“मेरी मम्मी ने और मैंने जब अपने दादा कन्हैयालाल धाकड़ से पापा की संदेहास्पद मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की, तो उन्होंने और मेरी बुआओं ने मुझे और मेरी मम्मी के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया। रात के 11 बजे हैं । हम यहां रोड पर अकेले घूम रहे हैं। कोई भी मदद नहीं कर रहा है। पुलिस वाले भी हमारी मदद नहीं कर रहे हैं। जो भी मेरे पापा को जानते हैं, प्लीज हमारी मदद कीजिए”….
यह भावुक अपील कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे दिवंगत नेता विवेक धाकड़ की बेटी अवनी (14) ने सोशल मीडिया के जरिए रविवार रात 11 बजे की। जो वीडियो सामने आया उसमें पूर्व विधायक धाकड़ की बेटी और पत्नी किसी वाहन में बैठी हैं। रात का वक्त है। दोनों रो रही हैं और अवनी लड़खड़ाती जुबान में 1 मिनट 31 सेकेंट के वीडियो में गृह कलह का जिक्र करती हैं।
बेटी ने गुहार लगाई- पुलिस मदद नहीं कर रही, पिताजी को जानने वाले मदद करें
मदद की यह गुहार भीलवाड़ा के मांडलगढ़ से विधायक रहे दिवंगत नेता विवेक धाकड़ की बेटी अवनी धाकड़ ने की। अवनी ने वीडियो में आरोप लगाया कि रविवार को उनकी मां पद्मिनी ने पति विवेक धाकड़ की संदेहास्पद मौत के मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की तो दादा और बुआओं ने रात 11 बजे मां-बेटी को घर से निकाल दिया।
अवनी के कहा कि वे सड़कों पर भटक रही हैं। पुलिस भी मदद नहीं कर रही है। अवनी ने लोगों से मदद की अपील करते हुए गुहार लगाई- पिताजी का कोई जानकार हो तो मदद करे।
1.31 मिनट के वीडियो में क्या बोली अवनी
मेरा नाम अवनी धाकड़ है। मेरे पिताजी का नाम स्व. विवेक धाकड़ है। वे कांग्रेस के पूर्व विधायक रह चुके हैं। अभी कुछ समय पूर्व उनकी संदेहास्पद मौत हो गई थी, इसकी निष्पक्ष जांच के लिए मम्मी ने दादाजी कन्हैयालाल धाकड़ से कहा तो मेरे दादा और बुआओं ने मुझे और मां को मारपीट कर घर से निकाल दिया। रात के 11 बजे हम रोड पर अकेले घूम रहे हैं। कोई मदद नहीं कर रहा। पुलिस भी मदद नहीं कर रही। जो लोग मेरे पिता को जानते हैं वे हमारी मदद कीजिए।
विवेक धाकड़ के पिता पूर्व जिलाप्रमुख इंजीनियर कन्हैयालाल धाकड़ हैं।
4 अप्रैल को घर में मिला था पूर्व विधायक का शव
4 अप्रैल को विवेक धाकड़ भीलवाड़ा शहर में सुभाष नगर स्थित आवास पर लहूलुहान और अचेत मिले थे। जिला हॉस्पिटल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वे 47 साल के थे। उनके हाथ की नसें कटी हुई थीं। एक कमरे में पंखे से साफा भी बंधा मिला। पुलिस अब तक इस मामले की जांच कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि परिवार में विवाद चल रहा था। पिता पुत्र, बहू-बेटियों के बीच कई बार झगड़ा हुआ था। दावा किया गया कि गृह क्लेष से परेशान होकर उन्होंने सुसाइड किया। गले पर फंदे के निशान भी पाए गए। विवेक ने जो खाना रात में खाया था उसके भी सैंपल लिए गए। घर में खून सनी ब्लेड भी मिली।
एक सुसाइड नोट भी सामने आया, जिसमें सभी को माफ करने की बात लिखी गई थी। लिखा था- मैं चाहता हूं कि मेरा शोषण और कष्ट देने वाले मुझे लकड़ी और संवेदना नहीं दें। हालांकि, ये भी अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि ये नोट विवेक ने ही लिखा था या नहीं। हॉस्पिटल से जुड़े सूत्रों का कहना था कि पूर्व विधायक की मौत हॉस्पिटल लाने से करीब 8-10 घंटे पहले ही हो गई थी।
युवा कांग्रेस नेता थे विवेक धाकड़
विवेक धाकड़ युवा कांग्रेस चेहरा थे। 2018 के उपचुनाव में मांडलगढ़ से विधायक चुने गए थे। साल 2023 के विधानसभा चुनाव में विवेक भाजपा के गोपाल शर्मा से हार गए थे। उन्होंने मांडलगढ़ विधानसभा सीट से 4 बार चुनाव लड़ा था। साल 2013, 2018 और 23 में भी भाग्य आजमाया मगर तीनों बार उनको कामयाबी नहीं मिली