यूपीएससी सीएसई रिजल्ट का दिल थाम कर इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों का इंतजार आज खत्म हो चुका है. संघ लोक सेवा आयोग की ओर से यूपीएससी सीएसई 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है.साल 2023 की इस परीक्षा में आदित्य श्रीवास्तव ने ऑल इंडिया रैंक वन हासिल की है. वहीं दूसरे नंबर अनिमेष प्रधान और तीसरे पर डोनुरु अनन्या रेड्डी रहीं है .चौथे स्थान पर पीके सिद्धार्थ रामकुमार हैं जबकि पांचवें स्थान पर रुहानी हैं. यानी की यूपीएससी में इस बार भी बेटियों ने बाजी मारी है
347 जनरल और 115 ईडब्ल्यूएस हुए चयनित
यहां आपको बता दें कि जिन 1016 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ है उनमें 347 जनरल कैटेगिरी से हैं। 115 ईडब्ल्यूएस क्लास से हैं जबकि 303 ओबीसी कैंडिडेट हैं. 165 एससी और 86 एसटी उम्मीदवारों का सेलेक्शन हुआ है. भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और केंद्रीय सेवाओं, ग्रुप ए और बी में नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण के आधार पर अंतिम परिणाम तैयार किए गए हैं.
इस यूपीएससी परिणाम में राजस्थान के होनहारों ने अपना परचम फहराया, जिसमें जयपुर के पुरुराज सिंह ने 21वीं, बाड़मेर के मोहनलाल जाखड़ ने 53वीं, जोधपुर के कृष्ण जोशी ने 73वीं रैंक और बाड़मेर के ही अक्षय डोसी ने 75वीं रैंक हासिल कर टॉप 100 में अपनी जगह बनाई।
आदित्य श्रीवास्तव की सफलता की कहानी
इस साल लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने ऑल ओवर इंडिया में पहली रैंक हासिल की है। उन्होंने यूपीएससी सीएसई 2022 परीक्षा में 136वीं रैंक हासिल की थी और IPS के पद के लिए चुने गए थे। आदित्य श्रीवास्तव में अपने तीसरे प्रयास में IAS अधिकारी बनने का सपना साकार किया है।
आदित्य की मां आभा श्रीवास्तव रांची की रहने वाली हैं और पिता मूलतः लखनऊ के रहने वाले हैं। मां ने बताया, बेटे की रैंक 1 आने पर खुशी है, लेकिन यकीन नहीं हो रहा है कि बेटे की रैंक 1 आई है, क्योंकि इस परीक्षा में रैंक 1 आना आसान नहीं है।
आदित्य के पिता अजय कुमार ने बताया, आदित्य ने इस परीक्षा की तैयारी के लिए किसी भी तरह की कोचिंग सेंटर की मदद नहीं ली। उसने सेल्फ स्टडी के दम पर इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। आदित्य ने जेईई क्रैक कर आईआईटी कानपुर में एडमिशन लिया था। जहां से उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री ली। आदित्य ने साल 2021 में सालाना 40 लाख रुपये पैकेज की नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करना शुरू की थी। पहले उन्होंने नौकरी के साथ यूपीएसी की तैयारी शुरू की, लेकिन अच्छे से तैयारी ने होने के कारण वह परीक्षा में असफल रहे, जिसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर यूपीएससी सीएसई की परीक्षा तैयारी करने करने का फैसला किया। आदित्य दिन में 10 से 12 घंटे रेगुलर पढ़ाई कियाा करते थे। पिता ने बताया, बेटे को क्रिकेट बहुत पसंद है, समय मिलने पर वह क्रिकेट खेलता और देखता था। वह अपनी तैयारी को लेकर पूरी तरह से फोकस था, उसके ज्यादा दोस्त वैगरह नहीं हैं।
कौन हैं अनिमेष प्रधान
अनिमेष प्रधान ओडिशा के अंगुल के निवासी हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल से पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने एनआईटी राउरकेला से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। बीटेक करने के बाद वर्तमान समय में वे इंडियन ऑयल कंपनी में इन्फॉर्मेशन सिस्टम ऑफिसर के पद पर तैनात हैं। अनिमेष को अन्य चीजों में पार्लियामेंट्री डिबेट, मीडिया एडवोकेसी समेत विभिन्न मुद्दों में भी रुचि रहती है।
महिला टॉपर डोनुरु अनन्या रेड्डी, फर्स्ट अटेम्प्ट में रचा इतिहास
डोनुरु अनन्या रेड्डी तेलंगाना के महबूबनगर जिले की रहने वाली हैं। अनन्या रेड्डी ने अपने पहले प्रयास में यानी फर्स्ट अटेम्प्ट में पास हो गई हैं और टॉपर बनकर इतिहास रच दिया है। अनन्या ने हैदराबाद में एंथ्रोपोलॉजी वैकल्पिक के लिए कोचिंग को छोड़कर यूपीएससी परीक्षा के लिए खुद तैयारी की थी।
किसान के बेटा बना आईएएस
जयपुर के पूर्वराज सिंह ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में 21वीं रैंक हासिल की पूर्वराज के पिता जेवीवीएनएल में कार्यरत हैं। वहीं, बाड़मेर के दो होनहारों ने टॉप 100 में अपनी जगह बनाई हैष इसमें जिले के भाड़खा गांव निवासी किसान पुत्र मोहनलाल जाखड़ की 53वीं रैंक रही, जबकि अक्षय डोसी की 75वीं रैंक रही है। टॉप 100 में जगह बनाने वालों में सूर्य नगरी जोधपुर के कृष्ण जोशी का भी नाम शामिल है। कृष्ण जोशी की यूपीएससी फाइनल रिजल्ट में 73वीं रैंक रही। उनके पिता अनिल जोशी अतिरिक्त महाधिवक्ता सह राजकीय अधिवक्ता हैं।