अजमेर शहर के गैस्ट्रोएंटरोलोजिस्ट डॉ आकाश माथुर ने इंग्लैंड की प्रतिष्ठित परीक्षा ‘यूरोपियन स्पेशलिटी एग्जामिनेशन इन गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी’ (ईएसईजीएच) उत्तीर्ण की है।
ईएसईजीएच गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोलॉजी (पेट एवं लिवर सम्बंधित रोगों) के डॉक्टरों के लिए पैन-यूरोपीय ज्ञान-आधारित मूल्यांकन है, जो यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) के रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन फेडरेशन और ब्रिटिश सोसाइटी ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी द्वारा आयोजित की जाती है। गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में स्पेशलिटी सर्टिफिकेट परीक्षा (एससीई) ईएसईजीएच एक उच्च गुणवत्ता वाली विश्वसनीय परीक्षा है, जिसे यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) की जनरल मेडिकल काउंसिल के रेगुलेटर की मान्यता प्राप्त है। यूके, नीदरलैंड और स्विट्जरलैंड में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के विशेषज्ञों के लिए यह परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
इस परीक्षा में सफलता दर्शाती है कि संबंधित मेडिकल विशेषज्ञ के पास गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोलॉजी में एक विशेषज्ञ से अपेक्षित स्तर का यूरोप-व्यापी ज्ञान और विशेषज्ञता है।
डॉ आकाश माथुर ने संजय गांधी पीजीआई लखनऊ से गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में डीएम करने के बाद दो साल इसी मेडिकल संस्थान में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वश्रेष्ठ रेजीडेंट डॉक्टर के रूप में पुरस्कृत किया। उनके अब तक 35 से भी अधिक शोध पत्र देश विदेश के प्रतिष्ठित जनरल्स में प्रकाशित हो चुके हैं।
डॉ आकाश माथुर वर्तमान में क्षेत्रपाल हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी एंड रिसर्च सेंटर में कार्यरत हैं।