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जयपुर एयरपोर्ट पर डिब्बे में मिले खतरनाक सांप, बिच्छू और मकड़िया

आपने आज तक एयरपोर्ट पर स्मगलिंग से जुडी चीजों को पकड़ते हुए सुना होगा। एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग अवैध तरीके से लाये गए सोना या अन्य ऐसी चीज जिसे बिना कस्टम ड्यूटी चुकाए लेट हैं या फिर एक देश से दूसरे देश में लाया जाता हैं। कस्टम विभाग उस पर कार्यवाही करके उसे पकड़ता लेकिन हाल ही में जयपुर एयरपोर्ट कस्टम विभाग ने साँप बिच्छू लाते हुए दो आदमियों को पकड़ा हैं , और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रहे हैं। हाल ही में जयपुर एयरपोर्ट पर एक घटना ने सबको चौका दिया हैं। कस्टम विभाग ने बैंकांक से आयी एयर एशिया की फ्लाइट में में जहरीले सांप, बिच्छू और मकड़ियों से भरे सात प्लास्टिक डिब्बे बरामद किए हैं।
दरअसल एयरपोर्ट में कस्टम अधिकारियों को जब दो यात्रियों पर शक हुआ, तो उनसे सख्ती से पूछताछ की गई। यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें नहीं पता था कि पैकेट में क्या था। इस मामले में वन विभाग को सूचित कर दिया गया है और अब उनकी टीम इन जीवों की जांच करेगी। कस्टम विभाग को शक है कि इन जहरीले जीवों की तस्करी नशे के लिए की जा रही थी।
जानकारों के मुताबिक, सांप और अन्य जहरीले जीवों के जहर का इस्तेमाल कुछ देशों में नशे के रूप में किया जाता है। सांप के जहर में न्यूरोटॉक्सिन नाम का एक केमिकल होता है, जो मस्तिष्क को प्रभावित कर नशे जैसा एहसास कराता है। इस तरह के नशे को ओफिडिज्म कहा जाता है, जो बेहद खतरनाक होता है।
भारत में इस तरह का नशा आम नहीं है, लेकिन विदेशों में इसका चलन है। यह नशा बेहद घातक हो सकता है और इसके प्रभाव कई दिनों तक बने रह सकते हैं। लंबे समय तक इसका सेवन करने से इसकी लत लग सकती है, जिससे व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से इस पर निर्भर हो सकता है

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025। जनता ने आप पार्टी के उड़ा दिए होश , अरविन्द केजरीवाल हारे

दिल्ली विधानसभा के चुनावी नतीजे इस बार चौकाने वाले आये हैं। इस चुनाव में अरविन्द केजरीवाल को भी करारी हार का मुँह देखना पड़ गया जिससे आम आदमी पार्टी की नींद उड़ गई है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्ता गंवाने के साथ ही नई दिल्ली सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी चुनाव हार गए हैं। आप पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल 1200 वोटों से चुनाव हार गए हैं। उन्हें बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने हराया। प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। इस चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को उतारा था।
चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा को 24743 वोट मिले. अरविंद केजरीवाल ने 21561 मत हासिल किए और वह 3000 से ज़्यादा मतों से हार गए. संदीप दीक्षित को 3113 वोट मिले और वो तीसरे नंबर पर रहे.
दिल्ली में अब तक हुए 7 विधानसभा चुनावों में से इस सीट पर एक बार भारतीय जनता पार्टी, 3 बार कांग्रेस और 3 बार आम आदमी पार्टी को जीत मिली है। 7 में से 6 चुनावों में जीतने वाले उम्मीदवार दिल्ली के सीएम भी बने हैं। साल 1993 के पहले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के कुंवर सेन चुनाव जीतने में सफल रहे थे. हालांकि 1998,2003 और 2008 के चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार शीला दीक्षित चुनाव जीतने में सफल रही

राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) की 75वीं वर्षगांठ का राष्ट्रीय उद्घाटन समारोह 7 फरवरी 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई), भारत सरकार ने 7 फरवरी 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम के साथ राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) की 75वीं वर्षगांठ मनाई। यह उपलब्धि देश भर में पहलों की एक श्रृंखला की शुरुआत का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण में एनएसएस डेटा की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना, राष्ट्र निर्माण के लिए डेटा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सभी क्षेत्रों के हितधारकों को शामिल करना है।

कार्यक्रम की शुरुआत एनएसएस महानिदेशक श्रीमती गीता सिंह राठौर के स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद प्रमुख हस्तियों डॉ. सी. रंगराजन, पूर्व आरबीआई गवर्नर, डॉ. राजीव लक्ष्मण करंदीकर, राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (एनएससी) के अध्यक्ष और डॉ. एसपी मुखर्जी, सेंटेनरी प्रोफेसर, कलकत्ता विश्वविद्यालय ने अपने प्रशस्ति पत्र प्रस्तुत किए। इस अवसर पर एक वृत्तचित्र प्रस्तुत किया गया, जिसमें पिछले 75 वर्षों में एनएसएस सर्वेक्षणों की यात्रा और इसके विकास पर प्रकाश डाला गया।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन सांख्यिकी एवं सांख्यिकी राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में माननीय मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि डेटा-संचालित नीति निर्माण के माध्यम से भारत के विकास को आकार देने में एनएसएस कितना महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार एनएसएस सर्वेक्षणों ने रोजगार, उपभोग, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों को प्रभावित किया है, तथा महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने में मदद की है। उन्होंने एनएसएस को आगे बढ़ाने, नई प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने और आने वाले वर्षों में इसकी प्रासंगिकता सुनिश्चित करने के लिए सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता पर जोर दिया। मंत्री ने अधिक समावेशी, डेटा-संचालित नीति निर्माण के लिए सांख्यिकीय प्रणाली के भीतर अधिक नवाचार और सहयोग का भी आह्वान किया।भारत के जी20 शेरपा श्री अमिताभ कांत ने भारत के विकास पर एनएसएस के 75 साल के प्रभाव का जश्न मनाने पर एक प्रेरक मुख्य भाषण दिया। उन्होंने सूचित नीति निर्माण और राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने में डेटा के महत्व पर जोर दिया। श्री कांत ने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार एनएसएस डेटा ने भारत की आर्थिक और सामाजिक नीतियों को आकार दिया है और डेटा को विकास, समावेशिता और प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए एक शक्तिशाली उपकरण बनाए रखने के लिए सांख्यिकीय क्षेत्र में निरंतर नवाचार का आह्वान किया। उन्होंने आग्रह किया कि नवाचार और नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने से भारत वैश्विक स्तर पर अधिक प्रासंगिक बनेगा।

उद्घाटन सत्र के बाद, कार्यक्रम में दो महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों के नेतृत्व में चर्चा हुई। पहला पैनल, जिसका शीर्षक था “विकसित भारत के लिए भविष्य के लिए तैयार भारतीय सांख्यिकी प्रणाली @ 2047” का संचालन डॉ. दलीप सिंह, एडीजी, ईएसडी, एमओएसपीआई ने किया, जिसमें पैनलिस्ट थे: प्रो. चेतन घाटे, निदेशक, आर्थिक विकास संस्थान (आईईजी), डॉ. शलभ, प्रोफेसर, गणित और सांख्यिकी विभाग, आईआईटी कानपुर, सुश्री अदिति चौबल, एसोसिएट प्रोफेसर, आईआईटी बॉम्बे और श्री मार्सिन पियाटकोव्स्की, कार्यक्रम नेता, समृद्धि, विश्व बैंक। चर्चा में डेटा अंतराल, सर्वेक्षणों में एआई और मशीन लर्निंग की भूमिका, वास्तविक समय डेटा उत्पादन और मजबूत सार्वजनिक-निजी क्षेत्र की भागीदारी की आवश्यकता जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। चर्चा से यह बात उभर कर सामने आई कि एनएसएस को सर्वेक्षण के क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकियों को अपनाना चाहिए तथा विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने हेतु वैकल्पिक आंकड़ों का पता लगाना चाहिए।

दूसरी चर्चा, “आर्थिक नीतियों को आकार देने में वैकल्पिक डेटा स्रोतों का महत्व”, का संचालन श्री प्रवीण श्रीवास्तव, पूर्व सचिव और सीएसआई, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा किया गया, जिसमें पैनलिस्ट सुश्री देबजानी घोष, प्रतिष्ठित फेलो, नीति आयोग, डॉ. आशीष कुमार, पूर्व महानिदेशक, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, डॉ. हिमांशु, एसोसिएट प्रोफेसर, जेएनयू, प्रो. अभिरूप मुखोपाध्याय, आईएसआई, दिल्ली और डॉ. राजेश शुक्ला, एमडी और सीईओ, प्राइस शामिल थे। चर्चा में नीति निर्माण में वैकल्पिक डेटा की बढ़ती भूमिका और इसे भारत की राष्ट्रीय सांख्यिकीय प्रणाली में कैसे एकीकृत किया जा सकता है, इस पर चर्चा की गई। चर्चा में विभिन्न हितधारकों से डेटा को एकीकृत करने के लिए एक केंद्रीकृत वास्तुकला बनाने के महत्व पर जोर दिया गया। इसमें अकादमिक संस्थानों और शोधकर्ताओं के साथ जुड़ाव को बेहतर बनाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया। बेहतर डेटा उपयोग के लिए, विभिन्न डेटा स्रोतों की अंतर-संचालनीयता को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसके अतिरिक्त, एनएसएस (राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण) डेटा को वैकल्पिक डेटा स्रोतों के साथ कैलिब्रेट करके समृद्ध करने का सुझाव दिया गया।

इस कार्यक्रम में लगभग 1200 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें नीति निर्माता, शोधकर्ता, राज्य डीईएस के अधिकारी, एनएसएस अधिकारी, भारत भर से क्षेत्रीय अधिकारी और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।इस कार्यक्रम ने वास्तव में यह प्रदर्शित किया कि भारत के सांख्यिकीय ढांचे के लिए एनएसएस डेटा कितना महत्वपूर्ण है और 2047 तक विकसित भारत बनाने की दिशा में राष्ट्र के मार्ग को आकार देने में इसकी भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है।

मुख्यमंत्री का विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस पर जवाब- 8 करोड़ लोगों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता

अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करना हमारा ध्येय राजस्थान का हित हमारे लिए सर्वप्रथम , गत सरकार के कार्यकाल में लगभग आधी घोषणाएं रही अपूर्ण – मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा – किसान परिवार से मेरा नाता – अन्नदाता को दी सम्मान निधि की सौगात – पहले वर्ष में ही प्रदेश के विकास का रोडमैप तैयार – डबल इंजन की सरकार से विकास को मिली गति – हमारी सरकार गरीब, युवा, किसान और महिलाओं की – आपणों अग्रणी राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध – केन्द्रीय बजट में शामिल किए गए प्रदेश के विकास प्रस्ताव – राज्य की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य

जयपुर, 07 फरवरी। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई बहस का जवाब देते हुए कहा कि हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाते हुए प्रदेश को खुशहाल व विकसित बनाने का है। राज्य सरकार गरीब, युवा, अन्नदाता, महिला के साथ-साथ समस्त वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा विकसित भारत 2047 हेतु दिये गये विजन के आधार पर काम किया जा रहा है। 

प्रधानमंत्री ने जेजेएम की अवधि मार्च 2028 तक बढ़ाई-

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत सरकार के समय जल जीवन मिशन में प्रदेश सम्पूर्ण देश में अंतिम पायदान पर खड़ा था। कार्य की गति धीमी थी, इस कारण मार्च 2025 में जेजेएम समाप्ति पर लाखों घर इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने केन्द्रीय बजट में जेजेएम की अवधि बढ़ाकर मार्च 2028 तक कर दी है। यह हमारी डबल इंजन की सरकार की शक्ति से संभव हुआ है।

श्री शर्मा ने कहा कि गत सरकार द्वारा जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार और घोटाले किए गए थे। हमारी सरकार इनकी जांच करवा रही है। गत सरकार के समय योजना के तहत टेंडर्स में अत्यधिक प्रीमियम आ रहा था, उस पर भी अब नियंत्रण हो गया है। इसी तरह गत सरकार के समय सहकारिता विभाग द्वारा दुर्घटना एवं जीवन बीमा के लिए प्रीमियम राशि 450 करोड़ रूपये से अधिक हो गई थी, जबकि अब वह 269 करोड़ रूपये ही है। 

केन्द्रीय करों में राज्य की हिस्सा राशि वर्ष 2025-26 के लिए 85 हजार 716 करोड़ रूपये-

श्री शर्मा ने कहा कि राज्यों को पूंजीगत निवेश के लिए उपलब्ध कराई जा रही सहायता तथा ऊर्जा क्षेत्र में सुधार के लिए दिये गये अतिरिक्त ऋण का महत्व है। पन्द्रहवें वित्त आयोग के तहत केन्द्र सरकार द्वारा आगामी वर्ष भी इन प्रावधानों को सहमति प्रदान की गई है। इन प्रावधानों के तहत राज्य को 18 हजार करोड़ रूपये से अधिक की राशि प्राप्त होगी। केन्द्रीय करों में राज्य की हिस्सा राशि को भी 75 हजार 156 करोड़ रूपये में 14 प्रतिशत से अधिक वृद्धि करते हुए वर्ष 2025-26 के लिए 85 हजार 716 करोड़ रूपये कर दिया गया है।

केन्द्र सरकार के आम बजट वर्ष 2025-26 में हुई ऐतिहासिक घोषणाएं-

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने आम बजट वर्ष 2025-26 में ऐतिहासिक घोषणाएं कर आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और मजबूत कदम बढ़ा दिया है। अब वह दिन दूर नहीं, जब हमारे देश की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगी। उन्होंने कहा कि इस बजट की वजह से राजस्थान में भी 12 लाख वार्षिक आय वाले मध्यम वर्ग व नौकरी पेशा लोगों को अब किसी प्रकार का आयकर नहीं देना होगा। इससे आमजन की जेब में जब ज्यादा पैसा आयेगा और वह निश्चित तौर पर ज्यादा खर्च करेगा। उन्होंने कहा कि 77 लाख से अधिक अन्नदाताओं, किसानों के लिए केसीसी की सीमा को 3 लाख से बढाकर 5 लाख किया गया है। साथ ही, प्रदेश में 6 लाख गिग वर्कर्स को पंजीकृत कर पीएम जन आरोग्य योजना से जोड़ने का फैसला आम बजट में लिया गया है। उन्होंने कहा कि आमजन, कृषकों, निवेशकों एवं उद्यमियों को राहत देने की श्रृंखला में आर.बी.आई. द्वारा भी 0.25 प्रतिशत रेपो रेट में कमी की गई है। 

किसान सम्मान निधि 6 हजार से बढ़ाकर की 8 हजार रूपये-

श्री शर्मा ने कहा कि गत सरकार द्वारा अतार्किक रूप से थोथी घोषणाएं की गई। किसानों से 10 दिन में संपूर्ण कर्जमाफी का वादा कर वादाखिलाफी की गई। हमारी सरकार ने प्रथम वर्ष में ही प्रदेश के विकास का एक्शन प्लान घोषित किया है। उन्होंने कहा कि वह किसान परिवार से आते है, इसलिए किसानों की जरूरतों को समझते है। आपणो अग्रणी राजस्थान संकल्प पत्र के तहत किसान सम्मान निधि की राशि को दोगुना करने का वादा किया था। प्रथम फेज में इसे 6 हजार रूपये से बढाकर 8 हजार रूपये किया गया है। 

गत सरकार के कार्यकाल में लगभग आधी घोषणाएं अपूर्ण-

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत सरकार के कार्यकाल में कुल 4148 घोषणाओं में से लगभग आधी 1921 घोषणाएं अपूर्ण रही हैं। उनके कार्यकाल में 50 हजार करोड़ रूपये से भी अधिक की अनेकों घोषणाओं पर काम ही प्रारम्भ नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि जनहित का ध्यान रखते हुए हमने पहले बजट में 5 वर्षों की कार्ययोजना निर्धारित कर 1 हजार से अधिक घोषणाएं की हैं। हमारी सरकार ने लेखानुदान और परिवर्तित बजट में कुल 1272 बजट घोषणाएं की हैं जिसमें से 297 पूर्ण हो चुकी हैं। 488 बजट घोषणाओं के संबंध में प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृतियां जारी की गई है और काम भी प्रगतिरत है।

एक वर्ष की अल्प अवधि में गरीब और किसानों को पहुंचाई मदद-

श्री शर्मा ने कहा कि गत सरकार के अंतिम वर्ष में 4232 स्कूटी वितरण हुई, जबकि हमारी सरकार के प्रथम वर्ष में ही 24 हजार 517 स्कूटियों का वितरण किया गया। हमने 88 हजार 800 टेबलेट का वितरण किया, जबकि गत सरकार के अंतिम वर्ष में यह संख्या शून्य रही। इसी प्रकार प्रथम वर्ष में 28 हजार 884 सोलर पम्प की स्थापना की गई जबकि गत सरकार के कार्यकाल में यह संख्या 1200 रही। हमारी सरकार ने एक वर्ष में नहरी तंत्र के माध्यम से 22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई। गत सरकार के अंतिम वर्ष में यह आंकड़ा 12 हजार 492 रहा। हमने एक वर्ष में गौशालाओं को 1148 करोड़ रूपये की सहायता दी, जबकि गत सरकार ने अंतिम वर्ष में गौशालाओं को 733 करोड़ रूपये की ही सहायता दी।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बीमा योजना का दायरा बढ़ाते हुए कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों एवं शिशुओं के पैकेज आदि को सम्मिलित कर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (माँ योजना) लागू की गई। इसी प्रकार पशुधन बीमा में छोटे पशु भी शामिल करते हुए मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना लागू की गई है। 

रामजल सेतु लिंक परियोजना का दायरा बढ़ाया-

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत सरकार के समय ईआरसीपी को लटकाया, अटकाया और भटकाया गया। हमारी सरकार ने इस परियोजना का दायरा बढ़ाते हुए ’रामजल सेतु लिंक परियोजना’ के रूप में धरातल पर क्रियान्वित करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि नवनेरा बैराज के अधूरे काम को पूरा कर माननीय प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से लोकार्पण करवाया गया। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में ही जयपुर में आयोजित “रामसेतु जल संकल्प कलश कार्यक्रम“ में एमओए एक्सचेंज किया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रस्तावित 3510 एमसीएम को बढ़ाकर 4102 एमसीएम जल प्राप्त करने का समझौता किया है। यह परियोजना भारत सरकार की राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना का हिस्सा है। इस परियाजना के क्रियान्वयन हेतु 9 हजार 416 करोड़ रूपये के कार्यादेश जारी कर काम प्रारंभ कर दिया है। साथ ही, योजना को और आगे बढ़ाते हुए 12 हजार 64 करोड़ रूपये के 5 अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की निविदाएं जारी कर दी गई हैं।

शेखावाटी की जमीन पर आएगा यमुना का जल-

श्री शर्मा ने कहा कि चूरू, सीकर, झुंझुनूं के प्यासे कंठों को पीने का पानी व 1 लाख 5 हजार हेक्टेयर प्यासी धरती की प्यास बुझाने का महत्ती कार्य किया जाएगा। शेखावाटी की जमीन पर यमुना का सरप्लस 1917 क्यूसेक पानी आएगा। उन्होंने कहा कि हम 19 हजार 136 करोड़ रूपये खर्च कर शेखावाटी के आम आदमी के सपने को साकार करेंगे।

गत सरकार के कुप्रबंध से राज्य को नहीं मिला कोयला-

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत सरकार के कुप्रबंधन के कारण सितम्बर 2023 से कोयले की सप्लाई बन्द हो गई थी। हमने इस समस्या का समाधान करते हुए जनवरी 2024 से 40 हजार मेट्रिक टन कोयला प्रतिदिन प्राप्त करना प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने कहा कि गत सरकार के गलत निर्णयों के कारण पारसा कोल ब्लॉक से भी कोयला उपलब्ध नहीं हो पाया। हमारी सरकार के प्रयासों से 8 हजार मेट्रिक टन कोयला उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि गत सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में मात्र 543 मेगावाट विद्युत उत्पादन की वृद्धि की, जबकि हमारी सरकार द्वारा एक साल के कार्यकाल में ही 2100 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन की वृद्धि की है। 

अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लिए कृतसंकल्पित-

श्री शर्मा ने कहा कि हम राज्य की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। हमने राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए पहले की वर्ष में राइजिंग राजस्थान का आयोजन कर विकास की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि प्रदेश को निवेश के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए एमएसएमई, एक्स्पोर्ट, टैक्सटाइल जैसी 10 से अधिक नीतियां लागू की, जिससे निवेशकों का राज्य में विश्वास कायम हुआ है तथा अब तक 35 लाख करोड़ रूपये के निवेश एमओयू हस्ताक्षरित किए गए हैं। इससे अर्थव्यवस्था में वृद्धि के साथ युवाओं को रोजगार के नवीन अवसर मिलेंगे। इन एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए लगातार इनकी समीक्षा की जा रही है। अब तक 10 हजार करोड़ रूपये से अधिक के एमओयू पर काम शुरू हो चुका है।

2025 में रिफाइनरी होगी प्रारम्भ-

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत सरकार राज्य वित्त आयोग की 2180 करोड़ रूपये की देनदारियां छोड़कर गई थी। हमने उक्त देनदारी के साथ 4 हजार करोड़ रूपये से अधिक का भुगतान भी पंचायतीराज संस्थाओं को जारी किया है। उन्होंने कहा कि गत सरकार ने 5 वर्ष तक अपनी कार्यप्रणाली के कारण रिफाइनरी का काम पूरा नहीं किया। हमने आते ही इस काम को गति दी तथा हम वर्ष 2025 में रिफाइनरी को प्रारम्भ कर देंगे।

कानून का राज हमारी प्राथमिकता-

श्री शर्मा ने कहा कि गत सरकार के समय कानून व्यवस्था बदहाल स्थिति में थी, जिससे आमजन परेशान था और पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल था। हमने आते ही कानून का राज स्थापित किया तथा संगठित अपराधों को रोकने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया। साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए भी प्रभावी कार्यवाही शुरू कर दी गई है। महिला सुरक्षा के लिए 250 कालिका पेट्रोलिंग यूनिट तथा प्रभावी पुलिसिंग के लिए 19 नए पुलिस थाने सृजित किए गए हैं। परिणामस्वरूप महिला अत्याचार के मामलों में 10.61 प्रतिशत की कमी आई है।

गत सरकार ने महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में नहीं दी मूलभूत सुविधाएं-

मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय योजना के नाम पर विद्यार्थियों के साथ धोखा किया गया। इन विद्यालयों में न तो अंग्रेजी माध्यम शिक्षक पदस्थापित किए गए, ना ही विद्यालयों में मूलभूत संरचना का निर्माण किया गया। उन्होंने कहा कि विद्या संबल योजना के तहत 2024-25 में 2783 गेस्ट फैकल्टी को महाविद्यालयों में अध्यापन के लिए लगाया गया, जबकि इनके समय 1571 गेस्ट फैकल्टी को ही लगाया गया था। हमारी सरकार बच्चों के भविष्य के निर्माण के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाते हुए हिन्दी तथा साथ ही अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा उपलब्ध करवाएगी। साथ ही, नई शिक्षा नीति के अनुसार आवश्यक सुधार कर उनको प्रभावी रूप से लागू करेगी।

गत सरकार के गलत निर्णयों से बजरी के अवैध खनन को मिला बढ़ावा-

श्री शर्मा ने कहा कि गत सरकार के गलत निर्णयों के कारण खनिज बजरी के नए पट्टे समय पर जारी नहीं हो सके और बजरी के अवैध खनन को बढावा मिला। हमारी सरकार द्वारा इस समस्या को प्राथमिकता से लेते हुए नई एमसैण्ड नीति लाकर नदियों की बजरी पर निर्भरता में कमी लाई गई। हमने बजरी के अवैध खनन, निर्गमन, भण्डारण की रोकथाम हेतु कार्यवाही की। इसी का परिणाम है कि आज मेजर मिनरल्स के 48 ब्लॉक्स, माईनर मिनरल के 607 ब्लॉक तथा बजरी के 101 ब्लॉक की नीलामी के साथ प्रदेश सम्पूर्ण देश में अग्रणी स्थान पर आ गया है। खनिज क्षेत्र से प्राप्त राजस्व में 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 

गत सरकार ने जल्दबाजी में बनाए नए जिले और संभाग-

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत सरकार ने बिना गुण-अवगुण के आधार पर जल्दबाजी में नये जिले एवं सम्भाग बनाये। 3 जिलों की तो आचार संहिता लगने से ठीक पहले ही घोषणा की गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1956 में प्रदेश में 26 जिले थे, तब से 67 वर्षों में मात्र 7 नये जिलों का गठन किया गया। गत सरकार ने अन्तिम वर्ष में एक साथ बिना सोचे-समझे 17 जिले बनाने का निर्णय लिया। हमारी सरकार ने विभिन्न मापदंडों के आधार पर परीक्षण कर जिलों एवं सम्भागों का पुनर्गठन किया।

हर वर्ग को राहत प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध राज्य सरकार-

श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में हर वर्ग को राहत प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। हमने सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 1 हजार रूपये से बढ़ाकर 1150 रूपये किया। हमने गत सरकार द्वारा बकाया छोड़ी गई पेंशन का भी भुगतान किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने दिसम्बर, 2024 तक देय पेंशन का भुगतान कर दिया है और इस वित्तीय वर्ष में माह अप्रैल, 2024 से लेकर जनवरी, 2025 तक 10 हजार 552 करोड़ रूपये की राशि का भुगतान कर दिया गया है।

जिला कलेक्टर ने ग्राम पंचायत डिडायच में रात्रिकालीन चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना, पात्र व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किया।

प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप आमजन की समस्याओं के पारदर्शी एवं गुणवत्तापूर्ण समाधान के उद्देश्य से जिला कलक्टर शुभम चौधरी की अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता की उपस्थिति में शुक्रवार को पंचायत समिति चौथ का बरवाड़ा की ग्राम पंचायत डिडायच के भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में रात्रि चौपाल का आयोजन हुआ।
रात्रि चौपाल में परिवादी ममता देवी बैरवा ने ग्राम पंचायत डिडायच में आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए भूमि आवंटन करवाने की मांग की। वहीं हेमराज शर्मा ने जॉब कार्ड अलग करवाने की मांग की। इस पर जिला कलक्टर ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को प्रकरण की जांच कर निस्तारण करने के निर्देश प्रदान किए। ग्रामीणों द्वारा बैरवा मौहल्ले में ट्रांसफार्मर लगवाने की मांग पर कलक्टर ने अवैध विद्युत कनेक्शनों की जांच कर विद्युत लोड़ बढ़ाने या नया ट्रांसफार्मर लगवाने के निर्देश अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग को दिए। साथ ही बिजली के झूलते तारो को तत्काल प्रभाव से कसवाने के निर्देश भी अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग को दिए। इसी प्रकार धोली गांव में आरओ प्लांट खराब होने की शिकायत पर अधीक्षण अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के निर्देश प्रदान किए। वहीं धोली गांव में राजकीय विद्यालय के खेल मैदान से अतिक्रमण हटवाने की शिकायत पर कलक्टर ने मौका मुआयना कर तहसीलदार को त्वरित कार्यवाही कर समाधान के निर्देश दिए।
रात्रि चौपाल में आम रास्तों से अतिक्रमण हटवाने, आंगनबाड़ी केन्द्र खुलवाने, गौशाला के लिए भूमि आवंटन एवं अनुदान सहायता प्रदान करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कार्य प्रारम्भ करवाने, खेल मैदान से अतिक्रमण हटवाने, पट्टे बनवाने सहित कुल 25 प्रकरण प्राप्त हुए। जिला कलक्टर ने सभी प्रकरणों को सुन विभागीय अधिकारियों को जन समस्याओं का स्थानीय स्तर पर त्वतिर समाधान करने के निर्देश प्रदान किए।
जिला कलक्टर ने ग्रामीणों को सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे जागरूक रहकर सरकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने एग्रीस्टैक योजना अंतर्गत फॉर्मर रजिस्ट्री शिविर, प्रधानमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना सहित सरकार की अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान कर पात्रों को लाभांवित करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने उपस्थित ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए ग्राम विकास अधिकारी अथवा स्वयं के मोबाइल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही एसडीएम दामोदर सिंह ने ग्रामीण कृषकों को फार्मर रजिस्ट्री शिविरों की जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में कृषकों की 11 अंकों वाली डिजिट यूनिक आईडी कार्ड बनाए जा रहे है जिसका उपयोग भविष्य में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में किया जाएगा। उन्होंने सभी कृषकों से शिविर में जाकर फार्मर आईडी बनवाने की अपील की।
जिला रसद अधिकारी रामभजन मीना ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि योजना के तहत पात्र व्यक्ति ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाईन आवेदन कर सकते है। इसके साथ ही उन्होंने विभाग द्वारा चलाए जा रहे गिव अप अभियान की जानकारी देते हुए अपात्र लोगों से खाद्य सुरक्षा सूची से 28 फरवरी तक स्वेच्छा से अपना नाम हटवाने की अपील की।
रात्रि चौपाल में मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव बुडानिया, अतिरिक्त जिला कलक्टर रामकिशोर मीणा, उपखंड अधिकारी चौथ का बरवाड़ा दामोदर सिंह, तहसीलदार चौथ का बरवाड़ा नीरज सिंह, सीएमएचओं डॉ. अनिल कुमार जैमिनी, उप निदेशक आईसीडीएस प्रियंका शर्मा सहित सभी जिला एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण रहे उपस्थित।

भजनलाल शर्मा सरकार पर नहीं थम रहे अपनों के ही आरोपअब विधायक कालीचरण सर्राफ ने लगाया ये आरोप

राजस्थान की भजनलाल शर्मा अपने ही विधायक और मंत्री के आरोपों से नहीं निपट पा रहे हैं। भजनलाल सरकार के विधायक से लेकर मंत्री आरोप लगाने में पीछे नहीं हैं। आज विधानसभा सदन में विधायक कालीचरण सर्राफ ने करप्शन में लिप्त अफसरों पर क्लास लगाई और सरकार पर उनको सरक्षण देने का आरोप लगाया। कालीचरण सराफ ने अपनी ही सरकार पर लगाए आरोप मंत्री गोतम कुमार ने विधानसभा में कहा कि अब तक 10 अधिकारियों को निलंबित किया गया है और कई कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए हैं. उन्होंने करप्शन के आरोपों के बाद भी कई अधिकारियों को फील्ड फील्ड पोस्टिंग देने के आरोप लगाए
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में आज प्रश्नकाल विपक्ष के हंगामे के बीच हुआ. कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के लगाए गए फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर विपक्ष ने काली पट्टी बांधकर वेल में नारेबाजी की. विपक्ष ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की. हालांकि, हंगामे के बावजूद प्रश्नकाल की कार्यवाही जारी रही और जनहित से जुड़े कई मुद्दों पर सवाल-जवाब हुए.
जयपुर से मालवीय नगर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक कालीचरण सराफ ने प्रदेश की सहकारी समितियों में हुए गबन को लेकर सवाल उठाया. कालीचरण सराफ ने कहा कि सरकार ऐसे अफसरों की फिर से नियुक्ति कर रही है, जिन पर करप्शन के चार्जेज हैं. इस पर मंत्री गोतम कुमार ने जवाब दिया कि कांग्रेस सरकार के दौरान हुए घोटालों की जांच पूरी हो चुकी है और दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है. अभी 273 मामले लंबित हैं, जिन पर जल्द ही कार्रवाई होगी.
अब तक 10 अधिकारियों को निलंबित किया गया है और कई कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए हैं. उन्होंने करप्शन के आरोपों के बाद भी कई अधिकारियों को फील्ड फील्ड पोस्टिंग देने के आरोप लगाए

राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स में लोगों को जल्द मिलेगी राहत, सरकार लाएगी नई स्कीम : नितिन गडकरी

नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार जल्द ही राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाले वाहनों पर लगने वाले टोल पर यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय राजमार्गों पर यूजर्स को लाभ पहुंचाने के लिए एक यूनिफॉर्म टोल नीति पर काम कर रही है।गडकरी ने एनडीटीवी से कहा, “हमारी रिसर्च पूरी हो चुकी है और स्कीम की जल्द घोषणा की जाएगी।”

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि सरकार राष्ट्रीय राजमार्गों पर एक ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू करने पर काम कर रही है। इससे राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात का प्रवाह सुगम होगा।गडकरी ने स्वीकार किया कि सोशल मीडिया पर टोल कलेक्शन को लेकर उन पर मीम्स बन रहे हैं।इंटरव्यू में गडकरी ने कहा, “सोशल मीडिया पर कई लोग ट्रोल कर रहे हैं। कुछ लोग टोल को लेकर गुस्सा भी हैं। मैं बस यह कहना चाहता हूं कि टोल को लेकर ये गुस्सा कुछ दिनों में समाप्त हो जाएगा।”भारत के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है। देश में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 1,46,195 किमी है।

देश का टोल कलेक्शन 2023-24 में 64,809 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है।केंद्रीय मंत्री गडकरी का बयान ऐसे समय पर आया है, जब करीब एक हफ्ते पहले आए आम बजट 2025-26 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स छूट की सीमा को बढ़ाकर 12.75 लाख रुपये तक कर दिया गया है। इससे सरकार की आय एक लाख करोड़ रुपये कम होगी। वहीं, दूसरी तरफ आम आदमी के हाथ में अधिक पैसा बचेगा और लोग पहले के मुकाबले अधिक खर्च कर पाएंगे।गडकरी ने आगे कहा कि यमुना को साफ किया जाएगा और नदी के दिल्ली हिस्से को सीप्लेन के लिए लैंडिंग स्ट्रिप के रूप में भी इस्तेमाल किया जाएगा।उन्होंने बताया कि गुजरात में साबरमती पर यह पहले ही सफलतापूर्वक किया जा चुका है

फोन टैपिंग पर सीएम भजनलाल शर्मा को सदन में जवाब देना चाहिए : अशोक गहलोत

जयपुर । पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने फोन टैपिंग के मुद्दे पर ट्वीट करके कहा है कि हमारी सरकार के समय मैंने सदन के पटल पर कहा था कि किसी भी मंत्री, सांसद और विधायक का टेलिफोन सर्विलांस पर नहीं लिया गया और न ही लिया जाएगा। लेकिन भाजपा सरकार पर अपने ही कैबिनेट मंत्री द्वारा फोन टैपिंग के आरोप लगाना भाजपा की सच्चाई उजागर करता है गहलोत ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर प्रकृति का है क्योंकि आरोप राजनीतिक लाभ के लिए किसी विपक्षी नेता ने नहीं बल्कि सरकार के कैबिनेट मंत्री ने लगाए हैं। इनकी सच्चाई सामने आनी चाहिए। मुख्यमंत्री को सदन में जवाब देना चाहिए। आपको बता दे कि कैबिनेट मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही भजनलाल सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया है 

शिक्षा मंत्री ने दिया स्वस्थ जीवन का संदेश

राजस्थान ने रचा फिर इतिहास,1.53 करोड़ लोगों ने एक साथ किया सूर्य नमस्कार
राजस्थान की बीजेपी सरकार ने एक बार फिर अपना नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज़ करवाया हैं। योग के माध्यम से सूर्य नमस्कार कर ये रिकॉर्ड दर्ज़ हुआ। राजस्थान ने सूर्य नमस्कार के क्षेत्र में एक और विश्व रिकॉर्ड कायम किया है। 3 फरवरी को हुए एक राज्य स्तरीय आयोजन में 1 करोड़ 53 लाख से अधिक लोगों ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। इस उपलब्धि ने पिछले वर्ष के 1.33 करोड़ प्रतिभागियों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया राजस्थान विधानसभा परिसर में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि प्रथम भल्ला ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि का प्रोविजनल प्रमाण पत्र जारी किया। इसे राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने स्वीकार किया। यह आयोजन राज्य के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में संपन्न हुआ था, जबकि जयपुर के एसएमएस फुटबॉल ग्राउंड में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षा मंत्री खुद भी शामिल हुए।

शिक्षा मंत्री ने दिया स्वस्थ जीवन का संदेश

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस विश्व रिकॉर्ड पर प्रदेशवासियों को बधाई दी और कहा कि सूर्य नमस्कार न केवल भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा है, बल्कि यह स्वास्थ्य और तनाव मुक्त जीवन के लिए भी बेहद लाभकारी है। उन्होंने सभी नागरिकों से इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की। आपको बताये सूर्य नमस्कार के क्या फायदे होते हैं। सूर्य नमस्कार योग की एक प्राचीन प्रक्रिया है, जिसमें 12 आसनों का संयोजन होता है। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। नियमित अभ्यास से शरीर लचीला और ऊर्जावान रहता है, साथ ही यह एकाग्रता और आत्मशक्ति को भी मजबूत करता है

विशेष योग्यजनों को पात्रता के आधार पर विभिन्न 14 योजनाओं से किया जा रहा लाभान्वित -सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने शु्क्रवार को विधानसभा में कहा कि प्रदेश के विशेष योग्यजनों को पात्रता के आधार पर 14 विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिव्यांगता की श्रेणी को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 21 प्रतिशत किए जाने पर भी आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के विशेष प्रयासों से प्रदेश में मस्कुलर डिस्ट्राफी बीमारी से पीडित मरीजों के लिए 1 लाख रूपए तक की इलेक्ट्रिक व्हील चेयर देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिव्यागों के सामाजिक और आर्थिक संबल को ध्यान में रखते हुए कई विशेष योजनाएं लागू की हैं। उन्होंने कहा कि विशेष योग्यजनों द्वारा दिव्यांगता प्रमाण-पत्र (यू.डी.आई.डी कार्ड) हेतु स्वावलम्बन पोर्टल पर आवेदन किया जाता है, उनमें से पात्रता अनुसार विशेष योग्यजनों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र (यू.डी.आई.डी कार्ड) जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के स्वावलम्बन पोर्टल दिनांक 31.01.2025 के अनुसार पाली जिले में जारी दिव्यांगता प्रमाण-पत्र की संख्या 22 हजार 24 है। उन्होंने बताया कि विशेष योग्यजनों को नियमानुसार एवं पात्रतानुसार पेंशन का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि राजएसएसपी पोर्टल पर दिनांक 31.01.2025 के अनुसार पाली जिले मे विशेष योग्यजन पेंशनर्स की कुल संख्या 18 हजार 209 है।

इससे पहले विधायक केसाराम चौधरी के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि विशेष योग्यजनों को पात्रता के आधार में निम्न 14 योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने सभी 14 योजनाओं विशेष योग्यजन चिन्हिकरण योजना, विशेष योग्यजन सम्मान पेंशन योजना, मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना, सुखद दाम्पत्य जीवन योजना,संयुक्त सहायता योजना, बजट प्रावधानुसार स्कूटी वितरण योजना, विशेष योग्यजन छात्रवृति योजना, विशेष योग्यजन पेंशनधारी को स्वयं का व्यवसाय आरम्भ करने हेतु एकमुश्त पेंशन योजना,आस्था योजना, विशेष योग्यजन राज्य स्तरीय पुरस्कार योजना, पोलियो करैक्शन कैम्प, विशेष योग्यजनों के लिये स्वरोजगार एवं प्रशिक्षण योजना, विशेष योग्यजन खेलकूद योजना और अधिक सहारे की आवश्यकता वाले विशेष योग्यजनों के लिये पेंशन राशि के अतिरिक्त मासिक आर्थिक सहायता योजना के बारे में भी बताया।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने जिला पाली में विगत 4 वर्षों में स्कूटी वितरण के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22-लाभान्वित संख्या-34, वर्ष 2022-23-लाभान्वित संख्या-167, वर्ष 2023-24-लाभान्वित संख्या-149 और वर्ष 2024-25-लाभान्वित संख्या-65 रही। उन्होंने कहा कि पाली जिले में विगत 04 वर्षों में कुल 415 विशेष योग्यजनो को स्कूटी वितरित कर लाभान्वित किया गया है।