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15 अगस्त पर भाषण देते वक्त अचानक भावुक हुए PM Modi, कहा मेरे अंदर एक दर्द है | 

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15 अगस्त के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से एक ऐसी बात को देश के सामने उठाया है. जो हर देशवासी के मन में काटों की तरह अटकी हुई थी. पीएम मोदी ने कहा कि मेरे भीतर एक दर्द है और उस दर्द को मैं देश के सामने कहना चाहता हूँ. दरअसल बीते सालों में देश के अंदर महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों में बढ़ोतरी हुई थी. बलात्कार, महिला उत्पीड़न और घरेलू हिंसा की घटनाएं काफी ज्यादा मात्रा में दर्ज की जा रही है. ऐसे में पीएम मोदी ने नारी शक्ति को बढ़ावा देने का वायदा देश से मांगा है. पीएम ने कहा कि न जाने हम महिलाओं के प्रति कैसे-कैसे शब्दों का उपयोग करते है.

PM मोदी के स्वतंत्रता दिवस 2024 में झंडा फहराने के दावे पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कसा तंज, जानिए क्या बोले

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स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाने के लिए आज, 15 अगस्त को दिल्ली के लाल किले पर बच्चों से लेकर बूढ़े तक, कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान केंद्रीय मंत्री और कई नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन सुनने के लिए लाल किले पहुंचे, लेकिन राज्यसभा नेता विपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अनुपस्थित रहे. उनके लाल किले पर ना पहुंचने की वजह ऑफिस और घर पर तिरंगा फहराना बताया गया और बाद में सुरक्षा कारणों से वो लाल किले नहीं गए. वहीं, लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया कि वो अगले साल फिर से स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराएंगे. इसे दूसरी भाषा में समझें तो पीएम मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी जीत का ऐलान कर दिया है. पीएम मोदी के इस बयान पर अब मल्लिकार्जुन खड़गे ने तंज सका है.

प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘मोदी जी अगले साल भी झंडा फहराएंगे, लेकिन अपने घर पर’. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वो (पीएम मोदी) अगले साल एक बार फिर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे लेकिन अपने घर पर फहराएंगे. मल्लिकार्जुन खड़गे का ये कटाक्ष पीएम मोदी के अगले वर्ष 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियां आपके सामने रखने वाले बयान पर आया था. इसके अलावा पार्टी मुख्यालय में ध्वाजारोहण के बाद मल्लिकार्जुन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, मीरा कुमार, अंबिका सोनी, सलमान खुर्शीद भी ध्वजारोहण समारोह में शामिल हुए. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘2024 में लाल किले पर झंडा कौन फहराएगा, इसका फैसला जनता करेगी। 2024 तक इंतजार करिए.

ध्वजारोहण के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा, ‘राष्ट्र निर्माण एक सतत प्रक्रिया है और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हमारे पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी अपने योगदान से आकांक्षाओं को पूरा किया है.’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘लेकिन आजकल कुछ लोग इस तरह से प्रोजेक्ट करते हैं कि कोई विकास नहीं हो रहा है. लेकिन ऐसा नहीं है. जब अंग्रेज भारत छोड़कर चले गए, तो कुछ भी नहीं बचा था और हम एक सुई भी बनाने में सक्षम नहीं थे.’ उन्होंने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज किया. खड़गे ने कहा कि नेहरू ने इस्पात संयंत्र स्थापित किए, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां बनाईं, देश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘उन्होंने आईआईटी, आईआईएम, एम्स, अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान इसरो की भी स्थापना की और देश में परमाणु अनुसंधान की नींव रखी.’

अगले साल फि‍र लाल किले से देश की उपलब्धियों व प्रगत‍ि का दूंगा हिसाब : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में जीतकर लगातार तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने की ओर इशारा करते हुए लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अगले साल 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों ,सामर्थ्य, संकल्प,प्रगति और सफलता का हिसाब देश की जनता को देंगे.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह 2014 में परिवर्तन का वादा कर लोगों के पास आये थे और लोगों ने उन पर विश्वास किया. परफॉर्मेंस के आधार पर लोगों ने 2019 में फिर से उन पर भरोसा किया और अब वह लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि आने वाले पांच साल अभूतपूर्व विकास के होंगे और अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से वह देश की उपलब्धियों, सामर्थ्य, संकल्प, प्रगति और सफलता के गौरवगान का हिसाब देश की जनता के सामने रखेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत बनाने के सपने का जिक्र करते हुए यह कहा कि इस देश की सारी समस्याओं की जड़ भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण है और वे इन तीनों बुराइयों के खिलाफ लड़ाई के लिए लाल किले से आशीर्वाद मांगने आए हैं. लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार ने इस देश को बुरी तरह से जकड़ रखा है, हमें पूरी ताकत के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना होगा, देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ उसी तरह का नफरत का माहौल बनाना होगा, जिस तरह से हम गंदगी से नफरत करते हैं.

परिवारवाद की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परिवारवाद ने देश को नोच लिया है, देश को बुरी तरह से जकड़ रखा है. परिवारवाद और तुष्टिकरण, यह लोकतंत्र का दुर्भाग्य है. विपक्षी राजनीतिक दलों पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परिवारवादी पार्टी लोकतंत्र में बीमारी है, यह प्रतिभाओं की दुश्मन होती है.

प्रधानमंत्री ने तुष्टिकरण को भी भारत के लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्य बताते हुए यह कहा की तुष्टिकरण ने देश के राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगा दिया है. प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार,परिवारवाद और तुष्टिकरण के खिलाफ जारी अपनी लड़ाई का जिक्र करते हुए लाल किले की प्राचीर से इस लड़ाई के लिए लोगों का आशीर्वाद भी मांगा. प्रधानमंत्री ने हर क्षेत्र में सुचिता, पारदर्शिता और निष्पक्षता की वकालत करते हुए कहा कि हम सब को मिलकर भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की तीनों बुराइयों के खिलाफ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना होगा.

लाल किले से PM Modi ने की ऐसी तारीफ कि CJI चंद्रचूड़ ने हाथ जोड़कर किया अभिवादन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की तारीफ भी की. पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में क्षेत्रीय भाषाओं में अदालती फैसलों को उललब्ध कराने की मुहिम का मुद्दा उठाया. इस दौरान समारोह में देश के मुख्य न्यायाशीध जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ भी मौजूद थे. तारीफ सुनकर जस्टिस चंद्रचूड़ ने हाथ जोड़कर सबका अभिवादन किया. दरअसल प्रधानमंत्री ने कहा था कि बच्चे मात्राभाषा में भी पढ़ सकें, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का भी धन्यवाद करते हैं.

पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है, अब वह जो फैसला देगा, उसका ऑपरेटिव पार्ट उसी भाषा में होगा, जिसमें वह आया है. स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की तरफ से इस तरह सुप्रीम कोर्ट की तारीफ अपने आप में अनूठी बात है. दरअसल गणतंत्र दिवस की 73वीं वर्षगांठ पर एक हजार से अधिक फैसलों का अनुवाद अपलोड किए जाने से यह नहीं शुरुआत हुई है. CJI डीवाई चंद्रचूड़ की देखरेख में अनुवाद का यह कार्य तेजी से हो रहा है.

इन भाषाओं में हो रहा है अनुवाद

ज्ञात हो कि इसी साल देश के गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के अवसर पर सुप्रीम कोर्ट ने 1000 से ज्यादा फैसलों का 10 भाषाओं में ट्रांसलेशन करके इसकी शुरुआत की. दरअसल 26 जनवरी ही सुप्रीम कोर्ट का स्थापना दिवस भी होता है और इस दिन को अनुवाद जारी करके सुप्रीम कोर्ट ने यादगार बना दिया. सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को हिंदी के अलावा पंजाबी, गुजराती, बांग्ला, ओडिया, तमिल, असमी, खासी, गारो और नेपाली भाषाओं में अनुवाद करवाया जा रहा है.

यही नहीं क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद का दायरा आगे और भी बढ़ाया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले आम नागरिक और विशेषतौर पर अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति तक पहुंचे इसके लिए अनुवाद का यह फैसला सच में तारीफ के काबिल है. न्यायालय के फैसलों तक आम व्यक्ति की पहुंच बनाने के लिए जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की यह मुहिम तेजी से चल रही है.

आसान होगा सुप्रीम कोर्ट के फैसले समझना

अदालत का दरवाजा खटखटाना तो आसान है, लेकिन फैसले को समझना ज्यादातर लोगों के लिए मुश्किल होता है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद की पहल करके लोगों तक पहुंच बढ़ाई है. इस पहल से आम लोग आसानी से सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को समझ पाएंगे. इससे फायदा यह होगा कि लोग स्वयं अपनी भाषा में फैसला पढ़कर कानूनी प्रक्रिया के भागीदार बन सकेंगे.

इस मुहिम के तहत सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर हिंदी व अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में फैसलों की तादाद बढ़ती जा रही है. इसी साल गणतंत्र दिवस से शुरू हुई यह पहल अब रंग लाने लगी है. ट्रांसलेशन के लिए आधुनिक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया है. फैसलों का अनुवाद ठीक से हो, इसके लिए न्यायिक अधिकारियों की भी मदद ली जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के ही जज जस्टिस अभय एस ओक की निगरानी में यह कार्य हो रहा है. पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट के इसी फैसले की जमकर तारीफ की है.

प्रदेशवासियों को महंगाई से मिली आजादी राजस्थान वर्ष 2030 तक बनेगा अग्रणी राज्य समाज के सभी वर्गों का योगदान है जरूरी: मुख्यमंत्री – सवाई मानसिंह स्टेडियम में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह – मुख्यमंत्री ने ईआरसीपी को लेकर की बड़ी घोषणाएं

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस पर अमर शहीदों को नमन किया। उन्होंने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की रहनुमाई में अहिंसा के पथ पर आगे बढ़कर देश ने अपना मजबूत लोकतंत्र कायम रखा है। अब इसकी रक्षा करना हम सभी की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुरूप राज्य सरकार प्रदेश में सामाजिक, आर्थिक समानता को बढ़ावा देने और आमजन के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार नीति निर्देशक तत्वों की पालना करते हुए कार्य कर रही है।  

सीएम अशोक गहलोत मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस-2023 के अवसर पर जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राज्यस्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि राज्य की जनहितैषी योजनाओं से हर व्यक्ति लाभान्वित हो रहा है। महंगाई से प्रदेशवासियों को आजादी मिली है। अब हमारा लक्ष्य वर्ष 2030 तक प्रदेश को देश का अग्रणी और सर्वोत्तम राज्य बनाना है। इसमें समाज के सभी वर्गों का योगदान बेहद जरूरी है।

आज उत्साह का दिन, कल होगा उम्मीदों से भरा

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार का स्वाधीनता दिवस राजस्थान के लिए एक नई उम्मीद वाला दिन है। हम सभी 17 नए जिलों के निर्माण के साथ 50 जिलों के राज्य के रूप में पावन दिवस मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेल दुनिया का सबसे बड़ा खेल आयोजन है। इसमें 60 लाख खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय पदक जीतने वाले खिलाड़ी तैयार होंगे।

देश में राजस्थान है आगे 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा के लिए राजस्थान देश में मॉडल स्टेट बन गया है। प्रदेश अब राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी एक्ट के साथ हर परिवार की न्यूनतम आय तय करने, गिग वर्कर्स वेलफेयर एक्ट व फंड बनाने और ओपीएस पुनः लागू करने वाला भी एकमात्र राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि महंगाई राहत कैम्पों की अभिनव पहल से प्रदेशवासियों को 10 योजनाओं का सीधा लाभ सुनिश्चित हुआ है। कैम्पों में लगभग 1.95 करोड़ परिवारों में से 1.82 करोड़ परिवार पंजीकरण करा चुके हैं। 

आपका टैक्स, आपको समर्पित

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कुशल वित्तीय प्रबंधन से जनहितैषी बजट घोषणाएं लागू की गई। राज्य सरकार आमजन के टैक्स को उन्हीं के हितों में समर्पित कर रही है। कोविड काल में भी चिकित्सा व्यवस्था में कमी नहीं रखी गई, जिससे प्रदेश कोविड प्रबंधन में मॉडल साबित हुआ। राज्य सरकार ट्रस्टी के रूप में प्रदेश को शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा एवं इंफ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी बनाने के लिए संकल्पित है। 

हमारी योजनाओं की देश में सराहना

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी योजनाओं की देश में सराहना हो रही है। इनमें स्वास्थ्य का अधिकार, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निरोगी राजस्थान योजना, राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी कानून (महात्मा गांधी नरेगा और इंदिरा गांधी रोजगार गारंटी योजना में 125 दिन रोजगार की गारंटी), लगभग   1 करोड़ लोगों को न्यूनतम 1000 रुपए प्रतिमाह सामाजिक सुरक्षा पेंशन दिए जाने की सराहना हो रही है। 

साथ ही, गिग वर्कर्स वेलफेयर एक्ट, प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी, पेपर लीक करने पर उम्रकैद की सजा के प्रावधान करने, 3 लाख से अधिक सरकारी नौकरी एवं निजी क्षेत्र में लाखों अवसर प्रदान करने, उड़ान योजना में प्रतिमाह 12 सैनिटरी नैपकिन देने, इंदिरा रसोई योजना में 8 रुपए में भोजन, गौशालाओं को 9 और नंदीशालाओं को 12 माह अनुदान देने, 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने, लम्पी रोग में मृत गौवंश पर 40000 रुपए की आर्थिक सहायता देने, कामधेनु बीमा योजना लाने, इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना में स्मार्टफोन दिए जाने, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस में 500 बच्चों को प्रतिवर्ष विदेश में पढ़ने का अवसर प्रदान करने पर देशवासी राजस्थान की सराहना कर रहे है। 

राइट टू सोशल सिक्योरिटी बनाए केंद्र सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में आरटीआई, आरटीई, महात्मा गांधी नरेगा, खाद्य सुरक्षा एक्ट लागू कर देशवासियों को एक समान अधिकार दिए गए। उसी तरह अब प्रधानमंत्री को भी राइट टू सोशल सिक्योरिटी कानून बनाना चाहिए। 

किसानों, पशुपालकों को धन्यवाद और बधाई  

सीएम अशोक गहलोत ने किसानों को अनाज, तिलहन, दलहन, चना, बाजरा, सरसों उत्पादन और पशुपालकों को दूध एवं ऊन उत्पादन में राज्य को देश में प्रथम बनाने के लिए बधाई दी। उन्होंने देश में पहली बार स्वास्थ्य का अधिकार लागू कराने, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निरोगी राजस्थान योजना के लिए चिकित्सकों और मेडिकल फ्रेटर्निटी को, केंद्र सरकार के प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग की रेटिंग में राजस्थान को देश में जनसमस्या निराकरण में सबसे आगे लाने के लिए राज्य कार्मिकों को, मजबूत आधारभूत संरचनाओं के लिए इंजीनियर्स, आर्किटेक्ट्स और मजदूरों को धन्यवाद दिया। 

महिलाओं का मान-सम्मान हमारी जिम्मेदारी 

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि बालिकाओं एवं महिलाओं का मान-सम्मान बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। इसलिए उनसे छेड़छाड़, दुर्व्यवहार करने वाले मनचलों का पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीटर की तरह रिकॉर्ड रखा जाएगा। उन्हें सरकारी नौकरियों से वंचित करने के लिए नियमों में बदलाव कर रहे है। श्री गहलोत ने जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वितों के जीवन में आए बदलाव के बारे में भी अपने विचार साझा किए। 

राज्य हित में बड़ी घोषणाएं

1. जयपुर के रामगढ़ बांध को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (म्त्ब्च्) के तहत ईसरदा बांध से भरा जाएगा। इस पर 1250 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे आंधी, जमवारामगढ़, आमेर, जालसू, गोविंदगढ़, शाहपुरा, विराटनगर, पावटा, कोटपूतली, थानागाजी एवं बानसूर के लिए पेयजल योजना बनाई जा सकेगी।

2. 13 जिलों के लिए महत्वपूर्ण ईआरसीपी की डीपीआर में वंचित रहे बांधों को जोड़ेंगे। इससे दौसा, सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर एवं अलवर के 53 बांधों को ईआरसीपी से जोड़कर भरा जाएगा। इससे ईआरसीपी परियोजना की लागत 1665 करोड़ रुपए बढ़ेगी और 11 लाख किसान लाभान्वित होंगे।

3. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) परिवारों के साथ-साथ जिन नॉन-एनएफएसए परिवारों को कोविड में आर्थिक सहायता मिली थी, उन्हें भी अन्नपूर्णा राशन किट योजना में निःशुल्क राशन किट उपलब्ध कराए जाएंगे। 

4. चिरंजीवी जीवन रक्षक योजना में सड़क दुर्घटना में घायलों को सही समय पर अस्पताल पहुंचाने वालों को 5000 रुपए एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। अब यह राशि बढ़ाकर 10,000 रुपए दिए जाएंगे।  

5. इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना में प्रथम चरण में 40 लाख बालिकाओं व महिलाओं को स्मार्टफोन दिए जा रहे हैं। अगले चरण में करीब 1 करोड़ स्मार्टफोन देने की गारंटी के लिए 20 अगस्त से गारंटी कार्ड दिए जाएंगे। इन्हें दिखाकर महिलाएं स्मार्टफोन निःशुल्क ले सकेंगी।

6. कांस्टेबल से लेकर पुलिस महानिदेशक स्तर तक सभी पुलिसकर्मियों को राजस्थान पुलिस के गठन के 75 वर्ष पूर्ण होने का विशेष “राजस्थान पुलिस पंचसती मेडल“ दिया जाएगा। 

7. पुलिस विभाग में अभी कांस्टेबल से लेकर निरीक्षक तक के पदों पर पदोन्नति की व्यवस्था परीक्षा के माध्यम से की जाती है। अब बदलाव कर इन पदों तक की पदोन्नति समयबद्ध डीपीसी के माध्यम से होगी।

योजनाबद्ध तरीके से स्थापित किए आयाम

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में पिछले साढ़े 4 वर्षों में 342 नवीन प्राथमिक विद्यालय तथा 30 संस्कृत विद्यालय खोले हैं। 1779 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को उच्च प्राथमिक में क्रमोन्नत किया। राज्य में 2500 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में 5 लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। राज्य में पिछले 70 वर्षों में 250 महाविद्यालय खुले। वर्तमान सरकार में 309 नवीन महाविद्यालय, जिनमें से 132 महिला महाविद्यालय खोले गए हैं। साथ ही, 51 कृषि, 6 आयुर्वेद, 12 मेडिकल, 26 नर्सिंग, 21 नवीन शास्त्री संस्कृत महाविद्यालय खोले गए हैं।

स्वास्थ्य क्षेत्र में 1674 नवीन उप स्वास्थ्य, 353 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 65 उप जिला अस्पताल, 27 जिला अस्पताल तथा 13 सैटेलाइट अस्पताल खोले गए। साथ ही, 277 पीएचसी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत किया गया। राज्य में 11700 बैड्स की क्षमता बढ़ी है। साथ ही, 1000 आयुष हैल्थ वेलनेस सेंटर, 82 ब्लॉक आयुष अस्पताल, 225 ब्लॉक होम्योपैथी औषधालय तथा 101 नवीन यूनानी चिकित्सालय भी खोले गए हैं। 

राज्य के लगभग 1 करोड़ लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत न्यूनतम 1000 रुपए प्रतिमाह दिए जा रहे है। इस पर प्रतिवर्ष 38 हजार करोड़ रुपए से अधिक का व्यय हो रहा है। पालनहार योजना में 6.87 लाख बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। प्रदेश की गौशालाओं को अब तक 2882 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जा चुका है।

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में प्रशासनिक ढांचे के सुदृढ़ीकरण के लिए 17 नवीन जिले, 72 नवीन नगरपालिकाएं, 85 तहसील, 125 उप तहसील, 1131 पटवार मण्डल तथा 1284 राजस्व ग्राम का सृजन किया गया है। साथ ही, प्रदेश में 11 नवीन एडीएम तथा 35 एसडीएम कार्यालय खोले गए हैं। 

मुख्यमंत्री का आह्वान 

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश का हर नागरिक मतदान अवश्य कर प्रदेश की प्रगति में अहम भूमिका निभाएं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि उन्होंने राष्ट्र और मानवता के जो सपने देखे हैं, उन्हें कृतसंकल्पित होकर पूरा करें। सरकार युवाओं की भावनाओं के अनुरूप कार्य कर रही है।  

इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों, लोक कलाकारों ने लोकगीतांे, नृत्य, बैंड वादन के जरिए देशभक्ति और लोक संस्कृति की छटा बिखेरी। अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। समारोह में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, मुख्य सचिव उषा शर्मा सहित विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी सहित गणमान्यजन उपस्थित रहे। 

‘मिशन 2030‘ के लिए 1 करोड़ प्रदेशवासियों से सुझाव लेगी राज्य सरकार – वर्ष 2030 तक राजस्थान की अर्थव्यवस्था ढाई गुना बढ़ाने का लक्ष्य

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने कुशल वित्तीय प्रबंधन कर जनकल्याणकारी योजनाओं से हर व्यक्ति को लाभान्वित किया है। अब राजस्थान को देश के अग्रणी राज्यों में लाने के लिए राज्य सरकार ने ‘मिशन 2030‘ का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए मिशन 2030 की मुहिम चलाकर अर्थशास्त्रियों, लेखकों, पत्रकारों, विद्यार्थियों, सरकारी कर्मचारियों, अधिवक्ताओं, किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं, बुद्धिजीवियों, खिलाड़ियों सहित एक करोड़ प्रदेशवासियों से सुझाव लिए जाएंगे। राज्य सरकार इन्हें समाहित कर मिशन 2030 का विजन डॉक्यूमेंट जारी करेगी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में प्रदेश की अर्थव्यवस्था करीब 9 लाख 11 हजार करोड़ रुपए थी। यह आज करीब 14.14 लाख करोड़ रुपए है। इसे वर्ष 2030 तक करीब ढाई गुना बढ़ाकर 35.71 लाख करोड़ रुपए ले जाने का हमारा लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक राजस्थानी संकल्प ले कि वे वर्ष 2030 तक राजस्थान में प्रगति की गति 10 गुना बढ़ाकर हर क्षेत्र में देश का प्रथम राज्य बनाने में अहम योगदान निभाएंगे।

मुख्यमंत्री ने शासन सचिवालय में किया ध्वजारोहण – संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्तव्यों के वाचन से बना विश्व रिकॉर्ड

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को शासन सचिवालय में राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ की ओर से आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण किया। इससे पूर्व उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित किए। उन्होंने मौके पर उपस्थित सचिवालय के कर्मचारियों व उनके परिजनों से मिलकर लोकतंत्र के सबसे बड़े त्यौहार की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

स्कूल शिक्षा विभाग ने सौंपा विश्व रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट

समारोह में स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने मुख्यमंत्री को प्रदेश के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्तव्यों के वाचन से बने विश्व रिकॉर्ड का प्रोविजनल सर्टिफिकेट भेंट किया। यह सर्टिफिकेट वर्ल्ड बुक आफ रिकॉर्ड के इंडिया एडिशन की ओर से राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग को प्रदान किया गया है। 

नवीन जैन ने बताया कि देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजस्थान में स्कूल शिक्षा विभाग की अनूठी पहल के तहत प्रदेश के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में मंगलवार को विद्यार्थियों, शिक्षकों और कार्यक्रमों में शामिल अतिथियों द्वारा संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्तव्यों का वाचन किया गया। इस कार्यक्रम को रिकॉर्ड बुक में सम्मिलित किए जाने के लिए शाला दर्पण/पीएसपी पोर्टल पर एक मॉड्यूल तैयार करवाया गया। इस पोर्टल पर समस्त विद्यालयों द्वारा कार्यक्रम के प्रतिभागियों की संख्यात्मक सूचना के साथ ही फोटो एवं वीडियो भी अपलोड किए गए। उल्लेखनीय है कि कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान वाचन किया जाएगा।

अमर जवान ज्योति पर श्रद्धासुमन किए अर्पित

इससे पहले श्री गहलोत अमर जवान ज्योति पहुंचे। उन्होंने स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर अमर शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। उन्होंने मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर भारतीय सेना व राज्य सरकार के अधिकारी, पूर्व सैनिक एवं उनके परिजन तथा आमजन उपस्थित रहे।

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विधानसभा-स्वतंत्रता दिवस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी.जोशी ने किया झण्डारोहण

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राजस्थान विधान सभा के अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर यहां विधानसभा में झण्डारोहण किया।

इस अवसर पर डॉ. जोशी ने समारोह को सम्बोधित किया। उन्होंने सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर हेमलता जोशी सहित जनप्रतिनिधिगण व अधिकारीगण मौजूद थे। पुलिस निरीक्षक नरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस बैण्ड द्वारा राष्ट्रगान प्रस्तुत किया गया।

उद्योग भवन में हर्षाेल्लास से मनाया गया 77वां स्वतंत्रता दिवस समारोह

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उद्योग भवन के कॉमन फैसिलिटी सोसायटी में आज 77वां स्वतंत्रता दिवस समारोह बड़े हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रबंध निदेशक रीको सुधीर कुमार शर्मा ने ध्वजारोहण किया। कार्यक्रम में मौजूद सभी अधिकार एवं कर्मचारियों ने बड़े उत्साह के साथ एक सुर में राष्ट्रगान का गायन किया। 

प्रबंध निदेशक रीको सुधीर शर्मा ने विभागों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को उनके सराहनीय सेवाओं के लिए  प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। सुधीर शर्मा ने समारोह में आर.मलरविजी महाप्रबंधक बीआईपी, अनुकृति सिंह उपनिदेशक उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, रमाकांत शर्मा उद्योग प्रसार अधिकारी, विशाल माथुर योजना सहायक रीको, नीरज कैरो शाखा प्रभारी रीको, नरेन्द्र गर्ग वरिष्ठ प्रबंधक आर.एस.एम.एम, अनिल शर्मा, वरिष्ठ सहायक आर.एस.एम.एम, जय कुमार गैलानी राजसीको उप कनिष्ठ प्रबंधक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इस दौरान उद्योग एवं वाणिज्य विभाग आयुक्त ओम कसेरा, राजसिको एमडी मनीषा अरोड़ा, रीको ईडी अरूण गर्ग, अतिरिक्त निदेशक आर.के.आमेरिया, एस.एस.शाह सहित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे। 

विकास के मार्ग पर भारत प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वर्टिकल डायरेक्शन में विश्व क्षितिज पर अग्रसर- डॉ डीपी शर्मा

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स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज लोहागढ़ फोर्ट रिसॉर्ट में आजादी का महोत्सव भव्य एवं दिव्य रूप में मनाया गया। इस अवसर पर सैकड़ो देशी विदेशी पर्यटकों के साथ लोहागढ़ परिवार एवम् कर्मचारी संघ ने देश की आजादी के महोत्सव को गरिमामय तरीके से मनाया। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ डीपी शर्मा ने कहा कि भारत का विकास जिस तेज रफ्तार से 2014 के बाद बढ़ा है ऐसी रफ्तार दुनिया के किसी देश की नहीं है और वह भी कोरोना काल में और वह भी तब जब दुनिया के सभी देशों की अर्थव्यवस्थाएं लड़खड़ा रही हैं। इंटरनेशनल डिजिटल डिप्लोमेट डॉ शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आज विकसित देश के मार्ग पर तेज गति से आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर लोहागढ़ फोर्ट रिसोर्ट के फाउंडर अध्यक्ष श्री भगत सिंह ने कहा की हमें आजाद भारत में हर व्यक्ति की आजादी को सुनिश्चित करना है और इस आजादी के लिए हमें सबसे पहले अपने दिल और दिमाग को स्वस्थ एवं स्वच्छ बनाना होगा। श्री भगत सिंह ने कहा कि देश कि आजादी का मतलब हर नागरिक को अपनी बुराइयों से आजादी पाना है। वहीं इस अवसर पर लोहागढ़ फैमिली के राजा सुजान सिंह एवं रानी कृष्णा देवी के साथ-साथ लोहागढ़ की उपाध्यक्षा श्रीमती रेनू, पाटन गर्ल्स कालेज की निदेशक अनुरागी शर्मा के साथ-साथ प्रबंधक, महाप्रबंधक एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
दिल्ली रोड स्थित इस अनोखे पर्यावरण की दृष्टि से रमणीक पहाड़ियों के बीच बने इस लोहागढ़ फोर्ट रिसॉर्ट में उपस्थित सभी देश-विदेश की नागरिकों ने भारत को समृद्ध बनाने की प्रतिबद्धता भी दिखाई।