Wednesday, October 23, 2024

पत्नी को मारने से पहले मदिर लेकर गया और उसके बाद मौत की नींद सुला दी, रील बनाई:मां-बाप बोले- मुंह में कपड़ा ठूंस कर तीन घंटे तक बेटी को पीटा था

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मेरी बेटी से कोई गलती हुई थी तो हमें कह देते…हम उसे अपने साथ ले जाते। हमें बोलते…उसे इतना बेरहमी से क्यों मारा ?

ये दर्द है मॉर्च्युरी के बाहर खड़े उन मां-बाप का, जिसकी बेटी की उसके पति ने घर से रुपए चोरी होने के शक में पीट-पीट कर मार डाला।

मामला सोमवार को पाली शहर के ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र के सुंदर नगर विस्तार का है। दिलीप (29) ने पत्नी जसोदा (28) की हत्या कर दी और अपना जुर्म ​छुपाने के लिए उसे एक्सीडेंट बताया। शरीर पर पिटाई के निशान ने सारी पोल खोल दी।

हैरानी की बात है कि मर्डर से पहले दिलीप जसोदा को लेकर मंदिर गया था और वहां रील बनाई थी। वहीं मर्डर से कुछ घंटे पहले ही वह अकेला खाटूश्याम मंदिर जाकर आया था।

मां बोली- 3 घंटे तक पिटाई की, बच्चे पूछ रहे हैं मम्मी-पापा कहां हैं
जसोदा की मां शांता (60) अपने ​पति चेनाराम (62) के साथ बेटी का शव लेने मंगलवार को बांगड़ हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी पहुंचे। बेटी का शव देखते ही शांता फूट-फूटकर रोने लगी। साथ में 8 साल का दोहिता और 3 साल की दोहिती भी थे।

दोनों को नहीं पता कि बेरहम पिता ने उनकी मां की हत्या कर दी। वे बार-बार ये ही पूछ रहे थे कि मम्मी-पापा कहां हैं?

शांता बोली- मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि मेरे दामाद ने बेटी को मार दिया। मैंने मंगलवार दोपहर को उसे कॉल किया तो फोन नहीं उठाया। तीन से चार बार कॉल किया, लेकिन जवाब नहीं दिया। शाम को थाने से कॉल आया तो हम पाली पहुंचे। यहां पता चला कि बेटी नहीं रही। मां का आरोप है कि दिलीप जसोदा को तीन घंटे तक पीटता रहा।

सिर पर घाव था मेरी बेटी के, जिसे देखकर लगता है कि किसी नुकीली चीज से मारा। बॉडी पर जगह-जगह लकड़ी और स्टील के पाइप से चोट के निशान हैं। आरोपी को फांसी होनी चाहिए।

पिता बोले- पहले भी पिटाई की, हमने सोचा सब सही हो जाएगा
पिता चेनाराम प्रजापत का आरोप है कि शादी के बाद दोनों के बीच कई बार मतभेद हुए। इस दौरान दिलीप ने बेटी को ​पीटा भी। जब हमें पता चला तो हमने सोचा घर-परिवार का मामला है, सब सही हो जाएगा।

पता नहीं था कि मेरी लाड़ली बेटी को जान से ही मार देगा। मुझे पता होता तो मेरी बेटी को इस जल्लाद के पास मरने के लिए नहीं छोड़ता। एक बार भी अपने दोनों बच्चों के बारे में नहीं सोचा।

पिता ने आरोप लगाया कि दिलीप ने बेंगलुरु में भी मेरी बेटी की पिटाई की थी। एक साल पहले वह किसी दूसरी लड़की को लेकर आया था। मेरी बेटी ने विरोध किया तो मारपीट शुरू कर दी। इस पर वहां मकान मालिक सुधा अंकल ने पुलिस को शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस उसे पकड़ कर ले गई थी।

चेनाराम ने बताया कि उनकी बेटी के मुंह में कपड़ा डालकर बेरहमी से पीटा। ताकि उसके चीखने-चिल्लाने की आवाज आस-पास के घरों तक नहीं पहुंचे।

शरीर पर मिले सात से आठ जगह चोट के निशान, सिर में लगी चोट
मां-बाप का आरोप है कि उनकी बेटी को पाइप और कील लगी हुई लकड़ी से पीटा। ऐसे में उसके सिर में गहरी चोट लगी और मौत हो गई। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर थाना प्रभारी अनिता रानी ने बताया कि मंगलवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया गया। शव पर सात-आठ जगह घाव के निशान हैं।

प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हुई। मामले में पति दिलीप प्रजापत और उसके भाई (जसोदा का देवर) गोपाल प्रजापत (25) को मंगलवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया। देवर पर सबूत मिटाने के प्रयास का आरोप है। दोनों से पूछताछ की जार ही है। थाना प्रभारी ने बताया कि बेंगलुरु वाली घटना को लेकर मां-बाप ने किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी है।

कुछ दिनों पहले ही आई थी ससुराल
आरोपी दिलीप बेंगलुरु के हासन में स्टील रेलिंग बनाने का काम करता है। करीब डेढ़ महीने पहले उसकी पत्नी जसोदा गर्मियों की छुटि्टयों के चलते बेंगलुरु से अपने पीहर अहमदाबाद (गुजरात) के खेड़ ब्रह्म हिम्मत नगर अपने बच्चों के साथ आ गई थी। कुछ दिन पीहर में रहने के बाद 10 दिन पहले ही वह पाली में अपने ससुराल आ गई थी।

पाली आने के बाद दोनों पति-पत्नी आस-पास के धार्मिक स्थानों पर घूमने गए थे। बताया जा रहा है कि इस मर्डर से पहले भी दोनों अपने बच्चों के साथ घूमने गए थे और वहां रील भी बनाई थी। हत्या वाले दिन दिलीप खुद सुबह 11 बजे सालासर से दर्शन कर घर पहुंचा था।

ससुर की एक शिकायत पर उतार दिया मौत के घाट, मर्डर के बाद कपड़े बदले
इस पूरे विवाद की कहानी दिलीप के पिता के एक कॉल से शुरू हुई थी। दिलीप अपने भाई के साथ सालासर बालाजी दर्शन करने गया हुआ था। इस बीच जसोदा के ससुर गिरधारी ने अपने बेटे दिलीप को फोन कर घर से चोरी हो रहे रुपए का शक जसोदा पर जाहिर किया। पिता ने कॉल कर कहा था कि घर में रखे 35 से 37 हजार रुपए चोरी हुए हैं। मुझे शक है कि तुम्हारी पत्नी ने ये रुपए लिए हैं।

सोमवार सुबह जैसे ही दिलीप घर पहुंचा और इस बात को लेकर विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि इस दौरान दिलीप के पिता दुकान गए हुए थे। उसकी मां अपने पोते-पोतियों को लेकर घर के बाहर बरामदे में बैठी थी। पत्नी के मर्डर के बाद दिलीप घबरा गया। वह उसे एक्सीडेंट बताने लगा।

पत्नी के कपड़े बदले और खुद उसे बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचा और बताया कि शहर के ही नयागांव के पास एक्सीडेंट हो गया और मौत हो गई। जब डॉक्टर ने जसोदा के शरीर पर चोट के निशाने देखे तो शक हुआ और पुलिस को कॉल किया। पुलिस ने जब दिलीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बता दी।

5 भाई-बहनों में सबसे छोटी थी जशोदा
दिलीप की जसोदा से 14 जुलाई 2016 को शादी हुई थी। शादी के बाद दोनों के दो बच्चे हुए। जिनका नाम जीत उर्फ जीतू (8 साल) और 3 साल की बेटी पायल है। मृतका का पीहर जैतारण थाना क्षेत्र के चाण्डिया कलां हाल अहमदाबाद के हिम्मत नगर क्षेत्र में है।

जसोदा पांच भाई-बहनों से सबसे छोटी थी। ऐसे में पूरे परिवार की लाड़ली थी। बेटी की अकाल मौत से सबसे ज्यादा दुखी उसकी मां शांता बेन है। उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा कि बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही।

हत्या का आरोपी पति और सबूत नष्ट करने का आरोपी देवर गिरफ्तार
ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने मंगलवार देर शाम को मृतका जशोदा की हत्या के आरोपी में उसके पति दिलीप प्रजापत (30) पुत्र गिरधारीलाल प्रजापत को गिरफ्तार किया। हत्या के बाद सबूत नष्ट करने के आरोप में मृतका के देवर गोपाल प्रजापत (25) पुत्र गिरधारीलाल प्रजापत की भी गिरफ्तारी बताई।

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