जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि मैं फूंक मारकर, बालाजी बनकर पानी ला दूं, संभव नहीं। पानी तो जितना हमारे पास है, उसी का वितरण होगा।
जलदाय मंत्री चौधरी सोमवार को सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जितना पानी हमारे पास है। उतना हम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं जनता से अपील करता हूं कि वह पानी की बचत करे। जितना बीसलपुर में पानी है, जितनी हमारी क्षमता है । उतना पानी जनता को दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लीकेज हो रहा है उसको रोकेंगे। जो चोरी हो रहा है, वह लोग रोकेंगे।
मंत्री ने कहा कि यह बात वे इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले वर्ष बारिश कम हुई और अब बांधों में महज 35 प्रतिशत पानी ही रह गया है। यही हाल बीसलपुर का भी हुआ। मेरी तो भगवान से प्रार्थना है कि मानसून ऐसा आए कि बांध भर जाएं। नहीं तो हो सकता है कि कई जगह ट्रेन से पानी पहुंचाना पड़े। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी गर्मी में पेयजल संकट के समाधान को लेकर पूरी तरह गंभीर है।
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि पिछले साल मानसून में औसत वर्षा 543.43 एमएम रही। जबकि 2022 में मानसून के दौरान औसत वर्षा 668.74 एमएम रही थी। कम वर्षा के कारण पिछले साल 13 जिले आपदा प्रभावित घोषित किए गए. 2022 में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पानी के कनेक्शन 45.72 लाख थे। जो बढ़कर अब 52,69,574 हो चुके हैं। ऐसे में पानी की डिमांड लगातार बढ़ने का हवाला देते हुए कहा दिया कि जो हमारे पास पानी होगा. उसे ही सप्लाई किया जा सकता है।
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि मैं जयपुरवासियों और राजस्थानवासियों से अपील करना चाहता हूं कि पानी का सभी सदुपयोग करें। इस संकट में सहयोग जरूरी है। फ्लोराइड वाला पानी है तो उसे कपड़े धोने के काम लें। जहां पीने का शुद्ध पानी है। उसको सही ढंग से काम लें। पानी बचाएंगे तो ही बचेगा। आज टैंकरों से पानी देना पड़ रहा है। जब भूजल में पानी ही खत्म हो जाएगा तो टैंकर क्या करेंगे?
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि भगवान से प्रार्थना करो कि जल्दी से जल्दी बारिश हो जाए। जो व्यवस्था पहले हो जानी चाहिए थी, वो नहीं हुई। इस बार ईश्वर हमारे ऊपर मेहरबान नहीं रहा। भाग्य खराब हुआ और दुर्भाग्य से बारिश कम आई। बीसलपुर नहीं भरा तो सोचो क्या हालत होगी? ऐसा हुआ तो कहीं से ट्रेनों से भी पानी लाना पड़ेगा। यह स्थिति क्यों आई। अगर 5 साल पहले कांग्रेस सरकार इस पर काम करती तो आज यह स्थिति नहीं आती। अब हम ईआरसीपी पर काम कर रहे हैं।
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि पिछले तीन चार साल में कोई भर्ती नहीं हुई। कांग्रेस राज में जेईएन के 100 पदों को छोड़ भर्ती नहीं हुई। मेरे पास विभाग की शिकायतें आती रहती हैं। हर जिले से शिकायतें हैं। हम शत प्रतिशत पानी की शिकायतें दूर नहीं कर सकते। आने वाले समय में पानी की बड़ी तकलीफ है। ईश्वर से प्रार्थना कीजिए कि बारिश आ जाए।
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि हर साल गर्मी में पानी की दिक्कत रहती है। 2018 के बाद ऐसी हालत बनी है कि तापमान अचानक बढ़ गया है। इस साल हमारे बांधों में 35 फीसदी पानी बचा है। अब तक हर साल 35 से 45 डिग्री के बीच तापमान रहता था। इस बार तापमान 45 से 50 डिग्री के बीच हो गया है। तापमान ज्यादा होने से संकट हुआ है।
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि पिछली सरकार ने पांच साल ईआरसीपी का काम किया होता तो आज ये हालात नहीं होते। हमारे पानी के कनेक्शन बढ़ गए। इससे भी पानी की डिमांड बढ़ी है। हमारे पानी का स्तर 100 फीट नीचे चला गया। हमारे पानी के कनेक्शन 8 लाख बढ़ गए, इससे भी पानी की डिमांड बढ़ी है। हम जनता को पेयजल सप्लाई का प्रयास कर रहे हैं। पिछली कांग्रेस सरकार अगर ईआरसीपी पर काम करती तो जनता को दिक्कत नहीं होती। अब नदियां जुड़ेंगी और ईआरसीपी का काम पूरा होगा, तब पानी का संकट दूर होगा।