निष्कासित

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बांसवाड़ा लोकसभा सीट और बागीदौरा विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस अपने अधिकृत उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में से हटा पाने में सक्षम नहीं हो पाई। समय सीमा में कांग्रेस के उम्मीदवार अरविंद डामोर डूंगरपुर बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से और बागीडोरा विधानसभा के उपचुनाव से कांग्रेस केप्रत्याशी कपूर सिंहने  नामांकन वापस नहीं लिया। ऐसी स्थिति में कांग्रेस राष्ट्रीय नेतृत्व ने अपने उम्मीदवार अरविंद डामोर और  कपूरसिंह दोनों को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

कांग्रेस के निष्कासन के बावजूद बांसवाड़ा- डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र से डामोर कांग्रेस के ही उम्मीदवार रहेंगे, क्योंकि निष्कासन से पहले ही पार्टी डामोर को चुनाव चिह्न दे चुकी थी। पहले यहां से कांग्रेस और भारतीय आदिवासी पार्टी(बीएपी) के उम्मीदवार ने नामांकन फॉर्म भरा था। सोमवार को कांग्रेस ने भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन का ऐलान कर दिया, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार अरविंद डामोर अचानक गायब हो गए और उनसे किसी का संपर्क नहीं हो पाया।

इस दिलचस्प घटनाक्रम के बाद अब बांसवाड़ा सीट पर चुनाव रोचक हाे गया है। कांग्रेस भले ही अपने उम्मीदवार का प्रचार न करे, लेकिन उसका प्रत्याशी मैदान में रहेगा। इस वजह से इस सीट पर भाजपा के प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीया, भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत और कांग्रेस के प्रत्याशी अरविंद डामोर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा।

कांग्रेस ने इस सीट पर नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन अर्जुन बामनिया को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया था। लेकिनअर्जुन बामनिया नेनामांकन नहीं भरा और यूथ कांग्रेस के महासचिव अरविंद डामोर से डमी कैंडिडेट के तौर पर नामांकन जमा करवाया था।यही कारण रहा की कांग्रेस ने डामोर को अपना चुनाव चिह्न दे दिया था। इस दौरान कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा चल रही थी, सोमवार सुबह इस पर फैसला होने के बाद कांग्रेस ने गठबंधन का ऐलान किया, लेकिन फिर डामोर ने नाम वापस नहीं लिया।

डामोर के साथ ही पार्टी ने बागीदौरा विधानसभा सीट पर उप-चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कपूर सिंह को भी 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। उन्होंने भी नामांकन वापस नहीं लिया। तकनीकी तौर पर ये कांग्रेस के उम्मीदवार रहेंगे।

भारत आदिवासी पार्टी ने दावा किया कि भाजपा उम्मीदवार महेंद्रजीत सिंह मालवीया कांग्रेस उम्मीदवारों के नामांकन वापस नहीं होने देने का दबाव बना रहे थे।

भारत आदिवासी पार्टी प्रवक्ता प्रोफेसर जितेंद्र मीणा ने सोशल मीडिया पर लिखा था- बागीदौरा उप चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रविवार रात से कांग्रेस के दोनों उम्मीदवार गायब थे। भाजपा उम्मीदवार महेंद्र जीत मालवीया की तरफ से नॉमिनेशन वापस नहीं लेने का दबाव था। 

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