एसओजी ने पेपर लीक के मामले में शनिवार को फरार चल रहे 12 आरोपियों पर इनाम घोषित किया है। इनमें सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं। जेईएन पेपर लीक के मास्टरमाइंड यूनिक उर्फ पंकज भांबू पर एसओजी ने 1 लाख रुपए का इनाम की घोषणा की है। इसके साथ ओमप्रकाश ढाका पर 75 हजार का इनाम घोषित किया है।
पेपर लीक और डमी बनकर पेपर देने वाले पोरव कालेर, हनुमान मीणा, शैतानराम विश्वोई, सम्मी उर्फ छम्मी पत्नी गणपत राम विश्वोई, रिंकू शर्मा और विनोद कुमार रेवाड पर 50-50 हजार रुपए का इनाम रखा है। इनके अलावा भंवर लाल, दीपक राहड, वर्षा विश्नोई और सुनील बेनीवाल पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
एसओजी के एडीजी वीके सिंहने बताया कि पेपर लीक मामले में एसओजी ने साल 2024 में एफआईआर दर्ज की है। उस एफआईआर में जो लोग फरार चल रहे हैं, उनके खिलाफ इनाम घोषित किया है। एक दो दिन में और लोगों के खिलाफ भी इनाम की घोषणा की जाएगी।
उन्होंने बताया कि यूनिक उर्फ पंकज भांबू की लंबे समय से एसओजी को तलाश है, इसलिए पर उस सबसे अधिक इनाम की घोषणा की गई है। इनमें कुछ आरोपी वो भी हैं, जिन्होंने उम्मीदवार की जगह डमी बैठकर परीक्षा दी थी। एसओजी की कार्रवाई के बाद ये लोग फरार हो गए। इसमें कुछ सरकारी कर्मचारी भी हैं।
पंकज भांबू चूरू की पूनिया काॅलोनी का रहने वाला है। उसका परिवार मूलत: झुंझुनूं के मंडावा में धीरासर गांव का है। यूनिक के पिता जगदीशचंद भांबू भी शिक्षा विभाग से रिटायर्ड हैं। उनकी पोस्टिंग चूरू में ही थी। इसीलिए परिवार चूरू आकर रहने लग गया था। यूनिक को वनपाल परीक्षा पास करने के बाद 21 अगस्त 2023 में पोस्टिंग मिली। इसके बाद वह चूरू से अलवर चला गया था। अलवर में ही उसने जॉइन की थी। अलवर में उसकी ट्रेनिंग भी चल रही थी। पंकज भांबू की पत्नी और भाई भी सरकारी नौकरी में हैं।