प्रदेश में रविवार को दोपहर बाद अचानक मौसम बदल गया। जोधपुर, उदयपुर, पाली और चित्तौड़गढ़ में तेज आंधी शुरू हो गई। जोधपुर के लूणी में आंधी के साथ बारिश का भी दौर चला। उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में तेज हवा से पेड़ और बिजली के पोल गिर गए।
लू से रविवार को नागौर और जालोर में दो लोगों की मौत हो गई। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। भीषण गर्मी से चार दिन में अब तक 25 लोग मौत हो चुकी हैं।
बीएसएफ का दावा जैसलमेर से सटे भारत-पाक बॉर्डर पर तापमान 55.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज
रविवार को जैसलमेर से सटे भारत-पाक बॉर्डर पर तापमान 55.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि बीएसएफ द्वारा रिकॉर्ड किए गए इस तापमान पर मौसम विभाग ने कोई कमेंट करने से इनकार कर दिया है।
मौसम विभाग राजस्थान के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा बताया कि सेना या बीएसएफ की तरफ से तापमान नापने का क्या स्टैंडर्ड अपनाया जाता है, उस पर हम कोई कमेंट नहीं कर सकते। हमारे यहां तापमान नापने का स्टैंडर्ड विश्व मौसम संगठन द्वारा बनाए गए अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार है। अंतरराष्ट्रीय मापदंड के अनुसार मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार राज्य के 23 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। 29-30 मई से तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हो सकती है। बावजूद इसके गर्मी तेज ही रहेगी।
बढ़ती गर्मी के साथ हीटवेव की चपेट में आ रहे मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, प्रदेश में इस सीजन में अब तक 2243 रोगी हीट स्ट्रोक के आ चुके हैं। विभाग का दावा है कि इनमें से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव एसीएस शुभ्रा सिंह ने बताया कि इस सीजन में प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों के इमरजेंसी वार्ड में 82 हजार से ज्यादा मरीज आए हैं, जिनमें से 2243 रोगी हीट स्ट्रोक के थे।
