राजस्थान का इस वक्त का सबसे बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया है। मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि किरोड़ीलाल मीणा ने दो दिन पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।पूर्वी राजस्थान की सीटों पर हार की जिम्मेदारी लेते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। मंत्री किरोड़ी लाल चुनाव परिणाम आने के साथ ही सरकारी सुविधाएं छोड़ चुके थे।
राजस्थान का इस वक्त का सबसे बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया है। मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि किरोड़ीलाल मीणा ने दो दिन पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।पूर्वी राजस्थान की सीटों पर हार की जिम्मेदारी लेते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। मंत्री किरोड़ी लाल चुनाव परिणाम आने के साथ ही सरकारी सुविधाएं छोड़ चुके थे।
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इस्तीफा के बाद भले ही किरोड़ी लाल मीणा का रहे हैं कि उनके मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है लेकिन किरोड़ी की असली नाराजगी मुख्यमंत्री से ही है। जब विभागों का बंटवारा हुआ तो किरोड़ी लाल मीणा को कृषि विभाग दिया गया लेकिन इसमें कृषि विपणन विभाग नहीं दिया गया और ग्रामीण विकास विभाग दिया गया तो उसमें पंचायती राज विभाग नहीं दिया गया। किरोड़ी अपने करीबियों के बीच एक बात बोला करते थे कि उनको कपड़े तो सिला कर दिए गए हैं लेकिन कपड़े पूरे नाप के नहीं हैं। यह असंतोष और नाराजगी किरोड़ी और उनके समर्थकों में लगातार थी लेकिन समर्थक यह भी नहीं चाहते थे कि वे मंत्री पद से इस्तीफा दे दें क्योंकि यह अवसर करीब 17-18 साल बाद में आया था। किरोड़ी इससे पहले वसुंधरा राजे की पहली सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बने थे और 2007 में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।