दौसा: राजस्थान की भजनलाल सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने दौसा में गुर्जर समाज से माफी मांगी है। उन्होंने दीपावली स्नेह मिलन समारोह के दौरान कहा कि “गलती किरोड़ीलाल करें तो दंड जगमोहन को क्यों मिले?” इस बयान ने राजनीति में हलचल मचा दी है और अब यह चर्चा का विषय बन गया है।
गुर्जर समाज के प्रति निष्ठा
किरोड़ीलाल मीणा ने गुर्जर समाज के राजनीतिक प्रभाव को बढ़ाने का आश्वासन देते हुए कहा कि वह खुद को कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की तरह मानते हैं, जबकि उनके भाई जगमोहन की तुलना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सचिन पायलट और राजेश पायलट से की। उन्होंने कहा, “अगर दौसा से जगमोहन मीणा को जितवाया गया, तो दो मंत्रियों का प्रमोशन होगा।”
राजनीतिक प्रमोशन की संभावनाएं
मीणा ने इस मौके पर यह भी कहा कि यदि वह चुनाव जीतते हैं, तो जवाहर सिंह बेढम को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा और उनका खुद का भी प्रमोशन होगा। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि एक सीट जीतने से क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।
माफी का संदेश
किरोड़ीलाल मीणा ने गुर्जर समाज से माफी मांगते हुए कहा, “यदि पूर्व में मुझसे कोई गलती हुई है, तो कृपया माफ करें।” उन्होंने एक कहावत का जिक्र करते हुए कहा, “नानी का दंड नवासा को क्यों देते हो?” उनका इशारा इस ओर था कि अगर गलती उनकी है, तो दंड किसी और को नहीं मिलना चाहिए।
दौसा सीट का राजनीतिक महत्व
दौसा सीट पर पायलट परिवार का खासा दबदबा है, जहाँ कांग्रेस ने डीसी बैरवा को चुनावी मैदान में उतारा है। दौसा से सचिन पायलट, उनके पिता राजेश पायलट और मां रमा पायलट तीनों सांसद रह चुके हैं, जिससे यह सीट गुर्जर और मीणा समुदायों के लिए विशेष महत्व रखती है।
इस समारोह में की गई किरोड़ीलाल मीणा की बातें न केवल गुर्जर समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह आगामी चुनावों में राजनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित कर सकती हैं। अब देखना यह होगा कि क्या यह माफी और आश्वासन गुर्जर समाज के मतदाताओं पर असर डाल पाएगा या नहीं।