देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शनिवार को निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके पार्थिव शरीर को सेना की तोपगाड़ी पर दिल्ली के निगमबोध घाट लाया गया. यहां तीनों सेनाओं ने उन्हें सलामी दी.इसके बाद राजकीय सम्मान के बाद अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं.इस दौरान मनमोहन की पत्नी गुरशरण कौर, बड़ी बेटी उपिंदर सिंह, दूसरी बेटी दमन सिंह और तीसरी बेटी अमृत सिंह निगमबोध घाट पर मौजूद रहे. डॉ. मनमोहन सिंह को बेटी ने मुखाग्नि दी.
परिवार ने प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात की. निगमबोध घाट में सोनिया, प्रियंका, राहुल और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. राष्ट्रपति मुर्मु, प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ भी उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे. अंतिम संस्कार के दौरान भी मनमोहन सिंह को उनकी पसंदीदा नीली पगड़ी पगड़ी पहनाई गई. उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी को याद रखने के लिए उसके एक रंग को अपनी पगड़ी का सिग्नेचर कलर बना लिया था. मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा के दौरान राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए मनमोहन सिंह स्मृति विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है.
अशोक गहलोत ने कहा- कांग्रेस पर आरोप लगा रही भाजपा
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री शोक गहलोत ने कहा कि,राजस्थान के भैरों सिंह शेखावत, जो उपराष्ट्रपति थे,वे भाजपा से थे. भाजपा मांग नहीं कर रही थी, फिर भी हमने अंतिम संस्कार किया और मूर्ति बनाई. उस स्मारक में आज भी लोग जाते हैं और उस निर्णय की सराहना करते हैं. मनमोहन सिंह की दुनिया में एक आभा थी. बराक ओबामा कहते थे कि जब मनमोहन सिंह बोलते थे तो दुनिया सुनती थी. उदारीकरण हो, आर्थिक क्रांति हो, भारत-अमेरिका परमाणु समझौता हो, उनका व्यक्तित्व इतना भव्य था कि उसे शब्दों में परिभाषित नहीं किया जा सकता. ऐसे व्यक्ति का स्मारक बनाने के लिए अगर वर्तमान सरकार स्वयं आगे आती तो विवाद नहीं होता. भाजपा ने विवाद खड़ा किया और कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं.’
पीएम मोदी को मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा था पत्र
शुक्रवार की शाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि, पूर्व प्रधानमंत्री सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका एक स्मारक बन सके. इस मांग के कुछ ही घंटे बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी. इसके लिए ट्रस्ट का गठन किया जाना है और स्थान आवंटित किया जाना है. इस बीच मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सकती हैं.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी ने जताई नाराजगी
आपको बता दें कि, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से मनमोहन सिंह की याद में मेमोरियल बनाने की केंद्र सरकार से मांग की है. जिसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी का दूसरा रुप सामने आया है. जहां कांग्रेस पार्टी एक तरफ तो मनमोहन सिंह के लिए मेमोरियल बनाने की मांग कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी ने नाराजगी जाहिर की है. प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने CWC बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए शोक सभा बुलाई गई, लेकिन उनके पिता के निधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता द्वारा कहा गया कि, राष्ट्र्रपतियों के निधन पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की ओर से शोक सभा करने की परंपरा नहीं रही है.
Read More-