Rajasthan/Jaipur: एक जिला पुलिस अधीक्षक की फोन की लोकेशन निकालने और उनकी जासूसी करने की घटना ने राजस्थान पुलिस की छवि को सवालों के घेरे में ला दिया है। यह न केवल एक गंभीर अपराध है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस तरह से कानून की सीमाएं लांघी जा रही हैं। इस मामले की जांच में हो रही देरी और आरोपियों की गिरफ्तारी में कमी यह सोचने पर मजबूर करती है कि कहीं इस घटना के पीछे कोई बड़ा खेल तो नहीं है?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चर्चा है कि एक बड़े राजनेता को एक UPSC पास पुत्रवधु की तलाश है, जो इस जासूसी के पीछे की संभावित वजह हो सकती है। क्या यह संयोग है कि पुलिस अधीक्षक की रैकी उसी समय हो रही थी जब उस राजनेता की इच्छा जाहिर हुई? यह सवाल अब शहर में हर ओर गूंज रहा है।
भिवाड़ी जैसे शहर, जो दिल्ली के निकट स्थित है और एनसीआर में शामिल है, में बढ़ती वीआईपी गतिविधियों के चलते यह संभावना और भी प्रबल होती जा रही है। क्या पूर्व में बहरोड़ में पकड़े गए आतंकवादियों ने पुलिस अधीक्षक की गतिविधियों की रैकी की? ऐसे प्रश्न उठने लाजिमी हैं, क्योंकि पुलिस अधीक्षक के लिए कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
चर्चा यह भी है कि भिवाड़ी की पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रेयी ने एक कथित ‘बाबाजी’ की सिफारिशों को नजरअंदाज किया। क्या यह पुलिसकर्मी उन बाबाजी के इशारे पर काम कर रहे थे? यह गंभीर सवाल है, क्योंकि अगर ऐसा है, तो यह न केवल पुलिस बल की ईमानदारी को चुनौती देता है, बल्कि यह संपूर्ण सिस्टम पर भी सवाल खड़ा करता है।
इस घटना ने पूरी आईपीएस लॉबी में हलचल मचा दी है। एक IPS अधिकारी की जासूसी की घटना न केवल उनकी सुरक्षा को खतरे में डालती है, बल्कि यह पूरी व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी दाग लगाती है। अगर पुलिसकर्मियों की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि वे एक उच्च अधिकारी की जासूसी करने का साहस जुटा सकते हैं, तो यह दर्शाता है कि इस काम के पीछे कोई बड़ी ताकत होनी चाहिए।
पुलिस वर्दी की गरिमा और मान-सम्मान को देखते हुए, यह अत्यंत आवश्यक है कि आरोपियों को तुरंत पुलिस सेवा से बर्खास्त किया जाए। इस प्रकार के दुस्साहस को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, खासकर तब जब यह पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी के लिए भी चिंताजनक स्थिति बन गई हो।
इस मामले की गहराई में जाकर यह समझने की जरूरत है कि क्या यह सिर्फ एक जासूसी का मामला है या इसके पीछे कोई राजनीतिक खेल चल रहा है। जो भी कारण हो, यह घटना एक बड़ा संदेश देती है कि समाज में कानून का राज बनाए रखने के लिए हमें पूरी तरह से सजग और सतर्क रहना होगा।