जयपुर में 5 वीं और 8 वीं क्लास का रिजल्ट शिक्षा संकुल में गुरुवार को दोपहर 3 बजे शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल ने रिजल्ट जारी किया । लेकिन तकनीकी कारणों से काफी देर तक वेबसाइट पर अपलोड नहीं हो सका।
रिजल्ट जारी होने के बाद तकनीकी खामी के बाद वेबसाइट क्रैश हो गई। शिक्षा विभाग के अधिकारी साइट ठीक करने में जुटे हैं। बच्चे शाम 6 बजे बाद रिजल्ट देख पाएंगे। तकनीकी खामी के बाद शासन सचिव ने ऑफलाइन रिजल्ट जारी किया है।
कक्षा 5 में 14 लाख 35 हजार 696 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 13 लाख 93 हजार 423 परीक्षार्थी पास हुए। कुल परीक्षा परिणाम 97.06 प्रतिशत रहा। राजकीय विद्यालयों का परीक्षा परिणाम 96.79 प्रतिशत रहा। वहीं, निजी विद्यालयों का परीक्षा परिणाम 97.40 प्रतिशत रहा।
5 वीं में छात्राओं को परीक्षा परिणाम 97.23 प्रतिशत, जबकि छात्रों का 96.89 प्रतिशत रहा। यह परीक्षा 33 जिलों के आधार पर आयोजित की गई थी। इसमें दौसा, सीकर, अजमेर , प्रतापगढ और चुरू के स्कूलों का परीक्षा परिणाम सबसे अच्छा रहा है। कुल 9538 परीक्षार्थियों का परिणाम विभिन्न कारणों से रोका गया है। इनका परिणाम बाद में जारी किया जाएगा।
कक्षा 8वीं में 12 लाख 50 हजार 800 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिनमें से 11 लाख 97 हजार 321 परीक्षार्थी पास हुए। कुल परीक्षा परिणाम 95.72 प्रतिशत रहा। राजकीय विद्यालयों का परीक्षा परिणाम 94.54 प्रतिशत रहा, जबकि निजी विद्यालयों का परीक्षा परिणाम 97.38 प्रतिशत रहा।
8 वीं में छात्राओं का परीक्षा परिणाम 96.39 प्रतिशत, जबकि छात्रो का 95.14 प्रतिशत रहा। यह परीक्षा भी 33 जिलो के आधार पर आयोजित की गई। इसमें सीकर, दौसा, अलवर,अजमेर, तथा नागौर का परीक्षा परिणाम सबसे अच्छा रहा है। कुल 3550 परीक्षार्थियों का परिणाम विभिन्न कारणों से रोका गया है। इनका परिणाम बाद में जारी किया जाएगा।
दोनो परीक्षाओं के परिणाम में ग्रेड दी जाती है। दोनों परीक्षाओं में 5 पाइंट ग्रेडिंग सिस्टम A, B, C, D, E दी जाती है। 5 वीं में A ग्रेड- 31.59 प्रतिशत , B ग्रेड- 57.33 प्रतिशत, C ग्रेड- 8.12 प्रतिशत और D ग्रेड 0.01प्रतिशत ने हासिल की। 8वीं में A ग्रेड- 21.05 प्रतिशत, В ग्रेड- 51.79प्रतिशत, C ग्रेड- 22.69प्रतिशत D ग्रेड- 0.20 प्रतिशत स्टूडेंट्स की रही। E ग्रेड वाले परीक्षार्थियों को फिर एक मौका देते उनकी सप्लिमेंट्री एग्जाम आयोजित करवाया जाएगा। इसका आयोजन जुलाई माह में किया जाएगा।
पांचवीं क्लास में इस बार भी कोई स्टूडेंट फेल नहीं किया गया। शिक्षा का अधिकार कानून के तहत किसी भी स्टूडेंट को फेल नहीं किया गया। जो स्टूडेंट एग्जाम में उपस्थित नहीं था, उसे एक अवसर दिया जाएगा। फिर प्रमोट कर दिया जाएगा। आठवीं क्लास में स्टूडेंट्स को फेल किया गया। तय मार्किंग से कम मार्क्स लाने वाले स्टूडेंट्स को फिर से आठवीं में बैठना पड़ेगा। हालांकि इन स्टूडेंट्स को भी सप्लीमेंटरी का एक अवसर दिया जा सकेगा।