Jaipur/Rajasthan: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज एससीओ शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान और चीन पर कड़ा हमला बोला। जयशंकर ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उसे आतंकवाद पर खरी-खरी सुनाई और भरोसे की कमी पर सवाल उठाए। इसके अलावा चीन पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की अहमियत पर जोर दिया।
इस्लामाबाद में चल रहे एससीओ शिखर सम्मेलन 2024 में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सीधे तौर पर पाकिस्तान और चीन को आड़े हाथों लिया। जयशंकर ने आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरवाद जैसे खतरों को तीन बड़े दुश्मन बताते हुए सभी देशों से मिलकर मुकाबला करने की अपील की।
एस जयशंकर ने कहा –
अगर भरोसा नहीं है तो कुछ नहीं हो सकता। बेहतर रिश्तों के लिए भरोसा बेहद जरूरी है। आतंकवाद को किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
पाकिस्तान का नाम लिए बिना जयशंकर ने साफ शब्दों में कहा कि जो देश आतंकवाद को पनाह देते हैं, उनके साथ बेहतर संबंध नहीं बनाए जा सकते। साथ ही, उन्होंने चेताया कि अगर क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान नहीं किया गया, तो एससीओ की प्रगति असंभव हो जाएगी।
चीन की ओर भी इशारा करते हुए जयशंकर ने कहा कि एससीओ देशों को आपसी सम्मान और संप्रभु समानता के आधार पर सहयोग करना चाहिए। उन्होंने CPEC का जिक्र करते हुए कहा कि एकतरफा एजेंडे को आगे बढ़ाने से कोई फायदा नहीं होगा।
वास्तविक साझेदारी तभी बन सकती है जब सभी देश एक-दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करें।
बैठक के दौरान जयशंकर ने तीन बड़े मुद्दों – आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरवाद – का जिक्र किया और कहा कि इनसे निपटने के लिए ईमानदारी और विश्वास की आवश्यकता है। जयशंकर की इस बयानबाजी से साफ है कि भारत एससीओ में आतंकवाद और क्षेत्रीय अखंडता जैसे मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेगा।