सचिवालय के गलियारों में एक बार फिर से आईएएस अधिकारी अमित ढाका के राजस्थान आने की जोरशोर से चर्चा है । पंजाब कैडर के आईएएस अमित ढाका इससे पहले भी अशोक गहलोत के विशिष्ट सचिव रह चुके है ।
जाट जाति से ताल्लुक रखने वाले अमित ढाका के पदस्थापन के पीछे जाट लॉबी का दबाव बताया जाता है । ये राजाराम मील के निकटतम रिश्तेदार भी बताए जाते है । गहलोत के कार्यकाल में ये करीब चार साल तक सीएमओ में पदस्थापित रहे थे । चर्चा है कि ये फिर से सीएमओ में नियुक्त हो सकते है । चर्चा यह भी है कि इनको जेडीसी के पद पर भी लगाया जा सकता है ।
सचिवालय में तबादला सूची बनाने पर माथापच्ची हो रही है । चर्चा है कि वर्तमान जेडीसी मंजु राजपाल के स्थान पर अमित ढाका या कृष्ण कुणाल को भी लगाया जा सकता है । कुणाल सीएम भजनलाल के बेहद नजदीक है । ये 2010 में भरतपुर के कलेक्टर थे । तभी से इनकी भजनलाल से निकटता है । गहलोत राज में ये बर्फ में लगे रहे । इधर मंजु राजपाल के जेडीए में आने के बाद दलालो की छुट्टी हो चुकी है । मंजु और सचिव हेम पुष्पा की जोड़ी जबरदस्त तरीके से जयपुर के विकास में सक्रिय है । दोनो ईमानदार होने के साथ साथ बहुत मेहनती है ।
प्रशासनिक हलकों में एक चर्चा यह भी है कि सेवानिवृत आईएएस राजेश्वर सिंह को आरपीएससी का चेयरमैन बनाया जा सकता है । राजस्व मंडल के अध्यक्ष रहते हुए इन्होंने रिकार्ड काम किया । इनकी छवि दबंग और ईमानदार अफसरों में होती है । अगर राज्य सरकार इनको आरपीएससी का चेयरमैन नियुक्त करती है तो बदनाम हो चुकी इस संस्था को एक नया स्वरूप मिलेगा । आएदिन पेपर लीक की घटना पूरी तरह समाप्त तो नही होगी, लेकिन काफी हद तक लगाम अवश्य लग जाएगा ।