Sunday, October 13, 2024

पूर्व-MLA की पत्नी समेत 6 के खिलाफ FIR के आदेश:बोलीं- पति से ससुर कहते थे मुझसे पूछकर राजनीति कर, सुसाइड नहीं मर्डर है

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भीलवाड़ा के मांडलगढ़ से कांग्रेस के दिवंगत पूर्व विधायक विवेक धाकड़ के परिवार की आपसी कलह कोर्ट और पुलिस थाने तक पहुंच गई है। मंगलवार को जिला कोर्ट ने एक आदेश जारी कर सुभाष नगर थाने को मामले में FIR दर्ज करने के आदेश जारी किए। धाकड़ के पिता पूर्व जिला प्रमुख कन्हैयालाल की ओर से कोर्ट में इस्तगासा दायर कर बहू पद्मिनी और 6 अन्य महिलाओं के खिलाफ FIR दर्ज करने की अपील की थी।

रविवार रात 11 बजे धाकड़ की बेटी ने अपनी मां पद्मिनी के साथ एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसमें दादा और बुआओं पर मारपीट का आरोप लगाकर घर से निकालने की बात कहते हुए मदद की गुहार लगाई थी। वीडियो सामने आने के बाद कन्हैयालाल ने सोमवार कोर्ट की शरण ली थी। पद्मिनी का आरोप है कि ससुर घर में नहीं रहने देते, कहीं अन्यत्र रहती हूं तो पीछे गुंडे लगा देते हैं।

धाकड़ परिवार आपस में उलझा

मांडलगढ़ से कांग्रेस के दिवंगत पूर्व विधायक विवेक धाकड़ 4 अप्रैल 2024 को भीलवाड़ा के सुभाष नगर स्थित आवास पर मृत मिले थे। धाकड़ की पत्नी पद्मिनी और बेटी अवनी हैं। इसके अलावा घर में पिता पूर्व जिला प्रमुख कन्हैयालाल हैं।

विवेक धाकड़ की दो बहनें हैं। एक विदेश में पति के साथ सेटल है और दूसरी पिता के साथ सुभाष नगर स्थित घर में ही रहती हैं और अविवाहित हैं। सुभाष नगर में धाकड़ परिवार के दो मकान हैं। एक में पूरा परिवार रहता है, दूसरा मकान सामने है और खाली है।

विवेक धाकड़ की मौत के बाद से ही कन्हैयालाल, उनकी बेटियों और पद्मिनी का प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। पद्मिनी सरकारी टीचर हैं। बेटी 10वीं की स्टूडेंट हैं।

इस्तगासे में कन्हैयालाल ने बहू पर ये आरोप लगाए

पोती का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने के बाद सोमवार को कन्हैयालाल धाकड़ ने सोमवार को वकील तुषार डांगी के जरिए कोर्ट में इस्तगासा दायर किया। मृतक बेटे विवेक धाकड़ की पत्नी पद्मिनी के अलावा अनीता पत्नी चंद्रदेव आर्य, वंदना सिंह पत्नी राजेश सिंह (जम्मू), नर्मदा सिंह पत्नी श्रीराम राजपूत (ग्वालियर मध्य प्रदेश), कृष्णा देवी पत्नी सुरेश मेहता (महावीर नगर, कोटा), कावेरी पत्नी महेश चंद्र निवासी (हरिद्वार) के खिलाफ न्यायिक मजिस्ट्रेट पश्चिम में 306 , 406 , 506 , 323 , 120 की धाराओं में मामला दर्ज करने की अपील की थी।

इस्तगासा में बताया- 25 अप्रैल को एसपी राजन दुष्यंत से मिले और बहू की शिकायत करते हुए रिपोर्ट दी। 5 मई को भी सुभाष नगर थाने पहुंचकर रिपोर्ट पेश की, लेकिन पुलिस ने न मुकदमा दर्ज किया, न ही किसी तरह की कोई कार्रवाई की। इसलिए कोर्ट की शरण ली।

इस्तगासा में कन्हैयालाल ने बहू पद्मिनी पर अपने बेटे को परेशान व प्रताड़ित करने के आरोप लगाए। यह भी लिखा कि पद्मिनी ने ऐसे कई कारण पैदा किए जिसके चलते विवेक के पास सुसाइड करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा। कई घरेलू कारणों का हवाला देते हुए बेटे के बाद बेटी को भी सुसाइड के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए हैं। लिखा कि बेटे विवेक की मौत के बाद पद्मिनी ने परिवार को सड़ा-सड़ाकर मारने और सारी प्रॉपर्टी अपने नाम करने की बात कही थी।

पद्मिनी बोलीं- ससुर पति के घर में नहीं रहने देना चाहते

सोमवार देर शाम धाकड़ की पत्नी पद्मिनी (45) और बेटी अवनी (14) एसपी राजन दुष्यंत से मिली थीं और कार्रवाई को लेकर बात की थी। उन्होंने अपने ससुर कन्हैयालाल पर गंभीर आरोप लगाए। कहा- ससुर पति के घर में नहीं रहने देना चाहते। मैं ससुराल (सुभाष नगर, भीलवाड़ा) जाती हूं तो गाली-गलौज की जाती है। मारपीट करके घर से बाहर निकाल दिया जाता है।

रविवार सुबह मैं और बेटी अवनी घर गए थे। हमारे साथ मारपीट की गई। मैंने सुभाष नगर थाना पुलिस को फोन करके बुलवाया। पुलिस ने मुझे और मेरी ननद को थाने में बैठाया। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया। शाम को घर लौटी तो रात में फिर गाली-गलौज और मारपीट की। इसके बाद मां-बेटी को घर से बाहर निकाल दिया।

रविवार देर रात बेटी अवनी ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया। ताकि जो लोग इस वीडियो को देखें वो कुछ मदद करें। वीडियो सामने आने के बाद भी कुछ खास हेल्प नहीं मिल पाई।

जांच अधिकारी और सुभाष नगर थाना प्रभारी शिवराज ने बताया- परिवार के दोनों पक्षों के बीच रविवार को झगड़ा हुआ था। उन्हें थाने लाकर समझाया। दोनों पक्षों की ओर से इस संबंध में कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई करेंगे।

एसपी से कहा- घर में नहीं तो सामने वाले मकान में रहने दें ससुर

सोमवार को एसपी राजन दुष्यंत से मिली पद्मिनी ने बताया- एसपी से पति के घर में रहने की इच्छा जाहिर की है। अगर ससुर घर में नहीं रखना चाहते तो सामने वाले दूसरे मकान में रहने दें। वहां भी नहीं रहने देना चाहते तो 10-15 दिन का समय दें। ताकि मैं बेटी के साथ कहीं रहने की व्यवस्था कर सकूं।

अगर मैं भीलवाड़ा में कहीं किराए पर भी मकान लेकर रहूंगी तो वे वहां भी नहीं रहने देंगे। हमें कोई भी किराए पर मकान नहीं देगा। बेटी के साथ कहां रहूं? जहां भी रहती हूं, ससुर निगरानी करते हैं। हॉस्टल के लड़के आकर धमकाते हैं।

एसपी से मिलकर न्याय की कुछ उम्मीद है, लेकिन उन्होंने कहा है कि अपनी व्यवस्था खुद कीजिए।

बोलीं- पति की मौत की जांच की बात की तो टॉर्चर शुरू किया

पद्मिनी ने दैनिक भास्कर को बताया- अपने पति की मौत की जांच के लिए पुलिस में शिकायत लिखकर दी थी। सीएम हेल्पलाइन नंबर पर कॉल भी किया था। इसके बाद से मुझे टॉर्चर किया जाने लगा। टॉर्चर तो शुरू से कर रहे थे। तब पति कहते थे कि पापा बुजुर्ग हो गए हैं, बहन की शादी नहीं हुई है, छोड़ दो जाने दो।

पति की मौत के बाद जब ससुर और ननद को जब पता लगा कि मैंने सीएम हेल्पलाइन नंबर और पुलिस को कॉल किया है तो मुझे परेशान करना शुरू कर दिया। वे चाहते थे कि मैं पुलिस को पति की मौत को लेकर गलत बयान दूं। पुलिस को कहूं कि पति वॉशरूम गए थे और फिसल कर गिर गए, धारदार चीज से उनकी कलाई कट गई। मैंने यह स्टेटमेंट नहीं दिया।

मैंने मौत की जांच की मांग की तो ससुर मेरे कमरे में आए। बोले- अभी के अभी मकान से निकलो। खाली करो, नहीं तो मैं तुम्हारे ऊपर केस करा दूंगा। तुम्हारी सर्विस छुड़वा दूंगा। 306 में फसाऊंगा और चोरी का इल्जाम लगा दूंगा।

ससुर ने पति की मौत के बाद हमारे रूप से पति के सारे दस्तावेज निकाल लिए थे। पति का गोल्ड का ब्रेसलेट था। उसके लिए बोले कि मैं चोरी का इल्जाम तुम पर लगाउंगा।

रविवार को बेटी और मुझसे मारपीट की

पद्मिनी ने बताया- रविवार सुबह 8:30 बजे ससुर रूम में आए और गंदी-गंदी-गालियां देने लगे। ससुर की दोनों बेटियां भी आ गईं। रिश्तेदारों को भी बुला लिया। सभी ने हम मां-बेटी से गाली-गलौज और मारपीट की। हमने पुलिस को फोन लगाया। देर रात तक मैं और मेरी ननद थाने में रुके। ये लोग तो थाने से घर चले गए। लेकिन मैं और मेरी बेटी कहां जाते। इसलिए बेटी ने रविवार देर रात वीडियो बनाया।

थान में पुलिस वाले बोले कि ये लोग बहुत खतरनाक हैं। आप घर जाओगी तो आपकी सेफ्टी को खतरा है। आपके साथ कुछ हो गया तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे। अपनी व्यवस्था कर लो। आप अगर घर (ससुराल) जाना चाहते तो चले जाओ।

हम थाने से घर पहुंचे, रूम में जाने लगे तो ससुर ने हॉस्टल के लड़कों को वहां इकट्ठा कर रखा था। उन्होंने धक्के मारकर हमें घर से निकाल दिया। अंदर नहीं आने दिया। हम काफी देर तक पड़ोसी के घर के बाहर पट्टी पर बैठे रहे। ये लोग वहां भी पहुंच गए और बोले कि यहां मत बैठो।

मैंने पुलिस को फोन किया तो सुभाष नगर थाने से लेडी कॉन्स्टेबल पहुंचीं। उन्होंने उनसे बात कर कहा कि इन्हें यहां से हटाओ। कॉन्स्टेबल ने हमें कहा कि आप या तो हमारे साथ थाने चलो, वहां हम आपकी व्यवस्था करते हैं। वरना अपने लेवल व्यवस्था कर लो। हम लोग मंदिर के बाहर जाकर बैठे और इधर भटकते रहे।

दूसरे दिन सोमवार को जब मैं जॉब पर स्कूल गई तो वहां ससुर के भाई और अनिल धाकड़ नाम का व्यक्ति आया। बोला- मैं देखता हूं कैसे सर्विस करती हो। ससुर हमारे पीछे गुंडे और हॉस्टल के लड़के लगाते हैं। कहीं भी जाती हूं वे रहने नहीं देते।

चुनाव हारने के कारण पति डिप्रेशन में थे

पद्मिनी ने बताया- पति की मौत हत्या है या सुसाइड, मैं नहीं जानती। मैं तो सुसाइड को भी हत्या ही मानती हूं। पति दो बार चुनाव हार गए थे। वे डिप्रेशन में थे। वे US गए तो मुझसे रोजाना वीडियो कॉल करते थे। मैं उन्हें समझाती थी कि चुनाव की बात दिमाग से निकाल दो।

पति के पिता कन्हैयालाल और दो बहनों के कारण घर का माहौल खराब रहता था। मैंने और पति ने तय किया कि चुनाव के बाद अलग मकान में रहेंगे। लेकिन पति चुनाव हारे तो फिर डिप्रेशन में आ गए। चुनाव में हार हुई और प्रचार में जो पैसे लगे थे उनको लेकर भी विवाद चल रहा था। पति सीपी जोशी के नामांकन में गए, इसे लेकर भी विवाद हुआ। ससुर ने कहा कि मुझसे पूछे बिना क्यों गए। मुझसे बिना पूछे काम क्यों करते हो। पिता पुत्र में राजनीतिक मतभेद था। इसलिए अक्सर झगड़ा होता था।

सारा पैसा ससुर के पास था

विवेक धाकड़ के कथित सुसाइड नोट में पिता के नाम सब कुछ करने के सवाल पर पद्मिनी ने बताया- सारा पैसा ससुर के पास रहता था। पति कहते थे कि यह सब पिताजी का अर्जित किया हुआ है। ससुर कहते थे कि सब कुछ मेरा है। तुम लोग हराम का खा रहे हो, निकलो यहां से। ऐसे में पति के नाम जो कुछ था वह भी ससुर के नाम करने की बात लिखी।

बेटी अवनी बोली- पापा को मेंटली टॉर्चर किया गया था

मांडलगढ़ से कांग्रेस के दिवंगत पूर्व विधायक विवेक धाकड़ की बेटी अवनी ने भी दादा कन्हैयालाल पर पिता को मेंटली टॉर्चर करने के आरोप लगाए। अवनी ने कहा- दादू (कन्हैयालाल) और पापा के बीच की झगड़ा होता था।

बहुत बार दादू पापा पर हाथ भी उठाते थे। झगड़ा तो अक्सर ही होता था। दादू मुझ पर भी बस चिल्लाते हैं, ठीक से बात नहीं करते थे। मेंटली प्रेशर के चलते पापा की जान चली गई।

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