राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम में सात दिवसीय निःशुल्क चिकित्सा शिविर का शुरू हुआ। निगम की अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक श्रेया गुहा ने जयपुर जोन स्थित डीलक्स एवं जयपुर आगार के शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां उपस्थित चिकित्सकों से कार्मिकों के स्वास्थ्य से सम्बन्धी फीड बैक भी लिया।
श्रेया गुहा ने कहा कि निगम के चालक-परिचालकों के कंधों पर स्वयं के साथ-साथ बस में सवार यात्रियों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी होती है। अतः यह बेहद जरुरी है कि वे तनाव रहित जीवनशैली को अपनाने के साथ चिकित्सकों द्वारा दी गई सलाह को माने। उन्होनें रोडवेज प्रबन्धन को निर्देश दिए कि ड्यूटी के बाद चालक-परिचालको को नियमित विश्राम दे जिससे वे पर्याप्त नींद ले सकें। रोडवेज अध्यक्ष ने निगम में अनिवार्य रूप से नियमित चिकित्सा जॉच शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होने वहां उपस्थित चालक-परिचालक एवं अन्य कार्मिको से फीडबेक लिया एवं चिकित्सकों द्वारा दिए गए परामर्श को अपनाने के निर्देश दिए। शिविर में कार्मिको के नेत्र परीक्षण, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज की जॉच कर मौके पर दवाईया उपलब्ध करवायी गई। जयपुर जोन में कुल 425 व बीकानेर जोन में 196 कार्मिकों सहित कुल 621 कार्मिकों ने अपनी जांच करवायी।
एसएमएस अस्पताल में दो कार्मिकों को किया रैफर—
डीलक्स डिपो पर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा पारीक ने एक कार्मिक की नेत्र रोग एवं हाई शुगर लेवल की समस्या पर रेटिनोंपैथी की जॉच के लिए सवाई मान सिंह अस्पताल में रेफर किया गया। इसी तरह जयपुर डिपो पर डॉ. अंकुर शर्मा ने एक कार्मिक को अम्बिलिकल हरणिया की शिकायत पाने पर ईलाज के लिए एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया।
कबाड़ के नष्टीकरण के दिए निर्देश—
शिविर के दौरान रोडवेज अध्यक्ष श्रेया गुहा ने जयपुर एवं डीलक्स डिपो का भी निरीक्षण किया। उन्होने डिपो पर विभिन्न शाखाओं द्वारा सम्पादित किये जा रहे कार्यो की जानकारी ली उन्होने वहां रखे बसों के कबाड़ हो चुके खराब कलपुर्जों के उचित निस्तारण के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक (यातायात) डॉ. ज्योति चौहान सहित निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।