जयपुर – नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), जयपुर ज़ोनल यूनिट ने 30 नवंबर 2024 को एक योजनाबद्ध और सटीक ऑपरेशन को अंजाम देते हुए मणिपाल यूनिवर्सिटी, दहमी कलां के पास ड्रग तस्करी के नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई की। इस ऑपरेशन के तहत 123.8 ग्राम मेफेड्रोन (एमडी)—एक प्रतिबंधित पदार्थ—की जब्ती और महिला तस्कर कविता गुर्जर की गिरफ्तारी की गई।
बरामद किए गए सामान और उनकी कीमत
- जब्त पदार्थ: मेफेड्रोन (एमडी)
- कीमत: ₹6,00,000 (अंतरराष्ट्रीय बाजार में)
- गिरफ्तार तस्कर: कविता गुर्जर
- पता: गुर्जरों का मोहल्ला, दहमी कलां, जयपुर
ऑपरेशन की प्रमुख बातें
एनसीबी ने खुफिया जानकारी के आधार पर मणिपाल यूनिवर्सिटी के आसपास ड्रग तस्करी की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी। 30 नवंबर और 1 दिसंबर की मध्यरात्रि में, ज़ोनल निदेशक घनश्याम सोनी, आईआरएस के नेतृत्व में छापेमारी की गई।
महिला तस्कर को छोटे-छोटे पाउच में मेफेड्रोन पैक करते हुए पकड़ा गया, जिसे यूनिवर्सिटी परिसर और आसपास के क्षेत्रों में वितरित करने की योजना थी।
ऑपरेशन में बगरू पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की।
क्या है पूरा मामला ?
एनसीबी ने अपराध संख्या 09/2024 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी महिला के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट, 1985 के तहत कार्रवाई की जा रही है। आगे की जांच में ड्रग सप्लाई चेन और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
नार्को-फ्री कैंपस अभियान
एनसीबी की यह कार्रवाई नार्को-फ्री कैंपस अभियान के तहत चल रहे प्रयासों का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों को नशीली दवाओं के खतरे से मुक्त करना है।
घनश्याम सोनी ने इस अभियान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ड्रग तस्करों द्वारा युवाओं को निशाना बनाना देश के भविष्य के लिए एक गंभीर खतरा है।
जनता से अपील
एनसीबी ने युवाओं और शैक्षणिक संस्थानों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल रिपोर्ट करें। सामुदायिक सहयोग से ही एक नशा-मुक्त समाज बनाया जा सकता है।