Gaugyan App: गाय और सनातन संस्कृति से जुड़े तथ्यों को सोशल मीडिया पर बढ़ावा दे कर गौमहत्व एवम सनातन संस्कृति संरक्षण के लिए आकर्षक जानकारियां एप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से शेयर कर, उन पर आधारित वीकली क्विज का आयोजन कर हजारों के इनाम जीतने का मौका प्रतिभागियों को gaugyan ऐप द्वारा दिया जा रहा है।
तिजारा और जयपुर के युवाओं के द्वारा मेवात क्षेत्र सहित देश भर में गौरक्षा और सनातन संस्कृति की जानकारी देने का यह रचनात्मक प्रयास काफी पसंद किया जा रहा है। जहां गाय से जुड़े विभिन्न विषयों, सनातन संस्कृति, वेद पुराण आदि आध्यात्मिक ग्रंथों की जानकारी, योग तथा फिटनेस की जानकारी, महत्वपूर्ण भारतीय व्यक्तित्व एवं स्थलों की जानकारी से गौरवशाली भारतीय इतिहास की जानकारी, गौरक्षा से जुडे विभिन्न की लोकदेवताओं की जानकारी, राष्ट्रसेवा से जुड़े तथ्य रोचक तरीके से रोजाना सोशल मीडिया के जरिये शेयर किए जा रहे हैं ।
इन सभी पर आधारित जानकारी पर वीकली क्विज में मात्र 5 मिनट में 20 प्रश्न का जवाब देना है जिसके लिए इसमें तीन केटेगरी है जिसमे परीक्षा दे कर इनाम जीते जा सकते हैं, कक्षा 6 से 12, हायर एजुकेशन और अन्य। सभी केटेगरी में मिला कर परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया जायेगा तथा सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा। हर सप्ताह में 3 दिन इस वीकली क्विज की परीक्षा ऐप यूजर दे सकते हैं जिसके लिए बकायदा नोटिफिकेशन जारी कर समस्त नियम एवं शर्तें पहले ही बता दी जाती है। अनोखी बात ये है कि ऐप का उद्देश्य कि सड़क से हर गाय गौशाला में पहुंचा दी जाए तथा हर गौवंश की समस्त उपयोगिता की जानकारी दे कर गौशाला संचालक और गौपालक की आमदनी बढ़ाई जा सके ताकि वे गौवंश को आवारा घूमने कर जगह अपने पास रखें।
इस नवाचार के लिए केवल विज्ञापनदाताओं के जरिए स्पॉन्सरशिप के माध्यम से इनाम का वितरण सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है एवम जहां सभी कंपनी एक्ट में 2 प्रतिशत सीइसआर के लिए 500 करोड़ के टर्नओवर वाली कंपनियां ही खर्च करती हैं वही गौज्ञान प्रबंधन शुरुआत से ही विज्ञापनदाता द्वारा दी जाने वाली स्पॉन्सरशिप की राशि में से 10% राशि को 2-2 प्रतिशत के 5 क्षेत्रों यथा सेना अर्धसैनिक बल आदि के आश्रितजन,किसान एवं पर्यावरण, वृद्धाश्रम एवं अनाथाश्रम, बेसहारा गायों, बीमार अन्य पशु पर खर्च करने करने के लिए प्रतिबद्ध है।
संपूर्ण परीक्षा ऑनलाइन है इसलिए पेपरलेस होने से इकोफ्रैंडली है। मेवात क्षेत्र में गौतस्करी बड़ा मुद्दा है एक सड़क पर उपलब्ध गौवंश की आसानी से तस्करी संभव होने के कारण पहली बार मूल कारण को समाप्त करने का भागीरथी प्रयास कितना रंग लायेगा यह जनता के सहयोग और जागरण पर निर्भर करता है परंतु इस प्रकार के प्रयासों से गौवंश पालकों की आय में वृद्धि करने साथ साथ गौतस्करी में कमी लाई जा सकती है तथा मोब लिंचिंग जैसे काले दाग से मेवात क्षेत्र को कलंकित होने से बचाया जा सकता है। इसके अलावा राजस्थान की सभी गौशाला का विवरण तहसिलवार इस ऐप पर उपलब्ध है जिससे आप अपनी नजदीकी गौशाला के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।