राजस्थान की राजधानी जयपुर में आज दोपहर 2 बजे भजनलाल कैबिनेट की बड़ी बैठक होने जा रही है, जिसमें सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने का फैसला लिया जा सकता है. तो साथ ही अशोक गहलोत सरकार में बनाए गए छोटे नए जिलों को खत्म करने पर भी डिसीजन हो सकता है. बैठक शुरू होने के आधा घंटे बाद यानी दोपहर 2:30 बजे CMO में मंत्रिपरिषद की बैठक भी शेड्यूल है, जिसके खत्म होने के बाद मीटिंग हुए फैसलों की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है.इतना ही नहीं भजनलाल सरकार एजुकेशन और मेडिकल डिपार्टमेंट में ट्रांसफर पॉलिसी को अंतिम रूप दे रही है, जिस पर आज की मीटिंग में कोई फैसला लिया जा सकता है.
इससे पहले सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक सीएम आवास पर कोटा संभाग के भाजपा विधायकों के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा संवाद कर रहे है.इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. जिसमें मुख्य रूप से जनवरी माह में होने वाले रोजगार उत्सव, उद्घाटन एवं शिलान्यास समारोह के साथ ही विधायकों के क्षेत्र के विकास कार्यों की पुस्तिका जारी किए जाने के संबंध में चर्चा की जाएगी. तो साथ ही संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर एवं लोकतंत्र की हत्या के 2025 में 50वें वर्ष के रूप में मनाने के कार्यक्रम पर चर्चा की जाएगी. अटल ज्ञान केंद्र की आगामी योजना पर चर्चा होगी. वहीं राज्य सरकार के विकास कार्यों को आम जनता तक पहुंचाने की कवायद पर बातचीत होगी. विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों की स्थिति पर चर्चा की जाएगी. खेल-कूद प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन पर चर्चा होगी. टीबी मुक्त अभियान की विस्तृत जानकारी ली जाएगी. पंच गौरव कार्यक्रम (एक जिला-एक उत्पाद, एक जिला-एक प्रजाति, एक जिला-एक खेल, एक जिला-एक उपज, एक जिला-एक स्थल) के दिशा निर्देशों पर चर्चा होगी. आगामी बजट एवं प्रदेश के विकास के रोडमैप को लेकर सुझाव मांगे जाएंगे. बैठक में बजट सत्र की रूपरेखा पर मंथन किया जाएगा.
बैठक से पहले विधायकों से चर्चा को लेकर सुगबुगाहट
दरअसल, राजस्थान में कैबिनेट में बदलाव की चर्चा काफी समय से हो रही है. ऐसे में विधायकों के साथ यह मीटिंग काफी अहम है. माना जा रहा है कि सीएम विधायकों से इस बारे में फीडबैक और चर्चा कर सकते हैं. इसमें मंत्रियों के कार्य को लेकर भी फीडबैक हो सकता है. क्योंकि कैबिनेट में बदलाव इसी आधार पर होने की चर्चा है. कैबिनेट में जिस मंत्री का फीडबैक नॉन-परफॉर्मिंग होगा. उनसे विभाग वापस लिया जा सकता है या बदला जा सकता है.
17 नए जिलों को लेकर अहम खबर
वहीं भजनलाल कैबिनेट बैठक में आज कई छोटे जिलों को खत्म करने पर फैसला संभव है. सांचौर, खैरथल, तिजारा, शाहपुरा, गंगापुरसिटी, दूदू और केकड़ी वो छोटे जिले हैं, जिन्हें आज खत्म किया जा सकता है. जिलों के रिव्यू को लेकर बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आज निर्णय संभव है. सरकार के भीतर पहले ही इन जिलों को खत्म करने पर सहमति बन चुकी है और आखिरी निर्णय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर छोड़ा गया है. जानकार सूत्रों के अनुसार खैरथल,तिजारा, दूदू, गंगापुरसिटी सहित आधा दर्जन जिलों को खत्म किया जाना तय है
भजनलाल सरकार ने कराया था नए जिलों का रिव्यू
बता दें कि भजनलाल सरकार ने सभी 17 नए जिलों का रिव्यू करने का आदेश दिया था. इस पर एक विशेष कमिटी भी बनाई गई थी, जिसने अपनी रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौंप दी है. इसके बाद से नए जिलों को खत्म करने की चर्चा बढ़ गई है. कुछ जगह पर इसे लेकर विरोध भी हुआ था. हालांकि उपचुनाव की घोषणा और आचार संहिता लगने की वजह से वो जल्द ही रुक गया था. लेकिन आज इन जिलों को खत्म करने या बरकरार रखने पर फैसला आ सकता है.
पूर्व गहलोत सरकार में बने थे 17 नए जिले
अशोक गहलोत की सरकार में 17 नए जिले बनाए थे. उनमें बालोतरा, डीडवाना, फलौदी, अनूपगढ़, जोधपुर ग्रामीण, सलूंबर, सांचौर, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुर सिटी, खैरतल डीग, कोटपूतली, ब्यावर, केकड़ी, जयपुर ग्रामीण और दूदू शामिल हैं. इसके अलावा तीन संभाग भी बनाए थे जिनमें, सीकर, पाली और बांसवाड़ संभाग शामिल है.
SI भर्ती परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों का क्या होगा?
SIT की अनुशंसा के अनुसार SI भर्ती परीक्षा को रद्द किए जाने के बाद फिर से नए सिरे से SI भर्ती परीक्षा आयोजित होगी. इस परीक्षा में पूर्व की परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी भी शामिल हो सकेंगे. उन्हें उम्र सीमा में छूट दी जाएगी. यदि दोबारा हुई परीक्षा में कोई SI पास नहीं हो पाते हैं तो निकट भविष्य में होने वाली अगली भर्ती परीक्षा में उम्र सीमा में छूट देकर एक अतिरिक्त अवसर दिया जाएगा.
SIT की रिपोर्ट में एसआई भर्ती रद्द करने की अनुशंसा
भजनलाल सरकार ने एसआई भर्ती मामले में SIT के साथ-साथ मंत्रिपरिषद की एक कमेटी को जांच कर अपनी रिपोर्ट देने को कहा था. सरकार को यह सब रिपोर्ट मिल चुकी है. कैबिनेट बैठक से पहले गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में SI भर्ती परीक्षा को रद्द करने की अनुशंसा की गई है. साथ ही इस रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि SI भर्ती परीक्षा रद्द होने के बाद दोबारा कैसे परीक्षा आयोजित की जाए. 2021 में सफल हुए अभ्यर्थी इस परीक्षा में कैसे शामिल हो, पुराने सफल अभ्यर्थियों को क्या-क्या छूट मिलेगी.
पेपर लीक मामले में अब तक करीब 80 गिरफ्तारियां
भजनलाल सरकार ने सत्ता संभालने के बाद मामले की जांच SOG को सौंपी थी. जिसके बाद एसओजी ने राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे करीब 50 SI सहित, आरपीएससी के पूर्व सदस्य और अन्य पेपर लीक माफियाओं को गिरफ्तार किया था. SI भर्ती परीक्षा में पुलिस अभी तक करीब 80 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
हनुमान बेनीवाल ने की SI भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग
नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने भाजपा सरकार पर बेरोजगार युवाओं की समस्याओं और उनके भविष्य को लेकर पूरी तरह उदासीन होने का आरोप लगाते हुए एसआई भर्ती-2021 को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी ने इस भर्ती में जिन ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया, उनमें से कई लोगों ने जमानत पर रिहा होने के बाद दोबारा ड्यूटी ज्वाइन कर ली, जो सरकार की नीति और नीयत पर बड़ा सवालिया निशान है. सांसद ने बिना किसी का नाम लिए यह भी दावा किया कि दो मंत्रियों और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारियों के फर्जी तरीके से चुने गए कुछ एसआई से संबंध हैं.