सीकर। अगर आप खाटूश्यामजी के दर्शन की योजना बना रहे हैं, तो इसे फिलहाल स्थगित कर दें। श्री श्याम मंदिर कमेटी ने घोषणा की है कि बाबा श्याम का मंदिर आगामी दो दिन के लिए आम भक्तों के लिए बंद रहेगा। यह निर्णय 7 अक्टूबर को होने वाले विशेष सेवा-पूजा और तिलक श्रृंगार के आयोजन के कारण लिया गया है।
श्री श्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने बताया कि मंदिर 6 अक्टूबर की रात 10 बजे से 7 अक्टूबर की शाम 5 बजे तक आम दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेगा। उन्होंने सभी श्याम भक्तों से अपील की है कि वे मंदिर के कपाट खुलने के बाद दर्शन के लिए आएं।
विशेष तिलक श्रृंगार का आयोजन
बाबा श्याम का तिलक श्रृंगार एक विशेष अनुष्ठान है, जिसे काली अमावस्या के बाद बाबा के मूल शालिग्राम रूप में दर्शन के कुछ दिनों बाद आयोजित किया जाता है। इस प्रक्रिया में लगभग 12 से 15 घंटे लगते हैं। बाबा श्याम का श्रृंगार करने में ही 5 से 6 घंटे का समय लगता है, जिससे मंदिर को 19 घंटे के लिए बंद रखना आवश्यक हो जाता है।
खाटूश्यामजी का ऐतिहासिक महत्व
खाटूश्यामजी, महाभारत के महान योद्धा बर्बरीक के रूप में जाने जाते हैं, जो भीम के पोते और घटोत्कच के पुत्र थे। बचपन से ही अद्वितीय वीरता के धनी बर्बरीक ने भगवान शिव को प्रसन्न कर तीन अभेद्य बाण प्राप्त किए थे और उन्हें तीन बाणधारी कहा जाता है। महाभारत युद्ध में, जब वे कौरवों की ओर से लड़ने जा रहे थे, तो भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण के वेश में उनका शीश दान में मांग लिया। बर्बरीक ने बिना झिझक अपना शीश दान कर दिया। प्रसन्न होकर, भगवान कृष्ण ने उन्हें वरदान दिया कि कलियुग में वे श्याम के नाम से पूजे जाएंगे और भक्तों के “हारे का सहारा” बनेंगे।
श्याम भक्तों से अनुरोध है कि वे विशेष अनुष्ठान के बाद ही दर्शन के लिए खाटूश्यामजी मंदिर की यात्रा करें।