Saturday, October 12, 2024

सौंदर्यीकरण ठेकों में अनूप बरतरिया की सैटिंग पर सवाल, भरतपुर टेंडर रोकने की तैयारी

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Bharatpur News : सरकार में सैटिंग हो तो अनूप बरतरिया जैसी। किसी भी राजनीतिक दल की सरकार बने, सौंदर्यीकरण के नाम पर करोड़ों रुपए के कामों को ठेका बरतरिया को ही मिलना है। सिंडीकेट बैंक लोन घोटाले में आरोपी रहे आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया पिछली कांग्रेस सरकार में 1455 करोड़ रुपए से बने कोटा रिवर फ्रंट को लेकर विवादों में आए थे। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने इसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जांच कराए जाने की बात कही थी। अब अनूप बरतरिया सीएम भजन लाल शर्मा के करीब आ गए हैं। सीएम सिटी भरतपुर के किले समेत ऐतिहासिक धरोहरों के सौंदर्यीकरण का काम बरतरिया को ही देने की तैयारी है।

bhajan lal
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कोटा में पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने प्रेस कांफ्रेंस करके बरतरिया की तत्कालीन नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति धारीवाल के साथ पार्टनरशिप और रिवर फ्रंट में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि भाजपा सरकार बनने पर इसकी सीबीआई से जांच कराई जाएगी। कोटा रिवर फ्रंट में दुनिया का सबसे बड़ा घंटा खोलते समय एक इंजीनियर समेत दो लोगों की मौत भी हो गई थी। मौजूदा नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कोटा के म्यूजियम में लगाई गई मूर्तियों की जांच कराए जाने की भी घोषणा की थी। जनवरी, 2024 में हुई भजनलाल मंत्रिमंडल की बैठक में भी पूर्व सीएम अशोक गहलोत और शांति धारीवाल की मृर्तियां बनवाने और रिवर फ्रंट के निर्माण की जांच करवाए जाने को लेकर चर्चा हुई थी। अब माना जा रहा है कि ईमानदारी का ढोंग करने वाली भाजपा ने कोटा रिवर फ्रंट जैसे मुद्दों को सिर्फ चुनावी प्रचार के लिए इस्तेमाल किया था, क्योंकि अब कोई भी नेता इस पर बात नहीं कर रहा है।

सरकारी सड़क पर ही बिल्डिंग बनाकर बेच दी

सबसे खास बात यह है कि जयपुर में जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित वर्ल्ड ट्रेड पार्क में सरकारी सड़क पर बिल्डिंग बनाकर अनूप बरतरिया ने उन्हें भी बेच दिया। संभवतः देश में यह अपनी तरह का पहला मामला होगा। जहां सड़क के ऊपर दो बिल्डिंगों को जोड़ने की मंजूरी देकर कॉमर्शियल उपयोग करने की मंजूरी दी गई हो। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि अगर सरकार में उच्च स्तर की सैटिंग हो तो क्या संभव नहीं है।

भरतपुर के टेंडर की फाइल आई तो मैं रोक दूंगाः झाबर सिंह खर्रा
इधऱ, इस मामले में जब खासखबर ने नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा से बात की तो उनका कहना था कि कोटा में रिवर फ्रंट मामले और अशोक गहलोत, धारीवाल तथा अनूप बरतरिया की मूर्तियों के मामले की जल्द ही कोटा जाकर जांच और समीक्षा की जाएगी। उन्होंंने कहा कि बरतरिया को भरतपुर का टेंडर ना मिले। इसके लिए वे सीएम भजन लाल शर्मा से बात करेंगे। फिर भी उनके पास यदि इससे संबंधित कोई फाइल आई तो वे उसे रोक देंगे।

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