जयपुर, 17 सितंबर:
Janana hospital Jaipur Nurses protest: चांदपोल जनाना अस्पताल में मंगलवार सुबह (17 सितंबर) एक विवाद ने जन्म ले लिया जब अस्पताल की अधीक्षक कुसुमलता मीणा ने सुबह 7:45 बजे नर्सेज के हाजरी रजिस्टर को कब्जा कर लिया। समय पर अस्पताल में पहुंचे स्टाफ को साइन नहीं करने दिया गया, जिससे नर्सेज में आक्रोश फैल गया।
नर्सेज का आरोप
नर्सेज का आरोप है कि अधीक्षक की हठधर्मिता और समस्याओं का समाधान न करने के बजाय जातिवादी रवैया अपनाया जा रहा है। नर्सेज अध्यक्ष विकास चौधरी के नेतृत्व में कमलेश शर्मा, राकेश यादव, पूनम अहलावत, निर्मला चौधरी और एसएनओ रमेश सैनी , महावीर शर्मा , ठाकुर आशा, देवेन्द्र पंत सहित सैंकड़ों स्टाफ ने इस मुद्दे पर विरोध दर्ज कराया। उनका कहना है कि अधीक्षक के रवैये से अस्पताल में कामकाजी माहौल प्रभावित हो रहा है और जातिगत भेदभाव को बढ़ावा मिल रहा है।
अधीक्षक नर्सेज पर करती हैं निजी हमले
नर्सेस का आरोप है कि जनाना अस्पताल के नर्सिंग अधीक्षक कार्यालय में 1 बड़ा कैमरा और 3 कैमरे दरवाजे पर लगे हैं जिसे अस्पताल अधीक्षक सहित अन्य पुरुष अधिकारी देखते रहते हैं जिससे महिला नर्सेज की निजता का हनन हो रहा है। नर्सेज ने कहा कि इसे लेकर पोर्टल पर भी कई बार शिकायत कर दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, वहीं महिला नर्सेज ने कहा कि मरीजों द्वारा शिकायत करने पर 5 वर्ष बाद नर्सिंग अधीक्षक कार्यालय द्वारा फोर्थ क्लास कर्मचारी और बाईजीयों की ड्यूटी रोटेट की गई जिसे अस्पताल अधीक्षक कुसुमलता मीणा द्वारा निरस्त कर दिया गया।
अस्पताल में अधीक्षक की दादागिरी
नर्सेज का आरोप है कि अस्पताल अधीक्षक कुसुमलता मीणा की अस्पताल में दादागिरी चल रही है। वह महिला नर्सेज को धमकी देकर कहती है कि तुम्हारी आँखे निकाल लूंगी। आये दिन नर्सेज की तौहीन करती हैं महिला नर्सेज के ड्यूटी रूम , चेंजिंग रूम और स्टोर छीनकर ताला लगाना, महिला स्टाफ पर निजी हमला करना, इसे लेकर नर्सिंग स्टाफ ने अधीक्षक कुसुमलता मीणा के खिलाफ 2 घंटे तक विरेध प्रदर्शन किया। नर्सेज का आरोप है कि 400 कर्मचारियों पर सिर्फ एक बायोमेट्रिक मशीन होने से घंटों तक हाजिरी के लिए लंबी लाइन लग जाती है, ऐसे में लेट ड्यूटी काउंट की जाती है, इसे लेकर कर्मचारियों ने अस्पताल प्रशासन को ज्ञापन देकर अपनी समस्याओं से अवगत करवाया.