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कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक, राज्य में 50 फास्ट ट्रैक कोर्ट खोलने परकिया जा रहा विचार: मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में पीडितों को त्वरित न्याय उपलब्ध कराने के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें खोलने के संबंध में केन्द्र को प्रस्ताव भिजवाने के साथ ही राज्य स्तर पर भी उच्च न्यायालय से विमर्श कर फास्ट ट्रैक अदालतें खोलने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने आपराधिक घटनाओं के बाद शव रखकर प्रदर्शन को अनुचित बताते हुए कहा कि इससे अनुसंधान कार्य में वैधानिक अड़चनें आने के साथ ही यह दिवंगत के प्रति भी असंवेदनशीलता है। उन्होंने पुलिस द्वारा मनचलों का रिकॉर्ड पुलिस थानों में दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू होने से ऐसी घटनाओं में कमी आई है एवं महिलाओं व अभिभावकों में सुरक्षा की भावना आई है। गंभीर अपराधों में केस ऑफिसर्स स्कीम के तहत कार्यवाही कर त्वरित न्याय सुनिश्चित किया है। उन्होंने धरियावद व कुचामन सहित अन्य घटनाओं में पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही कर मुल्जिमों की तत्काल धरपकड़ की सराहना की।


सीएम गहलोत शनिवार रात को मुख्यमंत्री निवास पर कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाए रखने के साथ ही अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए आदतन अपराधियों, जघन्य अपराधों में लिप्त अपराधियों, मादक पदार्थों के तस्करों आदि पर कड़ा प्रहार किया जाए। श्री गहलोत ने प्रत्येक थाना क्षेत्र में आदतन अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही अमल में लाने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने प्रभावी रात्रि गश्त की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त होमगॉर्ड्स को नियोजित किया जाए। उन्होंने नवसृजित जिलों सहित अन्य जिलों में रिक्त पुलिस की नफरी को ध्यान में रखते हुए कानून व्यवस्था संधारण हेतु होमगॉर्ड्स नियोजित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती जिलों में आपराधिक तत्वों के विरूद्ध सख्ती के साथ ही इन क्षेत्रों में अतिरिक्त जाब्ते के लिए होमगॉर्ड्स नियोजित करने एवं क्विक रेस्पांस टीमें गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त 112 वाहन भी नियोजित करने के निर्देश दिए।
सीएम गहलोत ने कहा कि देह का समय पर पोस्टमॉर्टम नहीं होने की स्थिति में साक्ष्य व सबूत कमजोर होने की संभावना होती है और इससे अपराधियों को लाभ भी मिल सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने कानून पारित किया है। कई अवसरों पर पीडित पक्ष द्वारा शव रखकर प्रदर्शन करने के कारण एफआईआर देरी से दर्ज करवाई जाती है। साथ ही डिटेन किए गए मुल्जिमों को भी इसका लाभ मिलने की संभावनाएं रहती हैं। इन प्रदर्शनों से अनुसंधान व न्यायिक प्रक्रिया में अनेक अड़चनें पैदा करने वाली परिस्थितियां उत्पन्न होती है और पीडित परिवार को भी न्याय मिलने में बाधा उत्पन्न होती है। उन्होंने असामाजिक तत्वों के उकसावे में आकर पार्थिव शरीर को लेकर प्रदर्शन करने की प्रवृत्ति को अनुचित बताते हुए आमजन से इस संबंध में कानून का पालन करने का आग्रह किया है।

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#quickrelief
#lawandorder

12वीं क्लास की छात्रा से गैंग रेप, पानी में नशीली दवाई मिलाकर बेहोशी की हालत में दिया वारदात को अंजाम

जयपुर। मुहाना थाना इलाके में 12वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा से गैंग रेप का मामला सामने आया है ।पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। मामले की जांच एडिशनल डीसीपी पूनम चंद विश्नोई को सौपी गई है।

पुलिस के बताए अनुसार मुहाना निवासी नाबालिक के पिता ने मामला दर्ज कराया है कि 17 वर्षीय बेटी 12वीं क्लाास में पढ़ती है पडोस में रहने वाला युवक 22 जुलाई को उसकी बेटी को स्कूल जाते समय बाइक पर बैठाकर रोज गार्डन ले गया वहां पर कुछ देर बैठने के बाद अपने दोस्त को बुलाया और उसके घर ले जाकर उसे पानी में नशीली दवाई मिलाकर पिलाया। बेहोशी की हालत में दोनो ने बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। वारदात के समय आरोपियों ने उसका अश्लील वीड़ियों बना लिया और आए दिन उसे ब्लैकमेल करने लगे। 28 अगस्त को आरोपियों ने वीड़ियो वायरल करने की धमकी देकर उसे मिलने के लिए बुलाया। रोज-रोज की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर पीड़िता ने आपबीती परिजनों को सुनाई। गुस्साए परिजनों ने पीड़िता को थाने ले जाकर आरोपी युवक व दोस्त के खिलाफ पॉक्सो एक्ट का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनो आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

पीड़ित महिला को सांत्वना देने पहुँचे सीएम अशोक गहलोतजनता ने जताया आक्रोश और लगाये विरोध में नारे

प्रतापगढ़ की धरियावद तहसील के पहाड़ा गांव में मानवता शर्मसार। कांग्रेस के कुशासन की पराकाष्ठा। गर्भवती विवाहिता को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने की घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जबरदस्त विरोध। जनता ने काले झंडे दिखाकर गहलोत मुर्दाबाद के नारे लगाए । जनता के विरोध के बाद भागे सीएम अशोक गहलोत

#shameongehlot

#pratapgarhProtest

बेणेश्वर धाम में होने वाली परिवर्तन संकल्प यात्रा शुभारंभ सभा स्थल का भूमि पूजन हुआ संपन्न

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भाजपा द्वारा प्रदेश में निकाली जाने वाली परिवर्तन संकल्प यात्रा 2023 के अंतर्गत बेणेश्वर धाम से कोटा तक होने वाली परिवर्तन यात्रा क्रमांक 02 के शुभारंभ कार्यकम स्थल का भूमि पूजन बेणेश्वर धाम में हुआ संपन्न ,

पूर्व भाजपा प्रदेश महामंत्री व यात्रा सभा प्रमुख सुशील कटारा ने बताया कि धार्मिक विधि
विधान के अनुसार आज बेणेश्वर से कोटा जाने वाली यात्रा के शुभारंभ स्थल का भूमि पूजन किया गया, भगवान बेणेश्वर के आशीर्वाद से यह यात्रा उदयपुर अजमेर और कोटा संभाग के 11 जिलों के लिए प्रस इसके अंतर्गत 52 विधानसभाओं में यह है यात्रा जाएगी , कल सितंबर रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी की गरिमामयी उपस्थिती में आम सभा बेणेश्वर धाम में होगी। जिसमे प्रदेश के प्रमुख नेता, प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि समेत हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व आमजन भाग लेंगे

परिवर्तन यात्रा 02 के संयोजक व प्रदेश महामंत्री चुन्नीलाल गरासिया ने बताया कि भूमि पूजन कार्यक्रम में कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल यात्रा सह संयोजक व उदयपुर संभाग से प्रभारी प्रमोद सामर , यात्रा सभा प्रमुख व पूर्व भाजपा महामंत्री सुशील कटारा , आसपूर विधायक गोपीचंद मीणा जी,डूंगपुर भाजपा जिला प्रभारी कमलेश पुरोहित जी, जिला महामंत्री इंद्रवीर सिंह जी ने भाग लिया

गर्भवती आदिवासी महिला को निर्वस्त्र घुमाने पर फिर गरमाया मामला, पति सहित 11 आरोपियों पर मामला दर्ज, सीएम गहलोत ने पीड़िता को मुआवजे के साथ नौकरी घोषणा की।

रक्षाबंधन के दो दिन बाद प्रतापगढ़ जिले के धरियाबाद उपखंड से महिला उत्पीड़न का दिल दहलाने वाला एक वीडियो वायरल हुआ इस वीडियो के बाद पुलिस प्रशासन सहित राजस्थान सरकार एक बार फिर संदेह के घेरे में आ खडी हुई है। दरअसल धरियाबाद उपखंड के गांव पहाड़ में 5 महीने की गर्भवती आदिवासी महिला को स्वयं के पति व अन्य ग्रामीण सहयोगियों द्वारा निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घूमने की घटना सामने आई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन ने हरकत में आते हुए मामले की गंभीरता पर संज्ञान लिया। वहीं प्रदेश मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को हमले पर एक्शन लेते नजर आए दरअसल पूरे देश में इस घटना की चर्चा होने के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को इस गांव में पहुंचे। इससे पहले उन्होंने जयपुर से एडीजी दिनेश एम.एन. को द्वारा मामले पर नियंत्रण बनाने का प्रयास किया। इसके बाद पीडित महिला के पति सहित 11 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही सीएम गहलोत ने पीडित महिला को सरकार से  ₹10 लाख का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी का एलान करते हुए बताया कि मामले में फास्टट्रैक कोर्ट बनाकर अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। सीएम गहलोत ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस ने तुरंत उक्त मामले कार्रवाई की है। लेकिन उन्होंने मामले में संलिप्त ग्राम अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और इस घटना को पारिवारिक मामला बताकर दबाने का प्रयास किया है। फिल्हाल पीड़ित गर्भवती महिला को पुलिस सुरक्षा में गेस्ट हाउस में रखा गया है।

पूरे घटनाक्रम से अन्य राजनीतिक दल भी सक्रिय हो गये हैं। इसके चलते भाजपा पार्टी द्वारा राजसमंद सांसद दिया कुमारी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनायी गयी है।

#parivartanYatra

#SCAct

#nahisahegarajasthan

#tribalwomen

ऊर्जा विभाग ने उपभोक्ताओं से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था मैं सहयोग की अपील की,मानसून की कमी के कारण विद्युत की मांग में लगातार बढोतरीसितंबर माह के पहले दिन ही विद्युत की मांग 3688 लाख यूनिट

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प्रदेश में माह अगस्त में 8 अगस्त तक विद्युत आपूर्ति सामान्य रही है लेकिन मानसून की कमी के कारण 9 अगस्त से विद्युत की मांग में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है l विद्युत की औसत मांग 3311 लाख यूनिट प्रतिदिन रही जो की गत वर्ष इसी माह की तुलना में 39 प्रतिशत अधिक है l विद्युत की अधिकतम मांग 3607 लाख यूनिट/17548 मेगावाट रही है जो कि अभी तक की सर्वाधिक है l प्रदेश की विद्युत वितरण निगमो द्वारा किसी भी एक माह में अभी तक की अधिकतम विद्युत की आपूर्ति माह अगस्त के दौरान की गई है l अधिकतम मांग की आपूर्ति के बावजूद भी माह अगस्त के दौरान पूरी मांग की पूर्ति नहीं की जा सकी है तथा कुछ दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में एक से डेढ़ घंटे की विद्युत कटौती भी करनी पड़ी है l मानसून की कमी के कारण राजस्थान के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी अगस्त माह में विद्युत की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि रही है और 31 अगस्त को देश में अधिकतम मांग 239000 मेगावाट दर्ज की गई है जो की एक रिकॉर्ड है l विद्युत की मांग की तुलना के सापेक्ष उपलब्धता में राष्ट्रीय स्तर पर कमी हो गई है l मानसून की बेरुखी को देखते हुए माह सितंबर में भी यही परिदृश्य देखा जा रहा है तथा माह के पहले दिन ही विद्युत की मांग 3688 लाख यूनिट/17 688 मेगावाट रही है l किसानों व घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को मांग के अनुसार विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु पुरजोर प्रयास किया जा रहे हैं और आवश्यकता पड़ने पर उद्योगों पर सप्ताह में दो दिन व शहरी क्षेत्र में सुबह 1 घंटे की घोषित विद्युत कटौती भी अमल में लाई जा रही है l विद्युत की लगातार बढ़ती हुई मांग को देखते हुए ऊर्जा विभाग ने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है की प्रत्येक उपभोक्ता अपने विद्युत उपभोग को नियंत्रित करें तो राज्य में कुल एक करोड़ 80 लाख विद्युत उपभोक्ता विद्युत की मांग को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं l

राजस्थान के प्रतापगढ़ में महिला के साथ दुर्व्यवहार तथा छेड़खानी की घटना दुर्भाग्यपूर्ण: अभाविप

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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राजस्थान के प्रतापगढ़ के धरियावद में जनजातीय महिला को निर्वस्त्र कर दुर्व्यवहार करने की घटना की कड़ी निंदा करती है, यह घटना अत्यंत शर्मनाक और झकझोर देने वाली है। दो दिन बीत जाने के बाद भी राजस्थान की कांग्रेस सरकार दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकी।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी दोनों आंखें बंद करके गहरी निद्रा में सो रहे हैं और महिला सुरक्षा और सम्मान का ढोंग करने वाले राजनीतिक गिद्धों को पीड़ित महिला की चीखें तक नहीं सुनाई दे रही। पिछले दिनों में करौली में जनजातीय समुदाय की छात्रा के साथ दुष्कर्म करके उसे गोली मारकर उस पर तेजाब डाल दिया गया, उदयपुर में बालिका के साथ रेप करके उसे काट दिया गया, बाड़मेर में महिला के साथ बलात्कार कर उसे नंगा फेंक दिया और जोधपुर में विश्वविद्यालय कैंपस में छात्र के साथ दुष्कर्म किया गया ऐसी घटनाएं पूरे राजस्थान को शर्मसार कर रही है।

अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने कहा कि,” राजस्थान की कांग्रेस सरकार महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध रोकने में फेल हो गई है, राजस्थान के माननीय उच्च न्यायालय से सीधे हस्तक्षेप की मांग करते हुए दोषियों को कठोरतम दंड देने की मांग करती है। चित्तौड़ के प्रांत मंत्री हर्षित नानोमा ने बताया की राजस्थान सरकार की विफलताओं के चलते राजस्थान में महिलाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय है। राजस्थान सरकार अपराधियों को संरक्षण देना बंद करे।”

त्रिनेत्र गणेश मंदिर से परिवर्तन संकल्प यात्रा की विधिवत शुरूआत, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिखाई हरी झंडी

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भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा का आगाज आज रणथंबौर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर में पूजा अर्चना के साथ हुआ। गणेश मंदिर में पूजा के बाद दशहरा मैदान में आयोजित जनसभा के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, और अन्य वरिष्ठ नेताओ ने परिवर्तन संकल्प यात्रा के स्टीकर का विमोचन किया। इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया, उसके बाद परिवर्तन संकल्प यात्रा के रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

परिवर्तन संकल्प जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एंव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि प्रदेश में 2018 के बाद से विकास के नये आयाम छूट गए और सडक, बिजली, पानी, चिकित्सा और अन्य सभी कार्य ठप्प पडे हैं। पूर्वी राजस्थान में पानी की समस्या बेहद गंभीर समस्या है, इस संबंध में पहली बार मेरे समय में जब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर थे तब 25 अगस्त 2005 मंे नदियों के पानी का बंटवारा हुआ था। प्रदेश में ईआरसीपी पर काम करने वाली पहली सरकार कोई थी तो वह भाजपा सरकार थी। हमने 13 जिलों की 2 लाख हैक्टेयर भूमि की सिंचाई की व्यवस्था की थी। इस काम के लिए वेबकॉर्स कंपनी काम कर रही थी। इस संबंध में राजस्थान और मध्यप्रदेश की बैठक भी हुई थी।

भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एंव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि उस समय इस योजना के लिए वर्ष 2017-18 और 2018-19 में 37 हजार करोड का बजट पास किया गया था। समय के साथ भले यह बजट बढ गया हो लेकिन नवनेरा बैराज और ईशरदा बांध पर हमारे समय में काम जारी था। मेरे समय में 1536 करोड रूपये इस योजना पर खर्च हो चुके थे। लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान में कांग्रेस सरकार आई और उसके बाद से यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई। प्रदेश की जनता को सरकार परिवर्तन होने पर इसका खामियाजा भुगतना पडा। गहलोत सरकार ने पांच साल तक इस दिशा में सोचा ही नहीं और जब चुनाव आने को हैं तब उन्हे पानी की याद आई है।
जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रदेश से अशोक गहलोत की मुगलिया सरकार को विदा करने का समय आ गया है। नहीं सहेगा राजस्थान कैंपेन ने इस सल्तनत की जडे हिला दी। प्रदेश में चारों दिशाओं से यात्रा के अश्वमेघ रथ रवाना होंगे। बीते साढे चार वर्षों में कांग्रेस सरकार ने तुष्टिकरण की हदें पार करके गरीबों से उनकी जमीनें छीनकर वक्फ बोर्ड को दे दी। लेकिन समय की अपनी चाल होती है, याद कीजीए जब बाबरी ढांचे के विध्वंस के बाद अशोक गहलोत ने अपने गुरू तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के कहने पर राजस्थान में भाजपा की भैरोसिंह सरकार को गिराया था। वह भी दिसंबर की घटना थी, और इस बार प्रदेश की जनता दिसंबर के महिने में इस कुशासन वाली सरकार को हटाकर भाजपा की मजबूत सरकार बनाएगी।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रदेश में युवा और किसान वादाखिलाफी का शिकार हुए हैं। प्रतापगढ के धरियावद की घटना से मानवता शर्मशार हुई है। आज राजस्थान देशभर में दुष्कर्म, दलित अत्याचार, भ्रष्टाचार और महिला अत्याचार में नंबर एक पर आ गया है। वीरांगनाओं की धरती पर महिलाओं के साथ जो हो रहा है वह किसी से छिपा नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज सवाईमाधोपुर की धरती पर जनता परिवर्तन का संकल्प लेकर आई है। प्रदेश मंे प्रतिदिन दुष्कर्म की 17 घटनाएं हो रही है। कल की धरियावद के पहाडा गांव की घटना लोगों के जहन में है, किस कदर एक विवाहिता को निर्वस्त्र कर घुमाया जाता है। नौजवान आज इस परिवर्तन यात्रा में कहने आया है कि बेराजगारी भत्ते के नाम पर दर दर की ठोकर खानी पडी। युवाओं की नौकरियां लूट ली गई और पेपर लीक कर भविष्य का सौदा कर दिया गया। आरपीएससी में बाबूलाल कटारा पेपर चोरी करते पकडे गए। दर्जा प्राप्त मंत्री गोपाल केसावत रिश्वत लेते पकडे गए। दलितों पर अत्याचार की हद हो गई और एनसीआरबी के आंकडे देखने पर पता चलता है कि प्रदेश में सायबर क्राइम और दुष्कर्म के मामले किस कदर बढे हैं। इससे भी ज्यादा शर्मनाक तो यह है कि चार साल में प्रदेश की पुलिस तीन हजार बार पिटी है। जिस प्रदेश में पुलिस का इकबाल जिदंा ना रहे वहंा की कानून व्यवस्था का आप अंदायजा लगा सकते हैं।

हो गया तय, सचिन पायलट राजस्थान की इस विधानसभा सीट से लड़ेंगे चुनाव..!!

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राजस्थान की सियासत का एपिक सेंटर बन चुका टोंक से सचिन पायलट को लेकर बड़ी खबर आई है. देशभर में उड़ी सियासी अफवाह पर टोंक कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद के एक बयान ने विराम लगा दिया है. देशभर की सियासी गलियारों में सचिन पायलट के विधानसभा चुनाव लड़ने की चल रही अलग अलग विधानसभा सीटों से चुनावी कमेंट अफवाहों पर विराम लग गया है.

सचिन पायलट किस विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे:

कभी दौसा से चुनाव लड़ने की अफवाह तो अभी अजमेर के नसीराबाद और मसूदा से चुनाव लड़ने की अफवाह. टोंक में विरोध के चलते विधानसभा सीट बदलने की अफवाह. इन तमाम अफवाहों और कयासों पर जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद ने विराम लगाते हुए कहा है कि सचिन पायलट टोंक विधानसभा से ही चुनाव लड़ेंगे. हालांकि कांग्रेस पर्यवेक्षकों और प्रभारी को टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस से 18 कांग्रेसियों ने पायलट के सामने दावेदारी जताते हुए बायोडाटा भी दिया है.

विधायक सचिन पायलट एक बार फिर से टोंक विधानसभा से ही चुनावी मैदान में होंगे. यह दावा टोंक कांग्रेस जिला अध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा ने किया है. टोंक जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए टोंक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हरि प्रसाद बैरवा ने बताया कि जिला कोंग्रेस कमेटी,ब्लॉक कांग्रेस और कोंग्रेस पार्टी के अग्रिम मोर्चो द्वारा एक प्रस्ताव बनाकर टोंक विधायक सचिन पायलट को भेजा गया था.

भेजे गए प्रस्ताव में पूर्व डिप्टी सीएम और वर्तमान में टोंक विधायक सचिन पायलट से एक बार फिर से टोंक विधानसभा से ही चुनाव लड़ने की मांग की. कांग्रेस जिला अध्यक्ष हरी प्रसाद बैरवा का कहना है कि भेजे गए प्रस्ताव पर सचिन पायलट ने अपनी स्वीकृति जारी कर दी है.

टोंक से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे सचिन पायलट:

ऐसे में अब यह अधिकारिक तौर पर कहा जा सकता है कि पायलट टोंक से ही चुनाव लड़ेंगे. आपको बता दें कि इससे पहले टोंक विधानसभा से करीब 18 नेताओ ने टोंक विधानसभा से चुनाव लड़ने की मंशा जताते हुए अपनी दावेदारी पेश की थी. जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था.

पायलट के विधानसभा क्षेत्र में अब तक पायलट ने खुद कोई दावेदारी नहीं जताई थी. ऐसे में उनके सामने 18 उम्मीदवारों का सामने आना कहीं ना कहीं आपसी गुटबाजी दिखा रहा था. ऐसे में अब जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा किए गए इस एलान के बाद इन तमाम अफवाहों ओर चर्चाओं पर भी विराम लग सकता है. जिसमें विधायक सचिन पायलट के अजमेर क्षेत्र स चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी.