Jaipur : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी(Narendra Modi ) ने गांधी जयंती के अवसर पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम(Swachhta Hi Seva ) के तहत देश में विभिन्न विकास कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा(Bhajan Lal Sharma ) भी मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से जुड़े।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi )ने आजादी के आंदोलन के समय स्वच्छता का संदेश दिया था जिसे आगे बढ़ाते हुए हमने देश में स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की थी। अपार जन भागीदारी से यह मिशन अब जन आंदोलन बन चुका है। श्री मोदी ने कहा कि ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा(Swachhata Hi Seva Pakhwada ) के तहत देशभर में स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन 15 दिनों में 27 लाख कार्यक्रम हुए जिनमें 28 करोड़ से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन करोड़ों भारतवासियों की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है तथा यह मिशन देश को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन विश्व भर में लोकप्रिय रहा। इस मिशन की सफलता पर कई विदेशी संस्थानों ने अध्ययन भी किया। यह मिशन न केवल बीमारियों के संक्रमण से बचाव में बल्कि महिलाओं को सम्मानित एवं सुरक्षित जीवन देने में भी मददगार साबित हुआ। उन्होंने कहा कि सफाईमित्रों ने इस मिशन को सफल बनाने में बहुत मेहनत की है। मिशन से सफाईमित्रों को मान-सम्मान मिला है, केन्द्र सरकार भी इन्हें सुरक्षित एवं गरिमापूर्ण जीवन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों से स्वच्छता बना जन आंदोलन
- इस दौरान मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma)ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के अथक प्रयासों से स्वच्छता अब जनसेवा तथा जन आंदोलन बन चुकी है तथा स्वच्छ भारत की बुनियाद पर बढ़ते हुए विकसित भारत-विकसित राजस्थान का विजन साकार किया जा रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री सामाजिक सरोकारों के काम में हमेशा अग्रणी रहते हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, एक पेड़ मां के नाम तथा स्वच्छता ही सेवा जैसे अभियानों से उन्होंने देश में विकास कार्यों में जनभागीदारी को एक नई दिशा दी है।
उल्लेखनीय है कि आज हुए लोकार्पण कार्यों में अमृत योजना के तहत राजस्थान के चूरू एवं अजमेर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्मित किए गए हैं। अजमेर शहर में 75.12 करोड़ रुपए की लागत से 20 एवं 40 एमएलडी क्षमता तथा चूरू शहर में 64.19 करोड़ रुपए की लागत से 1 एवं 2.5 एमएलडी क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण करवाया गया है। इससे क्षेत्र में अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाएं विकसित होंगी।
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