कोटा। देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, जेईई-मेन के जनवरी सेशन की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। पिछले चार दिनों में 1 लाख 5 हजार से अधिक छात्रों ने आवेदन कर लिया है। आवेदन की अंतिम तिथि 22 नवंबर है, लेकिन नए नियमों ने ओबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग के छात्रों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
नए नियमों की उलझनें
करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट्स के अनुसार, पहली बार आवेदन के दौरान ओबीसी और ईडब्ल्यूएस छात्रों से केवल केटेगरी सर्टिफिकेट ही नहीं, बल्कि सर्टिफिकेट जारी करने वाले अधिकारी का नाम और इश्यू डेट भी मांगी जा रही है। इस नई मांग के चलते छात्रों को सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है, जिससे आवेदन में देरी हो रही है।
एनटीए से मिली असहयोगिता
छात्रों ने एनटीए से संपर्क किया है, लेकिन उन्हें कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा है। परिणामस्वरूप, कई छात्र आवेदन करने में असमर्थ हैं। इस स्थिति में, एनटीए को चाहिए कि वह ओबीसी और ईडब्ल्यूएस छात्रों को आवेदन में छूट दे या कोई स्थायी समाधान निकाले ताकि वे समय पर आवेदन कर सकें।
पहचान पत्र के नए नियम
आहूजा ने बताया कि इस वर्ष आधार नंबर को आवेदन में छात्रों के नाम से लिंक कर दिया गया है। यदि छात्रों ने गलत आधार नंबर भरा है या नाम में गलती की है, तो उनका आवेदन अधूरा रह जाएगा। उन्होंने सलाह दी कि छात्र अपने आधार कार्ड में नाम और जन्म तिथि की जांच कर लें और इसे 10वीं-12वीं की मार्कशीट से मिलान करें, ताकि आवेदन के दौरान कोई समस्या न आए।
छात्रों की बढ़ती चिंता के बीच, सभी की निगाहें एनटीए पर हैं कि वह कब तक इस समस्या का समाधान निकालेगा।